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2022-03-04

चेहरे के दाग धब्बे झुर्रियां कैसे हटाए - chehra saaf karne ke gharelu upay v tarika vidhi

Chehare Par Dag Pimple Aur Jhurya Kaise Hataye Or Chehra Chamkane v Saaf Karane Ke Gharelu Nuskhe


चेहरे पर दाग-धब्बे, झुर्रियां अक्सर आपको तनाव देती हैं। इन्हें दूर करने के लिए आप तरह-तरह के जतन करती हैं। ऐसे में कभी प्राकृतिक पद्धति को भी आजमाकर देखिए।


फेशियल क्यूपिंग क्या होता है?


सुंदरता की चाहत ने प्राचीन काल से लेकर आज तक न जाने कितने ही
घरेलू नुस्खे और अलग-अलग चिकित्सकीय तौर-तरीके खोजे हैं। आजमाए जा चुके कई तरीके खूबसूरती को बनाए रखने में कारगर भी साबित हुए हैं। फेशियल क्यूपिंग भी एक ऐसी ही प्राचीन थेरैपी है, जो चेहरे को ऐसा खूबसूरत और चमकदार बनाती है कि लोग देखते ही रह जाएं। सौंदर्य विशेषज्ञ मानते हैं कि फेशियल क्यूपिंग से बेहतर परिणाम आए हैं, हालांकि वे यह भी कहते हैं कि इसे आजमाने में कुछ सावधानियां अत्यधिक जरूरी हैं।


चेहरे की सफाई से शुरुआत



फेशियल क्यूपिंग थेरैपी के लिए पहले चेहरे और गर्दन की गहराई से सफाई की जाती है और फिर कुछ चिकित्सकीय तेलों से त्वचा की मालिश। इसके बाद चेहरे पर सक्शन कप को उल्टे-सीधे तरीके से रखते हैं। थोड़ी देर बाद चेहरे की मांसपेशियों को आराम देने के लिए कप को पूरे चेहरे पर घुमाते हैं। इस तरह कप रिवर्स सेक्शन शुरू होता है, जो ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाकर और रक्त परिसंचरण में सुधार लाकर चेहरे के ऊतकों को पुनर्जीवित करने के लिए एक वैक्यूम बनाता है। इससे ऊतकों की परतें अलग होती हैं, चेहरे की टेंस मसल्स को आराम मिलता है और स्किन को एक प्रॉपर ट्रीटमेंट मिलता है।

क्या हैं फायदे


फेस क्यूपिंग मांसपेशियों के तनाव को कम करती है। कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने वाली त्वचा कोशिकाओं को उत्तेजित करती है। रक्त परिसंचरण और ऑक्सीजन में वृद्धि करती है। चेहरे के ऊतकों को मजबूत करती है। चेहरे पर एक स्वस्थ चमक लाती है। झुर्रियां, काले दाग- धब्बों के साथ बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करती  है। चेहरे से फाइन लाइंस को भी कम करती है।


रक्त को शुद्ध करने के लिए


फेशियल क्यूपिंग यानी रक्त मोक्षण आयुर्वेद की वह पद्धति है, जिसका उपयोग रक्त की शुद्धि करके त्वचा के निखार के लिए किया जाता था। क्यूपिंग असल में, रक्त को शुद्ध करने के साथ ही उसके सर्कुलेशन को बढ़ा देती है। इससे त्वचा में निखार आता है। इसका असर हार्मोंस की गड़बड़ी को दूर करने के तौर पर भी देखा गया है। वैसे तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, लेकिन विशेषज्ञ की देख-रेख में भी इसे कराना बेहतर है, क्योंकि वही इसे सही ढंग से करा पाते हैं।


घर पर भी फेस क्यूपिंग



उचित देखभाल और सावधानियों के साथ फेशियल क्यूपिंग घर पर भी की जा सकती है, लेकिन यदि आपके चेहरे की त्वचा काफी संवेदनशील है तो उसको टीएलसी की जरूरत होती है। घर पर फेस क्यूपिंग के लिए पहले चेहरे की गंदगी को साफ करें। फिर किसी प्राकृतिक तेल (जोजोबा तेल) से चेहरे की धीरे-धीरे मालिश करें। सक्शन कप से धीरे से त्वचा को दबाएं। जब चेहरे की त्वचा पर खिंचाव महसूस करने लगें तो धीरे-धीरे दूसरी तरफ करें। इसे हमेशा चेहरे के मध्य भाग से शुरू करें। नाक, भौं के लिए छोटे कप और माथे, गाल के लिए बड़े कप का उपयोग करें। इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक ही करें।



कब न करें



वैसे तो इस थेरैपी को दोषपूर्ण नहीं माना गया है, न ही इसके कोई दुष्परिणाम देखने को मिले है, लेकिन इससे मिलने वाले परिणाम भी इस बात
पर निर्भर करते हैं कि आपकी त्वचा किस प्रकार की है। इसके चलते कुछ मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे- जी मिचलाना, चक्कर आना, सिर चकराना, ठंड लगना, जलन या रैशेज। यही वजह है कि सूजन और त्वचा पर किसी भी तरह की चोट होने पर इस थेरैपी को आजमाने की सलाह नहीं दी जाती। इस थेरैपी का उपयोग करने से पहले सौंदर्य विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें और उनके बताए तरीकों का ही पालन करें।

2021-05-02

चावल के मांड पीने के फायदे | चावल के मांड फायदे | चावल के मांड के गुण | चावल के मांड के चेहरे पर कैसे लगाएं | चावल के मांड के के लाभ बारे में बताइए

चावल का मांड पीने से क्या होता है या चावल का मांड पीने से क्या फायदा है

चावल का मांड पीने के लाभ, चावल के मांड के फायदे बताइए


खाने में चावल खास है। और उससे भी खास है उसका पानी यानी मांड। सेहत के लिए भी, सौंदर्य के लिए भी। यह आपको डिहाइड्रेशन से भी बचाता है।


नहाने में चावल का पानी जापान, चीन और अन्य दक्षिण- पूर्व एशियन देशों की महिला किसान चावल धोने के बाद पानी को नहीं फेंकती, बल्कि उस पानी का इस्तेमाल नहाने में करती हैं। इससे त्वचा मुलायम रहती है।


चावल का पानी यानी मांड को अक्सर महिलाएं स्टार्च के चक्कर में फेंक देती हैं। वैसे गांव- घरों में आज भी लोग मांड में नमक या चीनी मिलाकर पीते हैं। यह अलग बात है कि उनको इससे होने वाले फायदों की जानकारी कम हो। चावल में विटामिन ए, बी कॉप्लैक्स समेत कुछ मिनरल्स भी होते हैं। ऐसे में जब हम चावल को पकाते हैं या पानी में भिगोते हैं, तो उसके कुछ विटामिन्स और मिनरल्स पानी में मिक्स हो जाते हैं। इसी गुण के कारण मांड भी सेहतमंद हो जाता है। पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में तो लोग चावल को एक से दो दिन के लिए पानी में भिगोकर फर्मेंटेशन करते हैं। फिर इस पानी को छानकर फ्रिज में रख देते हैं। इसे माइल्ड एनर्जी ड्रिंक के रूप में सेवन करते हैं। इससे कूलिंग इफेक्ट मिलता है। यानी कार्बोहाइड्रेट युक्त चावल का पानी तुरंत एनर्जी देने वाला होता है। इसको पीने से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है।


शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के साथ यह डिहाइड्रेशन की समस्या से भी बचाता है। इसलिए गांवों

में लोग बुखार में मांड पीते हैं। एक तो यह आपको इंफेक्शन से बचाता है और साथ ही शरीर के तापमान को

नियंत्रित करता है। गर्मियों में लू से बचाव के लिए भी लोग मांड का सेवन करते हैं। जिन लोगों को पेट से संबंधित

समस्या रहती है, विशेषकर कब्ज या गैस की समस्या, उन्हें चावल का मांड अवश्य लेना चाहिए। पेट को ठंडक

देने के साथ यह खाना पचाने में भी मदद करता है।


अक्सर सोडियम कम होने के कारण यह हाई ब्लडप्रेशर

और हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों के लिए भी अच्छा

आहार माना जाता है। जो महिलाएं सफेद पानी की

समस्या से परेशान हैं, उन्हें चावल का मांड दिन में दो

बार लेना चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है।


चावल के मांड के चेहरे पर कैसे लगाएं


चेहरे पर चमक पाने के लिए भी चावल के पानी का

इस्तेमाल कर सकती हैं। कॉटन में चावल के पानी लेकर

चेहरे पर 15-20 मिनट तक रखें और फिर धो लें। इस

उपाय को दिन में दो बार करें। इससे कील-मुंहासे भी

ठीक होते हैं। चावल में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे

विटामिन सी, ए, फिनॉलिक और फ्लेवेनॉयड तत्व होते

हैं, जो न सिर्फ झुर्रियों की समस्या को कम करते हैं,

बल्कि प्रदूषण से भी त्वचा को बचाते हैं।

चावल के पानी या मांड से नियमित रूप से चेहरे को धोने

से त्वचा पर निखार आता है।


कहीं-कहीं महिलाएं बालों को लंबा करने और चमक

बढ़ाने के लिए फर्मेटेड राइस वाटर का इस्तेमाल करती

हैं। वहीं जापान में भी इसका इस्तेमाल बालों को मजबूत

करने के लिए किया जाता है। पतले बालों की समस्या से

परेशान हैं, तो चावल के पानी को अपने बालों में लगाकर

20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर किसी अच्छे शैंपू से

बालों को धो लें। इससे बालों की चमक भी बढ़ती है।

इससे बाल मजबूत भी होते हैं। बालों को ज्यादा पोषण

देने के लिए इसमें रोजमैरी, लैवेंडर या टी ट्री जैसे

असेंशियल ऑयल्स मिलाएं।

रूसी से निजात पाने के लिए मांड में शिकाकाई पाउडर

मिला लें। इसे बालों में कुछ देर रखने के बाद साफ पानी

से बालों को धो लें।




2021-02-24

face pack homemade for glowing skin in hindi | face pack for glowing skin in hindi

 फेस पैक होममडे (Face Pack Homemade)

फेस पैक घर पर कैसे बनाएं तरीका विधि या फेस पैक कैसे बनाएं घर पर और कैसे लगाते है

 

कैमिकल फेशियल के लिए हर बार पैसे खर्च करने से बेहतर है कि प्राकृतिक फेस पैक का इस्तेमाल करें और त्वचा को खूबसूरत बनाएं।

 

गर्मी के मौसम में हमारा चेहरा बहुत तैलीय और बेजान हो जाता है। साथ ही वातावरण में मौजूद दूषित कणों से त्वचा में फाइन लाइन्स, झुर्रियां और दाग-धब्बे भी दिखाई देने लगते हैं। इसके लिए आप पार्लर के चक्कर लगाती हैं और फेशियल के लिए हर बार काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। ओशिया हर्बल्स के स्किन केयर एक्सपर्ट व डायरेक्टर कहते हैं कि पार्लर में रासायनिक उत्पादों के इस्तेमाल से हमारी त्वचा को नुकसान भी पहुंच सकता है। इसलिए सुंदर और स्वस्थ त्वचा के लिए आप घर पर बने कुछ फेस पैक का इस्तेमाल कर सकती है, जो गर्मी में त्वचा को पोषण प्रदान कर उसे हाइड्रेटेड रख सकते हैं।

 

दही और तरबूज का फेस पैक

ताजी दही त्वचा को मुलायम रखती है और तरबूज उसे ठंडा रखता है। साथ में वे धूप के कारण चेहरे पर आई लालीमा को दूर कर चेहरे को निखारने के लिए एकदम सही रूप से काम करते हैं। दही अपने प्राकृतिक जीवित एंजाइमों के कारण एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी है। इसमें सुखदायक गुण भी होते हैं, जो मुंहासे की सूजन को शांत करते हैं। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड मुंहासे पर प्रभावी रूप से काम करती है और मुंहासों को धीरे-धीरे से बाहर निकालती है। एक कप दही के साथ तरबूज को ब्लेंड करें, जिससे एक अच्छा पेस्ट बन जाए। अपने चेहरे और अन्य सनबर्न वाले क्षेत्र पर इस मिश्रण को लगाने के लिए ब्रश का उपयोग करें। 20 मिनट तक लगा छोड़ प्रतीक्षा करें और फिर धो लें।

खीरा और शहद का फेस पैक

खीरा त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और काले घेरों को दूर करता है। दूसरी ओर शहद एक एक्सफोलिएटर की तरह काम करता है। यह आपके पोर्स को साफ करता है, सनबर्न को दूर करता है और गर्मियों में भी त्वचा पर एक प्राकृतिक ग्लो लाता है। इस फेस पैक का गर्मियों में रूटीन से इस्तेमाल करना चाहिए। एक साफ और ताजे खीरे को छीलकर ब्लेंड करें और उसमें एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं। अब इस पेस्ट को ध्यान से पूरे चेहरे पर लागू करें। आराम करें और इस फेस पैक को त्वचा पर अपना असर दिखाने दें। 30 मिनट के बाद धो लें।

 

पुदीना और हल्दी का फेस पैक

हल्दी का फेस मास्क मुंहासों पर काम कर सकता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, यह मुंहासे के निशान पर काम करता है और चेहरे को साफ भी कर सकता है। हल्दी और पुदीना मेन्थॉल से भरपूर होता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। पुदीना गर्मी से त्वचा की रक्षा करता है। त्वचा को क्लींजिंग से लेकर टोनिंग और हाइड्रेट करने तक, यह फेस पैक में कई प्रकार के कार्य करता है। थोड़े से पानी के साथ कुछ ताजे और साफ पुदीने के पत्तों को पीस लें और थोड़े से हल्दी के साथ एक पेस्ट बना लें। अब इस फेस पैक को अपनी त्वचा पर अच्छी तरह लगाएं और इसे 15 मिनट तक लगा छोड़ दें फिर पानी से अच्छी तरह धो लें।

टमाटर का फेस पैक

टमाटर में पोटैशियम और विटामिन-सी बड़ी मात्रा में होते हैं। यह त्वचा में चमक बहाल करता है। टमाटर में लाइकोपीन भी होता है, जो एक एंटी-ऑक्सिडेंट है और शरीर में मुक्त कणों से लड़ने में मदद करता है। अस्ट्रिन्जन्ट गुणों के कारण टमाटर त्वचा की सतह पर अतिरिक्त सीबम को कम करने में मदद करता है, जिससे तेल का निर्माण होता है, जो ब्लैक और व्हाइट हेड्स की संभावना को कम करता है। गर्मियों में चेहरे पर टमाटर बहुत ही प्रभावी रूप से काम करता है। टमाटर के गूदे में शहद की बूंदें डालकर एक पेस्ट बना लें। अब जहां भी आप डी-टैन करना चाहते हैं, वहां पेस्ट लगाएं और लगभग 15 मिनट के लिए लगा छोड़ दें। फिर इसे इसे ठंडे पानी से धो लें।

 

 

 

2021-02-07

garmi me twacha ki dekhbhal kaise kare

 गर्मी त्वचा की देखभाल या गर्मी में त्वचा की देखभाल

 

गर्मियों के मौसम में बहता हुआ पसीना त्वचा से संबंधित कई परेशानियों को बुलाता है। लेकीन अगर सतर्क रहें.....तो आप परेशानी नही रहेगी।

 

गर्मी त्वचा की देखभाल कैसे करे?

 

उच्च तापमान और ह्यूमिडिटी के कारण गर्मी का मौसम हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। इस मौसम में बहते हुए पसीने पर धूल के कण और प्रदूषक तत्व चिपकने लगते हैं। इससे त्वचा पर खुजली होने लगती है। पसीना, धूल के कणों और अन्य प्रदूषित तत्वों को अपनी ओर खींचता है। कठोर व हानिकारक सूर्य की किरणें त्वचा में टैनिंग कर देती हैं और आगे चलकर यह सन बर्न का कारण बन सकती हैं। यदि समय पर जांच नहीं करवाई जाए, तो त्वचा पर पिग्मेंट स्पॉट दिखाई देने लगते हैं और भी कई तरह की परेशानियां सामने आती हैं-

मुंहासे : गर्मियों के दौरान अधिक पसीना आता है, जिसके कारण मुंहासे होते हैं। इससे बचने के लिए पूरे दिन अपने चेहरे को नियमित अंतराल पर धोते रहना बहुत आवश्यक है, क्योंकि इससे सीबम का उत्पादन नियंत्रित होता है। इसके साथ ही हल्दी और दही जैसी सामग्री के साथ घर पर बने फेस पैक लगाना चाहिए।

घमोरियाः चिलचिलाती गर्मी में छोटे, उभरे हुए लाल धब्बों और बहुत सारे खुजली वाले दाने आ जाते हैं, जो त्वचा पर चुभने लगते हैं। इससे बचने के लिए दही, गुलाब जल और चंदन का आवश्यक रूप से इस्तेमाल करें। इन में बहुत सारे गुण होते हैं, जो घमोरियां पर तुरंत असर दिखाता है

फंगल इन्फेक्शस: गर्मियों के मौसम में फंगल इन्फेक्शस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। फंगस त्वचा के सबसे ऊपरी परत में बढ़ता है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके, पसीने वाले कपड़ों को बदलें। स्नीकर्स के साथ मोजे पहनें या अक्सर स्नीकर्स बदलें। यदि संक्रमण हो गया है, तो एक त्वचा विशेषज्ञ से जरूर मिलें।

फॉलिकुलिटिस: यह एक आम संक्रमण है, जिसमें बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण के कारण रोम छिद्र फूल जाते हैं। यह कंधे, जांघों और पीठ पर लाल फुसियों को दर्शाता है। इस समस्या से बचने के लिए हमेशा एंटी- बैक्टीरियल क्लींजर का इस्तेमाल करना चाहिए।

सनटैनः सूरज की हानिकारक किरणें टैनिंग और असमान स्किन टोन का भी कारण बनती हैं। हमेशा त्वचा पर सनस्क्रीन लगाएं। यह सूरज की किरणों के हानिकारक प्रभावों से त्वचा की सुरक्षा करता है। इसके अलावा, धूप के नुकसान से बचने के लिए ठंडे पानी से स्नान करें। चकत्ते या रैशेसः पसीना और वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ने से अक्सर गर्मी में चकत्ते हो जाते हैं। इनको रोकने के लिए गर्मियों के दौरान क्रीम और औषधीय पाउडर का उपयोग करें। इसके अलावा, हमेशा सूती जैसे सांस लेने वाले कपड़े पहनें, जिससे आपका पसीना सूख जाए।