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2022-04-06

सैटेलाइट इंटरनेट- satellite internet kya hai

satellite internet


सेटेलाइट किसे कहते हैं?

आज इंटरनेट लोगों केलिए लाइफलाइन की तरह है,पर अभी भीबहुत से ऐसे क्षेत्र हैं,जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है या है भी तो उसकी स्पीड अच्छी नहीं होती। अब तक जहां आप्टिकल फाइबर नहीं पहुंचा है, वहां सैटेलाइट इंटरनेट उपयोगी हो सकता है। आने वाले दिनों में एलनमस्क का स्टार लिंक सैटेलाइट इंटरनेट भी भारत आ सकता है।जानें सैटेलाइट से कैसे मिलता है इंटरनेट........


इन दिनों सैटेलाइट इंटरनेट को खासी चर्चा है। दूरदराज के ऐसे क्षेत्र जहां अब तक इंटरनेट नहीं पहुंचा है या फिर जहां लोगों को अभी भी हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल रही है, वहां पर सैटेलाइट इंटरनेट उपयोगी हो सकता है। लाकडाउन के दौरान जब आनलाइन क्लासेज शुरू हुई, तो इस तरह की बहुत-सी खबरें देखी-सुनी गईं, जहां बच्चों को इंटरनेट एक्सेस के लिए ऊंचे स्थान पर जाना पड़ रहा था या फिर वे इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से क्लासेज लेने से वंचित रह गए। अब ऐसी जगहों पर रहने वाले लोग भी हाई स्पीड इंटरनेट का उपयोग कर पाएंगे, क्योंकि स्पेसएक्स के फाउंडर एलन मस्क ने कहा है कि स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट जल्द भारत आ सकता है। इसके लिए नियामक से अनुमति लेने की प्रक्रिया चल रही है। केवल मस्क ही नहीं, बल्कि अमेजन जैसे कई अन्य दिग्गज भी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट लाने के लिए नियामक के साथ बातचीत कर रहे हैं।
    आपको बता दें कि स्टारलिंक प्रोग्राम की शुरुआत स्पेसएक्स द्वारा की गई है, जिसमें सैटेलाइट के एक समूह का उपयोग करके इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान की जाती है। यह वर्तमान में आस्ट्रेलिया, कनाडा, चिली, पुर्तगाल, ब्रिटेन, अमेरिका सहित 14 देशों में उपलब्ध है।

क्या है स्टारलिंक: 

स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट प्रोजेक्ट है, जिसका लक्ष्य उन क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाना है,
जहां अभी भी कनेक्टिविटी एक बड़ी
चुनौती बनी हुई है। स्टारलिंक जैसे
सैटेलाइट इंटरनेट के लिए पारंपरिक
ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होती
है। यह वायर से नहीं, बल्कि लेजर बीम
का इस्तेमाल कर डाटा ट्रांसफर करता है।
स्टारलिंक की आफिशियल वेबसाइट के
अनुसार 99 डालर यानी करीब 7,200
रुपये में इसकी प्री-बुकिंग शुरू हो चुकी है।
ध्यान रखें कि यह दर सिर्फ बीटा कस्टमर
के लिए है। जब यह सेवा आम लोगों के
लिए उपलब्ध होगी, तो कीमतों में कमी या
बढ़ोत्तरी भी हो सकती है।
कैसे काम करता है: स्टारलिंक उपग्रह
आधारित इंटरनेट सेवा है, जो आपके
घरों तक सिग्नल भेजने के लिए उपग्रह
का उपयोग करता है। इसके लिए लोअर
आर्बिट सैटेलाइट का इस्तेमाल किया
जाता है। लोअर आर्बिट सैटेलाइट की
वजह से लेटेंसी दर काफी कम हो जाती
है। लेटेंसी दर का मतलब उस समय से
होता है, जो डाटा को एक प्वाइंट से दूसरे
तक पहुंचाने में लगता है। लो लेटेंसी की
वजह से आनलाइन बफरिंग, गेमिंग और
वीडियो कालिंग की क्वालिटी बेहतर
हो जाती है। दिलचस्प बात यह है कि
स्टारलिंक की कार्यप्रणाली काफी हद
तक डिश टीवी सर्विस की तरह ही है।
स्टारलिंक को इंस्टाल करने के लिए यूजर
द्वारा एक डिश का इस्तेमाल किया जाता
है, जो एक मिनी सैटेलाइट से सिग्नल
प्राप्त करता है। जून 2021 तक सक्रिय
स्टारलिंक सैटेलाइट की संख्या 1,500 से
अधिक थी, जिससे पृथ्वी के चारों ओर
सबसे बड़ा उपग्रह तारामंडल बन गया है।

पारंपरिक इंटरनेट से कैसे है अलग: हमारे
घरों, आफिस आदि में लगी पारंपरिक
इंटरनेट सेवाओं से यह अलग है। भारत में
अधिकतर इंटरनेट यूजर्स फाइबर आधारित

प्रौद्योगिकी पर निर्भर हैं, जो सैटेलाइट
इंटरनेट की तुलना में हाई स्पीड इंटरनेट
की सुविधा देती है। हालांकि जो चीज
स्टारलिंक की इंटरनेट सेवाओं को एक
बढ़त देती है, वह यह है कि इसके लिए
किसी वायर्ड कनेक्शन की आवश्यकता
नहीं होती है। साथ ही, इसे दुनियाभर में
कहीं से भी आसानी से एक्सेस किया
जा सकता है। फिलहाल स्टारलिंक की
इंटरनेट स्पीड 50 एमबीपीएस से 150
एमबीपीएस के बीच है। कंपनी का लक्ष्य
इसे 300 एमबीपीएस तक पहुंचाना है।



क्या है सेटेलाईट इंटर नेट के फायदे व नुकसान

फायदे

  • सैटेलाइटइंटरनेट को कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
  • आमतौरपरजो वादे किए जाते हैं,कईबार स्पीड उससे अधिक तेज होती है।
  • दूरदराज के क्षेत्रों और आपदा में उपयोगी।
  • आपदा की स्थिति में आसानी से रिकवर किया जा सकता है।

नुकसान

  • फिलहाल लेटेंसी की समस्या ।
  • इसके लिए आसमान का साफ होना जरूरी।
  • भारी बारिशया तेज हवा कनेक्शन को बाधित कर सकती है, जिससे इंटरनेट की स्पीड प्रभावित हो सकती है।
  • वीपीएन का सपोर्ट नहीं मिलेगा।

2021-06-25

maadhaar kaise use kare | m aadhar kaise use kare | how maadhaar works in hindi | maadhaar app how to use in hindi

एम आधार कैसे काम (Work) करता है या एम आधार एप कैसे युज(उपयोग) करे?


यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) ने एमआधार एप का नया वर्जन एंड्रॉयड और आइओएस प्लेटफॉर्म के लिए लॉन्च कर दिया है। यूआइडीएआइ के मुताबिक, यूजर्स इस एप का पुराना वर्जन डिलीट कर नया वर्जन इंस्टॉल कर सकते हैं। इस नए एप के जरिए यूजर्स आधार कार्ड डाउनलोड, ऑफलाइन ईकेवाइसी, क्यूआर कोड स्कैन, एड्रेस अपरेट, इमेल वेरिफाई करने जैसे कार्य किए जा सकते हैं। यह एप

यूजर्स के डाटा को पहले से ज्यादा सुरक्षित रखेगा। इसमें

13 भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है, जिसमें हिंदी, बंगाली,

उर्दू, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी,

मराठी, आसामी आदि भाषा शामिल हैं। इस एप के जरिए

वृजर्स अपने आधार या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को लॉक व अनलॉक भी कर सकते हैं।


कैसे करें नए एप का इस्तेमाल : इस एप का इस्तेमाल करने

के लिए सबसे पहले इसका लेटेस्ट वर्जन एंड्रॉयड के लिए

गूगल प्ले स्टोर और आइओएस के लिए एपल के एप स्टोर

से घनलोड करना होगा। इसके बाद एप को ओपन करें।

वहां आपके तीन परमिशंस मांगी जाएंगी। पहली मीडिया

फाइलला की एक्सेस करने के लिए, दूसरी फोटोज और

वीडियोज रिकॉर्ड करने के लिए और तीसरी लोकेशन के लिए। इन्हें आप अलाउकर दें।

• इसके बाद एमआधार पर भाषा की एक स्क्रीन दिखाई

देगी। यहां से आप अपनी भाषा का चुनाव कर सकते हैं।

अब आपको अपना आधार रजिस्टर करना होगा।

इसके बाद आपको यहां कई सर्विसेज मिलेंगी, जिसमें

आधार डाउनलोड करना, आधार रीप्रिंट, अपडेट एड्रेस

ऑनलाइन, पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाइसी, क्यूआर

कोड स्कैनर, वर्चुअल आइडी जनेरेटर, वेरिफाई आधार,

वेरिफाई ईमेल/मोबाइल जैसे फीचर्स मिलेंगे।

• आप स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। इसके जरिए आप

आधार स्टेटस, आधार अपडेट स्टेटस, एड्रेस अपडेट

स्टेटस, वैलिडेशन लेटर स्टेटस, आधार लिंकिंग/बैंक

स्टेटस, रीप्रिंट रिक्वेस्ट स्टेटस भी चेक किया जा सकेगा।

यूजर अपने आधार या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को

लॉक व अनलॉक भी कर सकते हैं।


2021-05-06

fb account verify kaise kare | instagram account verify kaise kare | facebook account verify kaise kare | blue tick instagram and facebook

ब्लू टिक(मार्क) मतलब

instagram par verify account kaise banaye ya blue tick instagram and facebook ko verify kaise kare?



इंटरनेट मीडिया सोशल मीडिया


दुनियाभर में इंटरनेट मीडियापरकरीब 3.6 अरबलोगों की भीड़ में

खुदको अलग औरवास्तविकसाबित करना चाहते हैं, तो ब्लू टिक'

या 'बैज' इसमें आपकी मदद करसकता है। ट्विटरपर'ब्लूबैज'

की प्रक्रिया फिरसे शुरूहोरही है। आइए,जानते हैं अलग-अलग

प्लेटफॉर्मपरब्लूबैजहासिल करने का क्या है तरीका...


इंटरनेट मीडिया पर बहुत सारे प्रोफाइल्स

के बगल में आप ब्लू टिक देखते होंगे।



आपको भी लगता होगा काश हमारे

एकाउंट के साथ भी यह ब्लू टिक होता। ब्लू टिक का

मतलब होता है कि वह एकाउंट न सिर्फ वेरिफाइड है,

बल्कि संबंधित व्यक्ति एक मशहूर पर्सनैलिटी भी है।

इंटरनेट मीडिया पर चाहे आपका व्यक्तिगत

। एकाउंट

हो या फिर बिजनेस, प्रोफाइल नेम के बगल में ब्लू

टिक या बैज भीड़ में आपको अलग दिखाता है।

टिक इसलिए भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह

विश्वसनीयता प्रदान करता है। हालांकि इंटरनेट

मीडिया पर एकाउंट का वेरिफाइड होना किसी

चुनौती से कम नहीं है। इसमें कुछ समय भी लग

सकता है। साथ ही, इसके लिए कुछ प्रक्रियाओं

से गुजरना पड़ता है।


ट्विटर एकाउंट


ट्विटर 'ब्लू बैज' के लिए

वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को फिर

से शुरू कर रहा है। ट्विटर ने 22

जनवरी से इनएक्टिव एकाउंट

को डी-बैज करना शुरू कर दिया है। इसके

बाद जल्द ही नये एकाउंट्स के लिए वेरिफिकेशन

की प्रक्रिया को शुरू करेगा। आपको बता दें कि

ट्विटर ने ब्लू बैज की प्रक्रिया को नवंबर 2017

के बाद होल्ड कर दिया गया था, जिसे

अब फिर से शुरू किया जा रहा है। इस

संबंध में ट्विटर का कहना है कि वह

वेरिफिकेशन प्रोसेस के लिए सेल्फ-सर्व

पोर्टल को फिर से लॉन्च करेगा।

किसे मिल सकता है ब्लू बैज: दिवटर

के अनुसार, वेरिफिकेशन किए

जाने वाले एकाउंट खास और

सक्रिय होने चाहिए। यहां छह तरह

के खास एकाउंट्स हैं यानी इनसे

संबंधित लोग ब्लू बैज हासिल कर

सकते हैं: 


● सरकार से जुड़े लोग

● कंपनियां, ब्रांड्स और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन

● न्यूज ऑर्गेनाइजेशन और जर्नलिस्ट

● मनोरंजन

● स्पोर्ट्स और इंस्पोर्ट्स

● एक्टिविस्ट, ऑर्गेनाइजर और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति


हालांकि ट्विटर का कहना है कि अन्य श्रेणियों

को जोड़ने से संबंधित सुझाव भी मिले हैं, जिनमें

शिक्षाविद, वैज्ञानिक, संत/आध्यात्मिक नेता आदि

शामिल हैं। कंपनी इन श्रेणियों को जोड़ने की योजना

पर कार्य कर रही है। लेकिन तब तक यदि आप इनमें

से किसी भी श्रेणी में आते हैं, तो आप एक्टिविस्ट,

ऑर्गेनाइजर और अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों के तहत

खुद को जोड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं।


छिन भी सकता है ब्लू बैजः यदि कोई यूजर अपना

एकाउंट नेम बदल लेता है या उनका एकाउंट

इनएक्टिव और अधूरा रहता है या फिर कोई यूजर बैज

हासिल करने के दौरान किसी पद पर था, लेकिन अब

उस पर नहीं है, तो ऐसी स्थिति में वह अपना ब्लू बैज

खो सकता है। इसके अलावा, एकाउंट वेरिफिकेशन के

लिए यदि कोई ट्विटर के मानदंडों को पूरा नहीं करता

है, तब भी वह अपना ब्लू बैज खो सकता है। ट्विटर

का कहना है कि वह अपनी सेवा-शों के अनुसार

किसी भी समय और बिना नोटिस के ब्लू वेरिफाइड

बैज को एकाउंट से हटा सकता है।

ऐसे कर सकते हैं आवेदनः वेरिफिकेशन की प्रक्रिया

शुरू होने के बाद दिवटर की नई सेल्फ-सगिन

एप्लीकेशन प्रक्रिया वेब और एप दोनों पर उपलब्ध



अगरबैज हासिल करना है


● सुनिश्चित करें कि आपका

प्रोफाइल यूनीक हो।एकाउंट

मे आपकी प्रोफाइल तस्वीर,

दिलचस्प बायो और आपकी कम

से कम एक पोस्टजरूरहो।


● आपकाएकाउंटपब्लिकहोना चाहिए।एकाउंटरियल

पर्सन, ऑर्गेनाइजेशनया फिरब्रांडकाहोनाजरूरीहै।


● वेरिफिकेशन के लिए जरूरी नहीं है कि इतनेफॉलोअर्स

होनेही चाहिए। इसके लिए ब्रांडया फिरप्रसिद्धहोना

जरूरीहैया फिरऐसाजो वास्तव में ऑनलाइन सर्च किया

जाताहो।


● यहसुनिश्चित करना होगा कि आप संबंधितप्लेटफॉर्मपर

नियमों का बार-बारउल्लंघनन करतेहों।

कोई कंपनी यूजरको वेरिफाईकरने के लिए पैसे कीमांग

नहीं करती है।




होगी। यूजर यहां पर ब्लू बैज के लिए अप्लाई कर

सकते हैं। उन्हें वेरिफिकेशन स्टेटस के लिए किसी

एक श्रेणी का चयन करना होगा। ब्लू टिक पाने के

लिए यूजर को लिंक्स के साथ सपोर्टिंग मैटीरियल

की जरूरत पड़ेगी। यूजर को बताना होगा कि उन्हें

ब्लू टिक या बैज क्यों दिया जाए। एप्लीकेशन का

ऑटोमेटेड और मैनुअल रिव्यू किया जाएगा। ट्विटर

का कहना है कि वेरिफाइड होने के लिए एकाउंट का

उल्लेखनीय होना जरूरी है। यदि आप एक सामान्य

नागरिक हैं, तो यहां ब्लू बैज हासिल करना मुश्किल

होगा। यदि आपके पास फॉलोअर की बड़ी संख्या है,

तो फिर ब्लू बैज मिलने की संभावना बन सकती है।


फेसबुक एकाउंट



ट्विटर ही नहीं, बल्कि फेसबुक

पर भी ब्लू टिक यानी बैज हासिल

किया जा सकता है, लेकिन यहां पर

बैज को हासिल करने के लिए कुछ

मानदंडों का पालन सुनिश्चित करना होगा। बैज को

हासिल करने से पहले फेसबुक यह देखेगा कि आप

वेरिफिकेशन के उसके मानदंडों को पूरा करते हैं या


नहीं। ऐसी चार चीजें हैं, जिन्हें फेसबुक देखता है :

एकाउंट की प्रामाणिकता : फेसबुक यह देखता है कि

वास्तविक या फिर व्यावसायिक नाम का उपयोग कर

रहे हैं या नहीं।

एकाउंट की विशिष्टता: आपका एकाउंट दिलचस्प और

खास होना चाहिए (पर कैट मेम्स या फनी फोटोज

आदि नहीं होने चाहिए)।

कंप्लीट सेटअप : फेसबुक एकाउंट फनी या फिर फैसी

नहीं होना चाहिए। एकाउंट एक्टिव होने के साथ

प्रोफाइल फोटो, एबाउट सेक्शन कंप्लीट होने के साथ-

साथ कम से कम एक पोस्ट जरूर होनी चाहिए।

उल्लेखनीय एकाउंट: बैज वेरिफिकेशन के लिए

आपको भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है, लेकिन

बैज के लिए यह देखा जाता है कि वास्तविक लोग

आपको ऑनलाइन सर्च कर सकें।

वेरिफिकेशन बैज के लिए अनुरोधः फेसबुक पर

वेरिफेकशन बैज के लिए आपको 'कॉन्टैक्ट फॉर्म'

भरना होगा। यदि पर्सनल एकाउंट को वेरिफाई करना

चाहते हैं, तो आपको सरकार द्वारा जारी एक आइडी

जमा करनी होगी। इसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस,

पासपोर्ट, वोटर कार्ड आदि का उपयोग कर सकते हैं।




अगर बिजनेस एकाउंट का वेरिफिकेशन कर रहे हैं,

तो फिर टैक्स इग्जेम्प्शन डॉक्यूमेंट, यूटिलिटी व फोन

बिल आदि के जरूरत भी पड़ेगी। एकाउंट के लिए

वेरिफिकेशन बैज क्यों मिलना चाहिए, इससे संबंधित

लिखित विवरण भी देना होगा। यदि कॉन्टैक्ट फॉर्म

को सबमिट कर देते हैं, तो फिर वेरिफिकेशन में यदि

रिक्वेस्ट को अस्वीकार कर दिया जाता है, तो 30 दिनों

के बाद फिर से आवेदन कर सकते हैं।


इंस्टाग्राम एकाउंट


इंस्टाग्राम पर भी वेरिफाइड एकाउंट

की संख्या बढ़ती जा रही है। अगर

आप भी अपने इंस्टाग्राम एकाउंट

को वेरिफाई कराना चाहते हैं, तो

इसका तरीका भी फेसबुक की तरह ही है। यहां पर

वेरिफिकेशन बैज के लिए ऐसे शुरुआत कर सकते हैं:


● जिस इंस्टाग्राम एकाउंट को वेरिफाई करना चाहते

हैं, उस एकाउंट में पहले लॉगइन करें।


● अपनी प्रोफाइल पर जाएं और स्क्रीन के दाहिनी

तरफ मेन्यू बटन वाले विकल्प पर टैप करें।


● इसके बाद सेटिंग्स पर क्लिक करें, फिर एकाउंट

में जाएं। यहां पर आपको रिक्वेस्ट वेरिफिकेशन का

विकल्प दिखाई देगा।


● इसके बाद दिशा-निर्देशों को पढ़ते हुए मांगी गई

जानकारी भरें। आपको सरकार द्वारा जारी कोई आइडी

भी अपलोड करनी पड़ेगी।


● सबमिट करने के बाद अपने वेरिफिकेशन बैज की

प्रतीक्षा करें। यदि आपका अनुरोध स्वीकार नहीं किया

जाता है, तो फेसबुक की तरह यहां भी 30 दिनों के

बाद वेरिफिकेशन बैज के लिए फिर से आवेदन कर

सकते हैं।



2021-05-02

driving licence renewal kaise kare in hindi | driving licence renewal karne ka tarika | ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे करें

ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे होगा इन हिन्दी या ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे होता है इन हिन्दी


सड़कों पर वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग

लाइसेंस होना बहुत जरूरी है। वाहन

चलाते हैं, तो आपके पास पहले से ही

लाइसेंस होगा। अगर ड्राइविंग लाइसेंस

एक्सपायर हो गया है, तो रिन्यू करवाने के

लिए इस कोरोना काल में कहीं भटकने की

जरूरत नहीं है। लाइसेंस को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से रिन्यू करवाया जा सकता है। 


जानते हैं क्या है इसका तरीका...


इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरतः ड्राइविंग लाइसेंस समाप्त होने के बाद रिन्यू करवाने के लिए 30 दिनों का ग्रेस पीरियड मिलता है। हालांकि ग्रेस पीरियड के बाद जितना विलंब करेंगे, शुल्क बढ़ता चला जाएगा। यह अलग-अलग राज्यों के हिसाब से भिन्न हो सकता है। अगर डॉक्यूमेंट्स की बात करें, तो आपके पास एक्सपायर ड्राइविंग लाइसेंस, एप्लिकेशन फॉर्म 9, मेडिकल सर्टिफिकेट फॉर्म नंबर 1 (नॉन-ट्रांसपोर्ट वाहन के लिए फिजिकल फिटनेस का सेल्फ डिक्लियरेंस) या फॉर्म नंबर 1 ए (केवल ट्रांसपोर्ट व्हीकल के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट), वैलिड एज प्रूफ, रेजिडेंशियल प्रूफ, 2 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, शुल्क आदि होना चाहिए।


ऑनलाइन तरीका : ड्राइविंग लाइसेंस को

रिन्यू करवाने का ऑनलाइन तरीका भी

आसान है। परिवहन बोर्ड की ऑफिशियल

वेबसाइट के माध्यम से रिन्यू करा

सकते हैं

● इसके लिए आपको सबसे पहले

परिवहन विभाग की ऑफिशियल

वेबसाइट https://parivahan.gov.in/

parivahan/ पर जाना होगा।

● यहां पर टॉप मैन्यू में 'ऑनलाइन

सर्विसेज' पर क्लिक करें। अब यहां पर


'ड्राइविंग लाइसेंस रिलेटेड सर्विसेज' वाले

विकल्प पर टैप करें। इसके बाद उस राज्य

को सलेक्ट करें, जहां के लिए ड्राइविंग

लाइसेंस को रिन्यू करवाना है।


● अब आप अगले पेज पर 'डीएल

सर्विसेज' पर क्लिक करें। यहां पर आवेदन

फॉर्म भरने से संबंधित निर्देश मिलेंगे। उसे

अच्छी तरह से पढ़ने के बाद कंटीन्यू पर

क्लिक करें। इसके बाद अपना ड्राइविंग

लाइसेंस नंबर, जन्म तिथि, कैटेगरी,

राज्य, आरटीओ ऑफिस और पिन कोड

दर्ज करें। अब 'प्रोसीड' पर क्लिक करें।


● अब आपको यहां पर 'रिक्वायर्ड

सर्विसेज' का विकल्प दिखेगा, इसमें आप

रिन्यूअल के विकल्प को सलेक्ट कर लें।

इसके साथ आवश्यक जानकारी को दर्ज

करना होगा। अपनी फोटो और सिग्नेचर

अपलोड कर दें। यदि आपके पास स्कैन

की गई कॉपीज नहीं हैं, तो डॉक्यूमेंट स्कैनर

एप्स की मदद भी ले सकते हैं।


● एक्नॉलेजमेंट रिसिप्ट (पावती रसीद)

और फॉर्म का प्रिंट ले लें। फिर उसे भर लें

और अपलोड कर दें। अब ड्राइविंग

लाइसेंस के लिए रिन्यू शुल्क का

भुगतान करना होगा। एक बार डॉक्यूमेंट्स

का सत्यापन हो जाने के बाद आपको 15

दिनों के अंतराल में डाक के माध्यम से

नया ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त हो जाएगा।


ऑफलाइन तरीका: अगर ऑनलाइन की

बजाय ऑफलाइन तरीके से ड्राइविंग

लाइसेंस को रिन्यू करवाना चाहते हैं, तो

यह है उसका तरीका:


● सबसे पहले आरटीओ ऑफिस से फॉर्म

9 प्राप्त कर लें। फॉर्म भरने के साथ जरूरी

दस्तावेज भी संलग्न करें। अगर दूसरे

राज्य के लिए रिन्यू करा रहे हैं, तो एक

एनओसी लेटर की जरूरत भी पड़ेगी।

● ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट साइज

फोटो भी संलग्न करना होगा। इसके बाद

रिन्यू शुल्क का भुगतान करना होगा। अगर

आपकी मेडिकल कंडिशन में कोई बदलाव

आया है, तो टेस्ट के लिए स्लॉट बुक करा

लें। एक बार जब आप टेस्ट पास कर लेते

हैं, तो अगले दिन आपको अपना रिन्यू

ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाएगा।


2021-04-18

voter card download kaise kare | e voter card download kaise kare | voter id card download kaise kiya jata hai tarika in hindi

 E Voter Card Download

वोटर कार्ड डाउनलोड कैसे करें या ई वोटर आईडी कार्ड डाउनलोड कैसे डाउनलोड करें तरीका विधि इन हिन्दी?


voter i card kaise download karen

ऐसे डाउनलोड करें वोटर आई डी


आधारकार्ड की तरह अब आप वोटर आइडी कार्ड को भी ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए देशभर में

इलेक्ट्रॉनिक इलेक्टोरल फोटो आइडी कार्ड की सुविधा शुरू करदी गईहै ।चुनाव आयोग की वेबसाइट से डिजिटल वोटर आइडी कार्ड को आसानी से डाउनलोड

कर सकते हैं। यह वोटर आइडी कार्ड का

डिजिटल वर्जन है। अगर आप चाहें, तो

इसे डिजिटल लॉकर

में भी सुरक्षित रख

सकते हैं। आइए

जानते हैं इससे जुड़ी

महत्वपूर्ण बातें...


● डिजिटल वोटर Voter

कार्ड डाउनलोड करने

की सुविधा दो चरणों में दी गई है। पहला

चरण 25 से 31जनवरीतक का है। इस

दौरान केवल नये वोटर्स ही डिजिटल वोटर

कार्ड को डाउनलोडकरपाएंगे।वहीं दूसरे

चरण कीशुरुआत 1फरवरी से होगी,

जिसमें सभीवोटर्स अपने वोटरआइडीको

डिजिटल रूप में डाउनलोडकरसकेंगे।

डिजिटल वोटर आइडी कार्ड के लिए

मोबाइल नंबरचुनाव आयोग की वेबसाइट

पररजिस्टर्डहोनाजरूरी है। यदि मोबाइल

नंबररजिस्टर्ड नहीं है, तो पहले आपको उसे

रजिस्टर्ड कराना होगा।इसे ऑनलाइन

चुनाव आयोग की वेबसाइट परजाकर कर

सकते हैं।


● वोटरकार्ड की डिजिटल कॉपी को

वोटरहेल्पलाइन एप या फिर आधिकारिक

वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा

सकता है। यदि फोन में एप नहीं है, तोइसे

डाउनलोड कर सकते हैं।


● लॉगइन करने के बाद आपको डाउनलोड

ई-ईपीआइसी का विकल्प दिखेगा । उसके

बाद मोबाइल नंबरया वोटरकार्डनंबर

डालकरआपपीडीएफ फॉर्मेट में अपने

वोटरकार्ड को डाउनलोड कर पाएंगे।

पीडीएफ फाइल में एक क्यूआरकोडभी


दिखेगा, जिसे स्कैन करके पूरी डिटेल देखी

जा सकेगी। नये मतदाताओं को उनके वोटर

आइडीकार्डकीहार्ड कॉपीभी मिल जाएगी।


● डिजिटलीकरण यह सुनिश्चित करने के

लिए है कि मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने

में कोईदेरीनहो, क्योंकि फिजिकल कार्ड

को प्रिंटकरने औरमतदाता तक पहुंचने

में काफी समय लग जाता है।

डिजिलॉकरपरभी डिजिटल वोटर

आइडी कार्ड को सुरक्षित स्टोरकियाजा

सकता है।


आइडी ऐसे करें डाउनलोड


डिजिटल वोटर आइडी कार्ड को डाउनलोड करने के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट

https://voterportal.eci.gov.in या फिर राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (एनवीएसपी) के लॉगइन पेज https://www.nvsp.in/Account/Login परजाएं।


● वोटर आइडी को डाउनलोड करने के

लिएएकाउंट बनाना पड़ेगा।मोबाइल

नंबरया फिरईमेल आइडीके जरिए

अपनाएकाउंट बना सकते हैं। अगर

आपके पास पहले से ही एकाउंट है, तो

आपकोईपीआइसीनंबर या फिरफॉर्म

रेफरेंस नंबरदर्ज करना पड़ेगा।

इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरपर

एक ओटीपीआएगा, जिसे वेब पोर्टल

परदर्जकरना होगा।


● इसके बाद डिजिटल वोटर आइडी

को डाउनलोड करने के लिए आपको

ई-ईपीआइसी के विकल्प परक्लिक

करना होगा। फिरवोटर आइडी

कार्ड पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोडहो

जाएगा, जिसे आप आसानी से प्रिंट

करा सकते हैं।


2017-03-01

how to recover wifi password in hindi | how to recover my wi-fi password | how do i recover my wi-fi password

wifi password recovery in hindi

वाई-फाई(WiFi) पासवर्ड का रिकवर कैसे करे या वाईफाई का password रिकवर करने का तरीका टिप्स इन हिन्दी


अगर आप अपने WiFi का पासवर्ड भूल(Forgotten) गए हैतो परेशान होने की जरूरत नही है । एक ट्रिक(Trick) अपनाकर आप उसे रिकवर (Recover) कर सकते है।

वाई-फाई का पासवर्ड रोज इस्‍तेमाल नही होता है। ऐसे में कभी आप कंप्‍यूटर(Computer) या मोबाइल(Mobile) को अपडेट( Update ) करने के बाद दोबारा वाई-फाई से कनेक्‍ट(Connect) करते हैतो पासवर्ड याद नही आता है । इस कारण वायरलेस राउटर (Wireless router) को रीसेट(Reset) करना मजबूरी बन जाती है। अगर आप भी ऐसी परिस्थित में फंस चुके हैतो इन टिप्‍स(Tips) के जरिए आप वाई-फाई का पासवर्ड रिकवर कर सकते है।

पासवर्ड रिकवर करने के लिए किसी दूसरे कंप्‍यूटर में Wi-Fi  Password Revealer डाउनलोड कर लें। अब इसे पेनड्राइव में लेकर अपने कंप्‍यूटर में इंस्‍टॉल कर लें। इंस्‍टॉलेशन खत्‍म हो जाने के बाद इस प्रोग्राम को रन करें। अब आप आसपास मौजूद सभी वाई-फाई नेटवर्क(Network) को देख पाएगेसाथ ही आपको उनका पासवर्ड भी दिखाई देगा। आपको इस प्रोग्राम को चलाने के अलावा कुछ और नही करना।

इसके आलावा आप बिना किसी थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर(Third Party Software) के भी पासवर्ड जान सकते है। इसके लिए वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्‍टेड कंप्‍यूटर लें। फिर  Start> Control Panel>Network And Sharing Center में जाएं। windows 8 कंप्‍यूटरपर आप windows keys + c टैप कर सकते है । इसके बाद सर्च पर क्लिक करें और network and sharing center खोजें। यहां लेफ्ट साइड बार में चेंज एडैप्‍टर सेटिंग्‍स(The Change adapter settings) पर क्लिक करें।



आप जिस वाई-फाई नेटवर्क का इस्‍तेमाल कर रहे हैउस पर राइट क्लिक करेंफिर स्‍टेटस पर क्लिक करें।  यहां आपको वासरेल प्रॉप‍र्टीज(Wireless Properties) का ऑप्‍शन (Option) दिखेगा। इस पर क्लिक करने के बाद सिक्‍योरिटी टैब(Security tab) पर क्लिक करें। अब आप वाई-फाई नेटवर्क का नाम और छिपा हुआ पासवर्ड देख पाएंगे। शो कैरेक्‍टर्स(Show characters) पर चेक करने से आपका सेव किया हुआ पासवर्ड दिखने लगेगा।

2017-02-26

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how to fix whatsapp crash in hindi

How To Repair And Fix Crash Whatsapp को क्रैश (Crash) होने से कैसे बचाएं

 
Whatsapp Hang होने और क्रैश(Crash) होने की समस्‍या से बचना चाहते हैतो समय-समय पर अपनी Whatsapp की Chatting Delete करते रहें।

 
हर कोई इंस्‍टेंट मैसेजिंग ऐप(Instant Messaging App) ‘Whatsapp’ का दीवाना है और इस दीवानगी में कई बार Whatsapp से जुडी Problems का भी सामना करना पडता है। इस Problems में सबसे बडी Problem है Whatsapp Crash हो जाना। अधिकांश Users इसी Problem से गुजरते है।

Whatsapp Crash होने पर ‘Unfortunately, WhatsApp has stopped और your WhatsApp is not responding’ जैसे Message आपके मोबाइल की Screen पर दिखाई देने लगते है। 


Expert मानते है कि Whatsapp Crash होने का सबसे बडा कारण होता है, Chatting  Save रखने का मोह। जब App में बहुत सारे Message Store हो जाते हैतो Whatsapp Hang होने लगता है। अगर Whatsapp काफी देर तक बंद(Close) रहता हैतो एक बार में ज्‍यादा Message Receive हो जाते है। ये भी Whatsapp Hang होने और Crash का बडा कारण(Reason) है।

इस तरह की परेशानी(Problem) से बचने के लिए समय-समय पर अपनी Chatting Delete करते रहें। इससे App पर Load कम हो जायगा और Space भी रहेगा। जब भी आपके Phone Whatsapp में Stopped या Not Responding  का Message आएतो तुरंत कैचे डाटा क्लियर (Cache Data Clear) करें।

इसके लिए मोबाइल के Applications Manager  में जाकर App को Select करें। यहां आपको Clear Cache का Option दिखाई देगा। यहां से Cache Clear कर दें। हम अक्‍सर Update को टालते रहते है।  Whatsapp Update न होने की वजह से भी Whatsapp Hanging और Crash होने की Problem आती रहती है।

 इसलिए Whatsapp को समय-समय पर Update करते रहें। अगर आपने नई सिम ली हैतो  Whatsapp उस Number पर नही चलेगा। इसके लिए आपको Number Register करना पडेगा उसके बाद ही Whatsapp काम करना शुरू करेगा। अगर कोई भी Trick काम न करेंतो Whatsapp को Uninstall कर दें और फिर से Install करें।

2017-02-04

how to check mail read or not in gmail in hindi | mail tracker for gmail | how to know mail read or not in gmail in hindi

how to check mail read or not in hindi ya gmail email read or not in hindi

Jane Kaise, Mail Send के बाद उसके Answer का Wait करते है । One Trick अपनाकर आप ये जान सकते है कि आपका Mail Read भी गया या नही



यहां हम आपको ऐसी Trick बता रहे हैजिससे आपको पता चल जाएगा कि आपका Send हुआ Main किसी ने Read है या नही । इसके साथ ही उसने कितनी देर पहले यह Mail पढा हैइसकी जानकारी भी आपको मिल जाएगी । 

1. Whatsapp की तरह ही यहां भी आपको यहां Mail पढे जाने के बाद दो राइट टिक (Right Mark) दिखाई देंगे । इसके लिए आपको बस एक छोटा सा काम करना होगा। सबसे पहले Google Chrome पर जाएं। राइट कॉर्नर(right corner) में दिखाई देने वाले तीन डॉट (Three Dot) पर Click करें।

2. Click करने के बाद एक Window खुलेगीजिसमे  More Tool पर जाकर ‘’Extension” पर जाएं। ‘’Extension” में जाने पर सबसे नीचे ‘’Get More Extensions” लिखा हुआ दिखाई देगा । अब सर्च बार में ‘’Mail Tracker” टाइप करें। 

3. यहां कई ऑप्‍शन नजर आएंगेलेकिन आपको “Mailtrack For Gmail”  को चुनना ही आपको ’’Add To Chrome” का ऑप्‍शन दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें। अब यह ‘’Extension”  क्रोम में ऐड हो जाएगा।

4. इसके बाद जीमेल अकाउंट से साइन इन करना होगा। साइन इन करते ही आपको “Mailtrack’’ आपके अकाउंट से कनेक्‍ट हो चुका मैसेज दिखेगा । इसमें ‘’Update Permissions”  पर क्लिक करें।

5. यहां आपको एक और मैसेज दिखाई देगा। अब ‘’Allow” पर क्लिक करें । अब आप कंपोज में जाए और मेल टाइप करके सेंड करें।

6. इसके बार सेंड में जाए यहां आपको कोने में एक सिंगल टिक का ऑप्‍शन दिखाई देगा। जैसे ही रिसीवर मेल पढ लेगासिंगल टिक डबल टिक में बदल जाएगा। यहां आपको दो राइट टिक के निशान दिखाई देने लगेगें। यहां आप टाइम भी देख सकते है कि आपका मैसेज SMS Messages कब पढा गया।