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2022-04-07

पल्मोनरी एम्बोलिज्म - pulmonary embolism ke lakshan | Ilaj | Upchar

पल्मोनरी एम्बोलिज्म के लक्षण (Symptoms), इलाज(Treatment), उपचार के बारे मे जानकारी हिन्दी में



फेफड़ों की रक्त नलिकाओ के अवरुद्ध होने पर बनती है पल्मोनरीएबोलिज्म की स्थिति। इसलिए लक्षणों की न करें अनदेखी और समय परकराए उपचार...


अस्पताल में भर्ती मरीज की सेहत में सुधार हो रहा था, लेकिन अचानक
हालत बिगड़ी और मौत हो गई। टांगों में
दो-तीन दिन सूजन व दर्द की परेशानी
रही और व्यक्ति की मौत हो गई या शिशु
को जन्म देने के बाद प्रसूता स्वस्थ थी,
लेकिन घबराहट हुई और मौत हो गई।
ऐसे मामले अक्सर सुनने में आते हैं।
प्रारंभिक कारणों की बात की जाए तो
यही पता चलता है कि सब कुछ ठीक
था, बस तेजी से सांस उखड़ी और कुछ
मिनटों में जान चली गई। यह सच है
कि जब धड़कनें थमेंगी मौत तभी होगी,
लेकिन इनके थमने का कारण क्या रहा?
इसका वास्तविक कारण था, 'पल्मोनरी
एंबोलिज्म', जो कि एक मेडिकल स्टेज
है। पल्मोनरी एंबोलिज्म का मतलब है,
फेफड़ों की रक्त नलिकाओं का अवरुद्ध
हो जाना।

किन लोगों को है खतरा: कुछ लोगों के
रक्त में जन्म से ही प्रोटीन 'सी,' व
'एस,' 'एंटी थ्रोबिन 3' और फैक्टर वी
लीडेन की मात्रा कम होती है। ये रक्त को
गाढ़ा नहीं होने देते हैं। इनके अभाव में
रक्त जल्दी गाढ़ा होकर थक्का बनाता है।
इससे पल्मोनरी एंबोलिज्म के खतरे की
आशंका बनी रहती है। इसके अतिरिक्त
निम्न लोगों में भी इसका खतरा बना,
रहता है:
• कैंसर रोगी
• अधिक मोटे लोग जो बहुत कम पैदल
चलते हैं
• शल्य चिकित्सा या जिन लोगों को
गंभीर चोट लग चुकी हो
• गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन करने
वाली महिलाएं
प्रसव से तीन-चार सप्ताह पहले या
बाद का समय बिता रहीं महिलाएं
• अधिक समय तक आइसीयू में रहे
मरीज


इसे जरूर करें

.वजन नियंत्रित रखें
.मादक पदाथों के सेवन से बचें
•योगव मेडीटेशन अवश्य करें
•मार्निगवाक करें
• अधिक मसालेदारवतैलीय भोजन
नकरें
.कोलेस्ट्राल कीजांच करवाते रहें
.कामकाजी लोग एक घंटे से अधिक
एक जगह परनबैठें

उपचार : अधिसंख्य मामलों में पल्मोनरी
एंबोलिज्म का शिकार होने से पहले
इसका पता नहीं चल पाता है, लेकिन
अगर लक्षणों को गंभीरता से लिया जाए
तो.इसके खतरे को टाला जा सकता है।
यदि पैरों में अचानक सूजन आए और
सांस लेने में तकलीफ हो तो तत्काल
चिकित्सक से संपर्क करें। इसके अलावा
यदि कैंसर रोगी, मोटापे से ग्रसित व्यक्ति
और प्रसूता को अचनाक सांस की
तकलीफ होती है तो पूरी संभावना है कि
यह पल्मोनरी एंबोलिज्म है। चिकित्सक
इसमें रक्त को पतला करने व फेफड़ों
को मजबूती प्रदान करने वाली दवाओं
का प्रयोग करते हैं। इसके जटिल मामलों
में सर्जरी करके फेफड़ों को रक्त पहुंचाने
'वाली नलिकाओं में आए अवरोध को
ठीक किया जाता है।