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2022-04-12

touch kaam na kare to kya karen

टचपैड काम नहीं कर रहा है तो क्या करे या उसे कैसे ठीक करे?



टच पैड जब न करे काम तो क्या करे विंडोज 1 लैपटाप पर काम करने के दौरान कई बार ऐसा होता है कि टचपैड अचानक कार्य करना बंद कर देता है। विंडोज 11 में अपडेट के बाद कई सारे यूजर्स को लैपटाप के टचपैड में समस्या आने लगी है। वैसे, टचपैड कार्य न करने
के बहुत से कारण हो सकते हैं। हो सकता
है कि टचपैड के नीचे धूल जमा हो या फिर
मालवेयर की वजह से टचपैड ने रिस्पांस
करना बंद कर दिया हो। अगर किसी
कारण से आपके लैपटाप का टचपैड कार्य
नहीं कर रहा है, तो इसे आप सावधानी
के साथ खुद भी ठीक करने की कोशिश
कर सकते हैं। आइए जानते हैं टचपैड
फंक्शनैलिटी से जुड़ी समस्याओं को कैसे
ठीक किया जा सकता है:
डिवाइस मैनेजर का करें उपयोग : टचपैड
ड्राइवर्स से जुड़ी समस्या को ठीक करने
के लिए विंडोज के अंदर डिवाइस मैनेजर
प्रभावी मैनेजमेंट टूल है। इसके माध्यम से
टचपैड ड्राइवरों को आसानी से अपडेट
और ठीक किया जा सकता है...
विंडोज की को प्रेस करें और डिवाइस
मैनेजर एप को सर्च कर ओपन करें।
• डिवाइस मैनेजर विंडो के अंदर माउस
व अन्य डिवाइस को सर्च करें। यहां
टचपैड वाले विकल्प पर राइट क्लिक करें
और अपडेट ड्राइवर पर क्लिक करें।

•आप या तो अपने ड्राइवर्स को आनलाइन -
अपडेट करना चुन सकते हैं या फिर इसे
मैनुअली अपडेट करने के लिए सिस्टम के
माध्यम से भी ब्राउज कर सकते हैं।
• टचपैड ड्राइवर्स को अपडेट करने के
लिए पसंदीदा विकल्प चुनें। अपडेट
इंस्टालेशन के बाद सिस्टम को
रीस्टार्ट करें।
टचपैड कांफिगरेशन को रीसेट करें: कई बार
ऐसा होता है कि आपके द्वारा हाल ही में
एप इंस्टाल/अपडेट की वजह से भी पूर्व-
निर्धारित कांफिगरेशन में बदलाव आ जाते
हैं, जिसकी वजह से टचपैड कार्य करना
बंद कर देता है। इस समस्या को ठीक
करने के लिए आपको अपने टचपैड के
लिए डिफाल्ट सेटिंग्स को मैनुअल रूप से


रीस्टोर करना होगा।
•विंडोज की को प्रेस करने के बाद
टचपैड सेटिंग्स को सर्च कर ओपन करें।
इसके बाद आपको 'मोर टचपैड' सेटिंग्स
के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
• टचपैड को चुनने के बाद सेटिंग्स
पर क्लिक करें। टचपैड के फैक्टरी
कांफिगरेशन को रीस्टोर करने के लिए
'रीस्टोर आल डिफाल्ट' बटन पर क्लिक
करें। इसके बाद टचपैड से जुड़ी दिक्कतें
दूर हो जानी चाहिए।
देखें टचपैड इनेबल है या नहीं: कुछ विंडोज
यूजर्स की शिकायत है कि विंडोज 11 में
अपडेट करने के बाद उनका टचपैड
आटोमैटिकली डिसेबल हो गया। इस
समस्या को ठीक करने और अपने टचपैड


की फंक्शनैलिटी को वापस लाने के लिए
आपको सेटिंग्स तक पहुंच कर टचपैड को
मैनुअल तरीके से इनेबल करना होगा।
• विंडोज लैपटाप में पहले टचपैड सेटिंग्स
को सर्च करें, फिर 'मोर टचपैड' सेटिंग्स
बटन पर क्लिक करें।
• फिर टचपैड को चुनें और विंडोज 11 में
इसे फिर से इनेबल करने के लिए इसके
नीचे 'इनेबल बटन पर क्लिक करें। इस
सेटिंग्स को लागू करने के लिए अपने
सिस्टम को रीबूट करना होगा।
विंडोज अपडेट को अनइंस्टाल/रोलबैक
करें: अगर हाल के अपडेट की वजह
से विंडोज11 लैपटाप में टचपैड ने काम
करना बंद कर दिया है, तो इस समस्या को
ठीक करने के लिए आपको अपने विंडोज
11 सिस्टम पर लागू किए गए लेटेस्ट
अपडेट को मैनुअल तरीके से रोलबैक या
फिर अनइंस्टाल करना होगा।
• विंडोज 11 लैपटाप के सेटिंग एप को
ओपन करें। फिर बायीं तरफ साइडबार में
विंडोज अपडेट पर क्लिक करें और आगे
अपडेट हिस्ट्री आप्शन पर जाना होगा।
• इसके बाद अनइंस्टाल अपडेट विकल्प
पर क्लिक करें। अब टाइम के हिसाब
से लेटेस्ट अपडेट का चयन करें, फिर
अनइंस्टाल पर क्लिक करें। इस बदलाव
को लागू करने के लिए सिस्टम को रीस्टार्ट
करना होगा।

2022-03-29

पिंपल्स - muhase ka ilaj, muhase kaise Hataye ya Saaf Karane, Tarika, Vidhi, Illaj, Upchar, Chhutkara

चेहरे (फ़ेस) मुंहासे दाग धब्बे खत्म या दूर करने का तरीका, इलाज व उपचार छुटकारा?



हामोस में असंतुलन, गलत जीवनशैली या कुछ अन्य कारणों से चेहरे पर एक्ने होना आम बात है, मगर इनको उचित देखभाल में नजर अंदाजी पोछे छोड़ जाती है इनके दाग, जो कर देते हैं चेहरा बेजान...

मुंहासे क्यों होते हैं ?


चेहरे पर मुंहासे होने का अर्थ है कि आपका शरीर यह संकेत दे रहा है कि आपकी दिनचर्या या खानपान की शैली में कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता है। इसके अलावा हामोस में आने वाले बदलाव भी इस प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। इससे ज्यादा परेशानी का सबब बनते हैं एक्ने के बाद होने वाले दाग-धब्बे। ये दाग तब होते हैं, जब कोई मुंहासा त्वचा के भीतर गहराई तक पहुंच जाता है और भीतर के टिश्यू को नुकसान पहुंचाता है। इसीलिए हर प्रकार के दाग-धब्बे के उपचार का अलग असर होता है और कुछ उपचार अन्य के मुकाबले खास प्रकार के धब्बों पर ज्यादा प्रभावी होते है। इनका सही उपचार करवाकर ही इन्हें पूरी तरह समाप्त किया जाना चाहिए। जब शरीर में किसी चोट की वजह से अधिक मात्रा में कोलेजन बनने लगता है तो आइस पिक जैसे परेशान करने वाले स्कार्स बन सकते हैं। आइस पिक स्कार्स त्वचा में बहत गहरे तक जगह बना चुके छिद्र होते हैं, जिसे देखकर ऐसा लगता है कि त्वचा एक आइस पिक के साथ पंक्चर की गई है। इसके उपचार में पंच नामक एक छोटे उपकरण से स्कार को काटना और उसकी वजह से बने छिद्र पर टांके लगाना शामिल होता है, लेकिन यह सिर्फ अकेले आइस पिक स्कार्स पर ही काम करता है। अगर कई आइस

रेडियोफ्रीक्वेसी एनजी


पिक स्कार्स हों तो एक्ने स्कार उपचार डिवाइरों जिनमें रेडियोफ्रीक्वेसी एनजी का इस्तेमाल होता है तो ये अच्छा विकल्प साबित होता है। ये उपचार त्वचा के भीतर कोलेजन बनाने में मदद करते है। यह कोलेजन स्कार्सको भीतर से भरने में मदद करता है। लेजर, रेडियोफ्रीक्वेंसी या एक अल्ट्रासाउंड डिवाइस से ऊर्जा आधारित स्किन रिसफेसिंग ट्रीटमेंट काम में आ सकता है, क्योंकि ये सभी त्वचा के भीतर कोलेजन बनाने का काम करते हैं। दाग-धब्बे के विस्तार, रासायनिक पील्स के आधार पर उपचारों की श्रृंखला की जरूरत होती है, जो उसे फैलने से रोकने में मदद करते हैं। इनमें से किसी भी प्रक्रिया के बाद रेटीनॉयड क्रीम का इस्तेमाल करने से कोशिकाओं की संख्या बढ़ती है और कोलेजन में भी इजाफा होता है।

फ्रैक्शनल नॉन एब्लेटिव लेजर


फ्रैक्शनल नॉन एब्लेटिव लेजर नई तकनीक है और पुरानी लेजर तकनीक के मुकाबले इसमें कम समय लगता है साथ ही इसके परिणाम भी अच्छे आते हैं। पुराने एब्लेटिव लेजर्स में त्वचा की बाहरी सतह नष्ट हो जाती है, जिसे ठीक होने में समय अधिक लगता है, लेकिन ये नॉन एब्लेटिव लेजर्स फ्रक्सेल की तरह होते हैं, जो त्वचा की बाहरी सतह से होकर गुजरता है और बिना नुकसान पहुँचाये गहरे टिश्यू को गरमाहट देता है और कोलेजन को रोलिंग स्कास को प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) के साथ  माइक्रोनीडिलिंग के बाद माइक्रोफैट इंजेक्शन के साथ ठीक किया जा सकता है, माइक्रोनीडिलिग से त्वचा पर छोटे धाव हो जाते हैं। इसके बाद शरीर की प्राकृतिक, नियत्रित सुधार प्रक्रिया शुरू होती है जिससे आतरिक तौर पर कोलेजन बनने शुरू हो जाते है। माइक्रोनीडिलिंग भी एक महत्वपूर्ण एक्ने स्कार उपचार है, क्योंकि यह त्वचा के भीतर चैनलों को खोलते हैं, जो पीआरपी सुधार करने वाले कारकों को आपके रक्त और त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों को त्वचा के भीतरी सतह तक पहुंचने का मौका देते हैं जहां इनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

हाइपरपिगमेंटेशन से एक्ने


स्कार्स का उपचार हाइड्रोक्विनोन और सनब्लॉक के साथ होता है।
हाइड्रोक्विनोन एक टॉपिकल ब्लीचिंग एजेंट होता है, जिसका इस्तेमाल आप सीधे गहरे धब्बे पर कर सकते हैं। सनब्लॉक महत्वपूर्ण है, क्योंकि सूरज की रोशनी में हाइपरपिगमेंटेशन खराब हो सकता है। अन्य लोकप्रिय उपचारों
में ग्लाइकोलिक एसिड क्रीम शामिल है,जो त्वचा पर गहरे धब्बों की बाहरी
सतह को खत्म करती है। कई बार कई प्रकार के उपचारों की जरूरत होती है और यह आपके शरीर की प्राकृतिक सुधार प्रक्रिया पर भी निर्भर करता है।

2022-03-04

चेहरे के दाग धब्बे झुर्रियां कैसे हटाए - chehra saaf karne ke gharelu upay v tarika vidhi

Chehare Par Dag Pimple Aur Jhurya Kaise Hataye Or Chehra Chamkane v Saaf Karane Ke Gharelu Nuskhe


चेहरे पर दाग-धब्बे, झुर्रियां अक्सर आपको तनाव देती हैं। इन्हें दूर करने के लिए आप तरह-तरह के जतन करती हैं। ऐसे में कभी प्राकृतिक पद्धति को भी आजमाकर देखिए।


फेशियल क्यूपिंग क्या होता है?


सुंदरता की चाहत ने प्राचीन काल से लेकर आज तक न जाने कितने ही
घरेलू नुस्खे और अलग-अलग चिकित्सकीय तौर-तरीके खोजे हैं। आजमाए जा चुके कई तरीके खूबसूरती को बनाए रखने में कारगर भी साबित हुए हैं। फेशियल क्यूपिंग भी एक ऐसी ही प्राचीन थेरैपी है, जो चेहरे को ऐसा खूबसूरत और चमकदार बनाती है कि लोग देखते ही रह जाएं। सौंदर्य विशेषज्ञ मानते हैं कि फेशियल क्यूपिंग से बेहतर परिणाम आए हैं, हालांकि वे यह भी कहते हैं कि इसे आजमाने में कुछ सावधानियां अत्यधिक जरूरी हैं।


चेहरे की सफाई से शुरुआत



फेशियल क्यूपिंग थेरैपी के लिए पहले चेहरे और गर्दन की गहराई से सफाई की जाती है और फिर कुछ चिकित्सकीय तेलों से त्वचा की मालिश। इसके बाद चेहरे पर सक्शन कप को उल्टे-सीधे तरीके से रखते हैं। थोड़ी देर बाद चेहरे की मांसपेशियों को आराम देने के लिए कप को पूरे चेहरे पर घुमाते हैं। इस तरह कप रिवर्स सेक्शन शुरू होता है, जो ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाकर और रक्त परिसंचरण में सुधार लाकर चेहरे के ऊतकों को पुनर्जीवित करने के लिए एक वैक्यूम बनाता है। इससे ऊतकों की परतें अलग होती हैं, चेहरे की टेंस मसल्स को आराम मिलता है और स्किन को एक प्रॉपर ट्रीटमेंट मिलता है।

क्या हैं फायदे


फेस क्यूपिंग मांसपेशियों के तनाव को कम करती है। कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने वाली त्वचा कोशिकाओं को उत्तेजित करती है। रक्त परिसंचरण और ऑक्सीजन में वृद्धि करती है। चेहरे के ऊतकों को मजबूत करती है। चेहरे पर एक स्वस्थ चमक लाती है। झुर्रियां, काले दाग- धब्बों के साथ बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करती  है। चेहरे से फाइन लाइंस को भी कम करती है।


रक्त को शुद्ध करने के लिए


फेशियल क्यूपिंग यानी रक्त मोक्षण आयुर्वेद की वह पद्धति है, जिसका उपयोग रक्त की शुद्धि करके त्वचा के निखार के लिए किया जाता था। क्यूपिंग असल में, रक्त को शुद्ध करने के साथ ही उसके सर्कुलेशन को बढ़ा देती है। इससे त्वचा में निखार आता है। इसका असर हार्मोंस की गड़बड़ी को दूर करने के तौर पर भी देखा गया है। वैसे तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, लेकिन विशेषज्ञ की देख-रेख में भी इसे कराना बेहतर है, क्योंकि वही इसे सही ढंग से करा पाते हैं।


घर पर भी फेस क्यूपिंग



उचित देखभाल और सावधानियों के साथ फेशियल क्यूपिंग घर पर भी की जा सकती है, लेकिन यदि आपके चेहरे की त्वचा काफी संवेदनशील है तो उसको टीएलसी की जरूरत होती है। घर पर फेस क्यूपिंग के लिए पहले चेहरे की गंदगी को साफ करें। फिर किसी प्राकृतिक तेल (जोजोबा तेल) से चेहरे की धीरे-धीरे मालिश करें। सक्शन कप से धीरे से त्वचा को दबाएं। जब चेहरे की त्वचा पर खिंचाव महसूस करने लगें तो धीरे-धीरे दूसरी तरफ करें। इसे हमेशा चेहरे के मध्य भाग से शुरू करें। नाक, भौं के लिए छोटे कप और माथे, गाल के लिए बड़े कप का उपयोग करें। इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक ही करें।



कब न करें



वैसे तो इस थेरैपी को दोषपूर्ण नहीं माना गया है, न ही इसके कोई दुष्परिणाम देखने को मिले है, लेकिन इससे मिलने वाले परिणाम भी इस बात
पर निर्भर करते हैं कि आपकी त्वचा किस प्रकार की है। इसके चलते कुछ मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे- जी मिचलाना, चक्कर आना, सिर चकराना, ठंड लगना, जलन या रैशेज। यही वजह है कि सूजन और त्वचा पर किसी भी तरह की चोट होने पर इस थेरैपी को आजमाने की सलाह नहीं दी जाती। इस थेरैपी का उपयोग करने से पहले सौंदर्य विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें और उनके बताए तरीकों का ही पालन करें।

2021-06-25

maadhaar kaise use kare | m aadhar kaise use kare | how maadhaar works in hindi | maadhaar app how to use in hindi

एम आधार कैसे काम (Work) करता है या एम आधार एप कैसे युज(उपयोग) करे?


यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) ने एमआधार एप का नया वर्जन एंड्रॉयड और आइओएस प्लेटफॉर्म के लिए लॉन्च कर दिया है। यूआइडीएआइ के मुताबिक, यूजर्स इस एप का पुराना वर्जन डिलीट कर नया वर्जन इंस्टॉल कर सकते हैं। इस नए एप के जरिए यूजर्स आधार कार्ड डाउनलोड, ऑफलाइन ईकेवाइसी, क्यूआर कोड स्कैन, एड्रेस अपरेट, इमेल वेरिफाई करने जैसे कार्य किए जा सकते हैं। यह एप

यूजर्स के डाटा को पहले से ज्यादा सुरक्षित रखेगा। इसमें

13 भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है, जिसमें हिंदी, बंगाली,

उर्दू, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी,

मराठी, आसामी आदि भाषा शामिल हैं। इस एप के जरिए

वृजर्स अपने आधार या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को लॉक व अनलॉक भी कर सकते हैं।


कैसे करें नए एप का इस्तेमाल : इस एप का इस्तेमाल करने

के लिए सबसे पहले इसका लेटेस्ट वर्जन एंड्रॉयड के लिए

गूगल प्ले स्टोर और आइओएस के लिए एपल के एप स्टोर

से घनलोड करना होगा। इसके बाद एप को ओपन करें।

वहां आपके तीन परमिशंस मांगी जाएंगी। पहली मीडिया

फाइलला की एक्सेस करने के लिए, दूसरी फोटोज और

वीडियोज रिकॉर्ड करने के लिए और तीसरी लोकेशन के लिए। इन्हें आप अलाउकर दें।

• इसके बाद एमआधार पर भाषा की एक स्क्रीन दिखाई

देगी। यहां से आप अपनी भाषा का चुनाव कर सकते हैं।

अब आपको अपना आधार रजिस्टर करना होगा।

इसके बाद आपको यहां कई सर्विसेज मिलेंगी, जिसमें

आधार डाउनलोड करना, आधार रीप्रिंट, अपडेट एड्रेस

ऑनलाइन, पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाइसी, क्यूआर

कोड स्कैनर, वर्चुअल आइडी जनेरेटर, वेरिफाई आधार,

वेरिफाई ईमेल/मोबाइल जैसे फीचर्स मिलेंगे।

• आप स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। इसके जरिए आप

आधार स्टेटस, आधार अपडेट स्टेटस, एड्रेस अपडेट

स्टेटस, वैलिडेशन लेटर स्टेटस, आधार लिंकिंग/बैंक

स्टेटस, रीप्रिंट रिक्वेस्ट स्टेटस भी चेक किया जा सकेगा।

यूजर अपने आधार या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को

लॉक व अनलॉक भी कर सकते हैं।


2021-06-12

ghar sajane ka tarika | home sajana ka tarika | home decoration kaise karen | home decoration tips | घर कैसा सजाना चाहिए

घर को सजाना है कैसे सजाएं या घर कैसे सजाना चाहिए




आपकी चाहतों का घर।

आपके अरमानों का घर।

आपकी जिंदगी में उत्सव का घर।

और जहां उत्सव हो, तो उसे

सजाना और संवारना भी तो

जरूरी है। लेकिन, अपने अरमानों

के घर को सजाते वक्त सेहत का

ख्याल जरूर रखें।



कहते हैं कि सुबह की शुरुआत मंदिर जाकर

अपने आराध्य का ध्यान करके करनी चाहिए।

लेकिन, क्या हमने कभी गौर किया है कि उस

मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए क्या-

क्या इंतजाम किए जाते हैं? सुबह-सवेरे ही

पूरा मंदिर साफ किया जाता है, हर सामान

साफ करके करीने से रखा जाता है, चारों ओर

धूप-बत्ती की सुगंध और चमक बिखरी होती है

हमारा घर भी बिल्कुल ऐसा ही होना चाहिए।

वही घर जो हमारा मंदिर है, जहां सुबह से

शाम तक हम अपना सबसे ज्यादा वक्त


गुजारते हैं, जहां की ऊर्जा दिन भर हम पर

असर करती है। घर की सकारात्मकता बनी

जा सकता है।

इंटीरियर डिजाइनर कहती हैं कि घर

रहे, सभी स्वस्थ रहें, इसके लिए क्या किया

बनाते वक्त लोग कई बातों का ध्यान रखते हैं,

लेकिन कम ही लोग घरवालों के बेहतर

स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर घर डिजाइन

करते हैं। इसके लिए जरूरी है कि घर ऐसे

डिजाइन किया जाए, जिससे घरवाले न सिर्फ

शारीरिक, बल्कि मानसिक तौर पर भी

फिट रहें।




हर ओर हो हरियाली


इनडोर और आउटडोर प्लांट्स के साथ घर

को इस तरह से डिजाइन करें कि चारों ओर

हरियाली नजर आए। मनी प्लांट्स, बैम्बू,

बोन्साई, स्पाइडर प्लांट, एरेका पाम लाइव

प्लांट, गुड लक जेड प्लांट, ग्रीन फर्न प्लांट,

पीस लिली जैसे इनडोर प्लांट्स घर में

लगाएं। घर की हवा शुद्ध रखने वाले कुछ

खास तरह के इनडोर प्लांट्स को घर में

जगह दें। पौधों का चुनाव करते वक्त इस

बात का ध्यान रखें कि वे मच्छरों को

आमंत्रित कर बीमारियों को बुलावा देने वाले

न हों। इसके अलावा कुछ छोटी-छोटी बातों

का भी ध्यान रखें। बालकनी, ड्रॉइंग रूम और

स्टडी टेबल के पास हैंगिंग गार्डन, बैम्बूज

और खूबसूरत फूलों का गुलदस्ता सजाकर

रखना न भूलें। इससे घर की खूबसूरती

बढ़ेगी और मन प्रसन्न रहेगा।


खुले-खुले हों कमरे


घर स्पेसियस हो, तो हर सामान सलीके

से रखें। ध्यान रखें कि घर में जहां-तहां

सामान बेकार न पड़ा हो। घर को

कॉम्पेक्ट करने की बजाय उसे

खुला-खुला रहने दें। उसे इस तरह

सजाएं कि कमरे खुले-खुले और स्पेसियस

लगें। आपके पास बड़ा कमरा है, तो जरूरी

नहीं कि उसमें फर्नीचर भरते जाएं, जितना

जरूरी हो, उतना ही फर्नीचर रखें। इससे

आंखों को सुकून मिलेगा और दिमाग को

आराम। कमरे स्पेसियस होंगे तो बड़े-बुजुर्ग

वहां टहल सकते हैं, बच्चे खेल सकते हैं

और खुद को फिट रखने के लिए आप

व्यायाम, योग और मेडिटेशन भी कर

सकते हैं।


वाटर फॉल से लें माइंड थेरेपी


घर में वॉटर बॉडी और वाटर फीचर्स पर जोर

डाल सकते हैं। पुराने घरों में भी अंदर ग्रीन

प्लांट्स और वाटर बॉडीज डाल सकते हैं।

घर के अंदर यदि वाटर फॉल बनाएं वाटर

साउंड घरवालों के लिए माइंड थेरेपी की तरह

काम करेगी। घर पर एक्वेरियम रखें। घर के

बागीचे में छोटा-सा तालाब या पूल बनाएं,

जहां आप कुछ मछलियां भी रख सकती हैं।



घर पर इन्हें रखने से भी आपका मन शांत रहता है

और सुकून की अनुभूति होती है।


वास्तु का रखें ध्यान

नकारात्मकता दूर रखने के लिए घर की सजावट

के समय वास्तु के नियमों का पालन करें। घर के

उत्तर-पूर्व में मंदिर रखकर हर रोज दीया जलाएं।

इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और

मन प्रसन्न रहता है। फेंगशुई, टॉरट्वाइज,

पिरामिड्स, वाटर टॉप वगैरह का प्रयोग करके भी

घर में पॉजिटिविटी ला सकती हैं।

साउंड थेरेपी चाहिए, तो सुबह-सवेरे घर में

मंत्रोच्चारण या भक्ति गीत तेज आवाज में बजाएं।

बगैर प्यूरिफाइड सफेद या समुद्री नमक को पानी

में मिलाकर उससे नहाने या घर में हर रोज पोंछा

लगाने से भी निगेटिविटी दूर होती है। घर को हर

वक्त सुगंधित रखें। इससे भी नेगेटिविटी दूर

रहेगी। इसके लिए अरोमा और कैंपर सीन सेंट

यूज कर सकती हैं। अगर आपको लेमन ग्रास

पसंद है, तो आप इसे भी यूज कर सकती हैं

हालांकि, यह लेमन ग्रास होटल्स या कॉमर्शियल

प्रॉपर्टीज के लिए बेस्ट है।


घर में हो किचन गार्डन


अक्सर घर बनाते समय लोगों का ध्यान किचन

की ओर नहीं जाता। जबकि किचन तैयार करते

समय भी हर बात का उतनी ही बारीकी से ध्यान

रखा जाना चाहिए, जितना अन्य किसी कमरे को

बनाते समय। यही वह जगह है, जहां महिलाओं


का सबसे ज्यादा वक्त गुजरता है और यही वह

जगह है जहां पूरे परिवार का पेट भरने की तैयारी

की जाती है। अन्य कमरों की तरह किचन को भी

स्पेसियस बनवाएं।

किचन के साथ एक किचन गार्डन सटा हो, जहां

नींबू, धनिया पत्ता, कढ़ी पत्ता, हरी साग-सब्जियां

लगी हों। इससे किचन के सामने हरियाली देखने

को मिलेगा और खाने में मिलेंगी ताजी हरी

सब्जियां। किचन के साथ लगे कमरे या बरामदे

की ओर कुछ चुनिंदा किताबों की एक सेल्फ लगा

दें, जहां अखबार व पत्रिकाएं भी रखी हों, जिनमें

पोष्टिक खाना बनाने के टिप्स वगैहर हों।


लाइट कलर्स की हो दीवारें


लाइट कलर या सही लाइट भी एक तरह की

थेरेपी है। दीवार पर बहुत ब्राइट कलर्स यूज न

करें। लाइट पेस्टल या लाइट कलर्स, सटल

कलर्स, सूदिंग कलर्स, वाइट, डल्ज, शैंपेन, बेबी

पिंक जैसे कलर्स आंखों को रिलैक्स करते हैं।

बहुत डार्क कलर्स यूज करना हर जगह सही नहीं



होता, जैसे- यदि किसी का टेंपर खराब हो, तो

लाल रंग से बचें। अगर आपको डार्क कलर

ज्यादा आकर्षित करते हैं, तो बीच-बीच में डार्क

कलर्स थ्रो कर सकते हैं। जैसे यदि कमरे में बेज

कलर का सेटअप है, तो बीच में आरेंज या ब्लू

कलर की कुर्सी रख दें। इससे कमरे की खूबसूरती

भी बढ़ जाएगी।


फैशन में है बिक वर्क


इन दिनों ब्रिक वर्क चलन में है। आप चाहें तो


एक साइड की दीवार पर बिक वर्क करवाएं यानी

ब्रिक को एक्सपोज करें। उस पर लाल, मरुन या

सफेद पेंट करें। आर्ट फीचर की तरह यहां भी

बहुत डार्क कलर्स अच्छे नहीं लगते। आप चाहें

तो बीच-बीच में कहीं गोल्डन कलर या वॉल

पेपर्स लगवाएं। चाहें तो उस पर मिरर वर्क भी

करा सकती हैं। मार्केट में कई तरह के मेलामाइन

कोट उपलब्ध हैं, उन्हें भी लगवा सकती हैं। वुड

भी थेरेपी का एक पार्ट है, इसलिए मार्बल या

टाइल्स की बजाय वुडेन फ्लोरिंग भी कर

सकती हैं।


लाइटिंग है कला


लाइटिंग में काफी कुछ नया आया है। अलग-

अलग मौकों और जगह के लिए अलग-अलग

लाइट का इंतजाम हो, तो खूबसूरती उभर जाती

है। असल में, लाइटिंग करना एक कला है और

थेरेपी भी। लाइटिंग का अपना अलग अंदाज होना

चाहिए। लाइट वहीं डालें, जहां जरूरत हो। जैसे

कि घर पर एक स्टेचू है, तो उस पर लाइट लगा

दें। सिर्फ उजाले के लिए लाइट न जलाएं, बल्कि

इस बात का भी ध्यान रखें कि किस जगह पर

कितने वाट का बल्ब लगाया जाना चाहिए। कमरे

में अधिक वाट का बल्ब रखें। स्टडी टेबल, बुक

सेल्फ, डाइनिंग टेबल सहित किचन में गैस और

बेसिन के पास फोकस्ड लाइट रखें। पौधों को

हाइलाइट करने के लिए बॉटम लाइट का प्रयोग

करें। फ्लोर लाइटिंग, वॉटर फॉल लाइटिंग, वॉटर

बॉडी लाइटिंग इस तरह की जानी चाहिए कि

उनकी खूबसूरती निखरे।


बेसमेंट में लगाएं डोर विंडोज


बेसमेंट्स में कुछ एरिया छोड़कर वहां दरवाजा

लगाएं, ताकि वहां बेसमेंट वाला फील न आए।

बेसमेंट्स को भले ही साइज में थोड़ा छोटा कर

बेसमेंट विंडोज लगाएं। प्रॉपर डोर विंडोज लगाएं।

किचन गार्डन्स भी लगा लें। छोटे-छोटे पूल बना

लें। बेसमेंट्स में एग्जॉस्ट फैन लगाएं। ताकि

आपको बेसमेंट वाला फील न आए। लाइट्स और

वेंटिलेशन, दोनों ही फैक्टर्स का पूरा ध्यान रखें।


फ्यूजन डिजाइन है खास


आज के समय में डिजाइन एलीमेंट की खास

पहचान नहीं रह गई है। आपको डिजाइन फ्यूजन

स्टाइल में भी कर सकती हैं। घर की सजावट

मॉडर्न स्टाइल में करें और उसमें ब्रिटिश एलीमेंट

डालने के लिए बीच में एंटीक पीस, जैसे- घोड़ा,

हाथी या लैंप वगैरह रखकर उसे एंटीक लुक दे

सकते हैं। इस तरह मिक्स एंड मैच करके घर को

फ्यूजन स्टाइल में डिजाइन कर सकते हैं।


पुरानी चीजों से घर को दें खूबसूरत लुक


- पुरानी कुर्सी को बेडसाइड टेबल

की तरह यूज कर सकती हैं या

फिर केन स्टूल की तरह जिसमें

छेद हो गया हो, उसे ट्रे से

ढककर उसपर रीडिंग लैंप,

फ्लावर पॉट या अलार्म क्लॉक

रख सकती हैं।


प्लेट्स को शेल्फ या रैक पर

टांगकर उसकी शोभा बढ़ा

सकते हैं। वायर प्लेट हैंगर्स लें

और उस पर अलग-अलग रंग

और साइज की प्लेट्स सजाएं।

इससे आपकी बोरिंग और प्लेन

दीवार को अलग लुक मिलेगा।


घर में फ्लावर पॉट में ताजे फूल

लगाए। लिविंग रूम के एक

कोने में बीच से इकट्ठा कर

लाए गए कंकड़-पत्थर और सीप

सजा दें। अलग-अलग साइज के

शंख या खाली कांच के ग्लास में

रेत भरकर घर के शांत कोने में

आप नई उर्जा भर सकती हैं।


घर के खाली हिस्से में मोमबत्तियां

रखकर उस जगह की

खूबसूरती बढ़ा सकती हैं। खाली

टेबल पर अलग-अलग रंग और

साइज की मोमबत्तियां रखें। अब

देखिए, आपका घर कितना

बेहतरीन लगेगा।



2021-05-06

fb account verify kaise kare | instagram account verify kaise kare | facebook account verify kaise kare | blue tick instagram and facebook

ब्लू टिक(मार्क) मतलब

instagram par verify account kaise banaye ya blue tick instagram and facebook ko verify kaise kare?



इंटरनेट मीडिया सोशल मीडिया


दुनियाभर में इंटरनेट मीडियापरकरीब 3.6 अरबलोगों की भीड़ में

खुदको अलग औरवास्तविकसाबित करना चाहते हैं, तो ब्लू टिक'

या 'बैज' इसमें आपकी मदद करसकता है। ट्विटरपर'ब्लूबैज'

की प्रक्रिया फिरसे शुरूहोरही है। आइए,जानते हैं अलग-अलग

प्लेटफॉर्मपरब्लूबैजहासिल करने का क्या है तरीका...


इंटरनेट मीडिया पर बहुत सारे प्रोफाइल्स

के बगल में आप ब्लू टिक देखते होंगे।



आपको भी लगता होगा काश हमारे

एकाउंट के साथ भी यह ब्लू टिक होता। ब्लू टिक का

मतलब होता है कि वह एकाउंट न सिर्फ वेरिफाइड है,

बल्कि संबंधित व्यक्ति एक मशहूर पर्सनैलिटी भी है।

इंटरनेट मीडिया पर चाहे आपका व्यक्तिगत

। एकाउंट

हो या फिर बिजनेस, प्रोफाइल नेम के बगल में ब्लू

टिक या बैज भीड़ में आपको अलग दिखाता है।

टिक इसलिए भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह

विश्वसनीयता प्रदान करता है। हालांकि इंटरनेट

मीडिया पर एकाउंट का वेरिफाइड होना किसी

चुनौती से कम नहीं है। इसमें कुछ समय भी लग

सकता है। साथ ही, इसके लिए कुछ प्रक्रियाओं

से गुजरना पड़ता है।


ट्विटर एकाउंट


ट्विटर 'ब्लू बैज' के लिए

वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को फिर

से शुरू कर रहा है। ट्विटर ने 22

जनवरी से इनएक्टिव एकाउंट

को डी-बैज करना शुरू कर दिया है। इसके

बाद जल्द ही नये एकाउंट्स के लिए वेरिफिकेशन

की प्रक्रिया को शुरू करेगा। आपको बता दें कि

ट्विटर ने ब्लू बैज की प्रक्रिया को नवंबर 2017

के बाद होल्ड कर दिया गया था, जिसे

अब फिर से शुरू किया जा रहा है। इस

संबंध में ट्विटर का कहना है कि वह

वेरिफिकेशन प्रोसेस के लिए सेल्फ-सर्व

पोर्टल को फिर से लॉन्च करेगा।

किसे मिल सकता है ब्लू बैज: दिवटर

के अनुसार, वेरिफिकेशन किए

जाने वाले एकाउंट खास और

सक्रिय होने चाहिए। यहां छह तरह

के खास एकाउंट्स हैं यानी इनसे

संबंधित लोग ब्लू बैज हासिल कर

सकते हैं: 


● सरकार से जुड़े लोग

● कंपनियां, ब्रांड्स और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन

● न्यूज ऑर्गेनाइजेशन और जर्नलिस्ट

● मनोरंजन

● स्पोर्ट्स और इंस्पोर्ट्स

● एक्टिविस्ट, ऑर्गेनाइजर और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति


हालांकि ट्विटर का कहना है कि अन्य श्रेणियों

को जोड़ने से संबंधित सुझाव भी मिले हैं, जिनमें

शिक्षाविद, वैज्ञानिक, संत/आध्यात्मिक नेता आदि

शामिल हैं। कंपनी इन श्रेणियों को जोड़ने की योजना

पर कार्य कर रही है। लेकिन तब तक यदि आप इनमें

से किसी भी श्रेणी में आते हैं, तो आप एक्टिविस्ट,

ऑर्गेनाइजर और अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों के तहत

खुद को जोड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं।


छिन भी सकता है ब्लू बैजः यदि कोई यूजर अपना

एकाउंट नेम बदल लेता है या उनका एकाउंट

इनएक्टिव और अधूरा रहता है या फिर कोई यूजर बैज

हासिल करने के दौरान किसी पद पर था, लेकिन अब

उस पर नहीं है, तो ऐसी स्थिति में वह अपना ब्लू बैज

खो सकता है। इसके अलावा, एकाउंट वेरिफिकेशन के

लिए यदि कोई ट्विटर के मानदंडों को पूरा नहीं करता

है, तब भी वह अपना ब्लू बैज खो सकता है। ट्विटर

का कहना है कि वह अपनी सेवा-शों के अनुसार

किसी भी समय और बिना नोटिस के ब्लू वेरिफाइड

बैज को एकाउंट से हटा सकता है।

ऐसे कर सकते हैं आवेदनः वेरिफिकेशन की प्रक्रिया

शुरू होने के बाद दिवटर की नई सेल्फ-सगिन

एप्लीकेशन प्रक्रिया वेब और एप दोनों पर उपलब्ध



अगरबैज हासिल करना है


● सुनिश्चित करें कि आपका

प्रोफाइल यूनीक हो।एकाउंट

मे आपकी प्रोफाइल तस्वीर,

दिलचस्प बायो और आपकी कम

से कम एक पोस्टजरूरहो।


● आपकाएकाउंटपब्लिकहोना चाहिए।एकाउंटरियल

पर्सन, ऑर्गेनाइजेशनया फिरब्रांडकाहोनाजरूरीहै।


● वेरिफिकेशन के लिए जरूरी नहीं है कि इतनेफॉलोअर्स

होनेही चाहिए। इसके लिए ब्रांडया फिरप्रसिद्धहोना

जरूरीहैया फिरऐसाजो वास्तव में ऑनलाइन सर्च किया

जाताहो।


● यहसुनिश्चित करना होगा कि आप संबंधितप्लेटफॉर्मपर

नियमों का बार-बारउल्लंघनन करतेहों।

कोई कंपनी यूजरको वेरिफाईकरने के लिए पैसे कीमांग

नहीं करती है।




होगी। यूजर यहां पर ब्लू बैज के लिए अप्लाई कर

सकते हैं। उन्हें वेरिफिकेशन स्टेटस के लिए किसी

एक श्रेणी का चयन करना होगा। ब्लू टिक पाने के

लिए यूजर को लिंक्स के साथ सपोर्टिंग मैटीरियल

की जरूरत पड़ेगी। यूजर को बताना होगा कि उन्हें

ब्लू टिक या बैज क्यों दिया जाए। एप्लीकेशन का

ऑटोमेटेड और मैनुअल रिव्यू किया जाएगा। ट्विटर

का कहना है कि वेरिफाइड होने के लिए एकाउंट का

उल्लेखनीय होना जरूरी है। यदि आप एक सामान्य

नागरिक हैं, तो यहां ब्लू बैज हासिल करना मुश्किल

होगा। यदि आपके पास फॉलोअर की बड़ी संख्या है,

तो फिर ब्लू बैज मिलने की संभावना बन सकती है।


फेसबुक एकाउंट



ट्विटर ही नहीं, बल्कि फेसबुक

पर भी ब्लू टिक यानी बैज हासिल

किया जा सकता है, लेकिन यहां पर

बैज को हासिल करने के लिए कुछ

मानदंडों का पालन सुनिश्चित करना होगा। बैज को

हासिल करने से पहले फेसबुक यह देखेगा कि आप

वेरिफिकेशन के उसके मानदंडों को पूरा करते हैं या


नहीं। ऐसी चार चीजें हैं, जिन्हें फेसबुक देखता है :

एकाउंट की प्रामाणिकता : फेसबुक यह देखता है कि

वास्तविक या फिर व्यावसायिक नाम का उपयोग कर

रहे हैं या नहीं।

एकाउंट की विशिष्टता: आपका एकाउंट दिलचस्प और

खास होना चाहिए (पर कैट मेम्स या फनी फोटोज

आदि नहीं होने चाहिए)।

कंप्लीट सेटअप : फेसबुक एकाउंट फनी या फिर फैसी

नहीं होना चाहिए। एकाउंट एक्टिव होने के साथ

प्रोफाइल फोटो, एबाउट सेक्शन कंप्लीट होने के साथ-

साथ कम से कम एक पोस्ट जरूर होनी चाहिए।

उल्लेखनीय एकाउंट: बैज वेरिफिकेशन के लिए

आपको भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है, लेकिन

बैज के लिए यह देखा जाता है कि वास्तविक लोग

आपको ऑनलाइन सर्च कर सकें।

वेरिफिकेशन बैज के लिए अनुरोधः फेसबुक पर

वेरिफेकशन बैज के लिए आपको 'कॉन्टैक्ट फॉर्म'

भरना होगा। यदि पर्सनल एकाउंट को वेरिफाई करना

चाहते हैं, तो आपको सरकार द्वारा जारी एक आइडी

जमा करनी होगी। इसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस,

पासपोर्ट, वोटर कार्ड आदि का उपयोग कर सकते हैं।




अगर बिजनेस एकाउंट का वेरिफिकेशन कर रहे हैं,

तो फिर टैक्स इग्जेम्प्शन डॉक्यूमेंट, यूटिलिटी व फोन

बिल आदि के जरूरत भी पड़ेगी। एकाउंट के लिए

वेरिफिकेशन बैज क्यों मिलना चाहिए, इससे संबंधित

लिखित विवरण भी देना होगा। यदि कॉन्टैक्ट फॉर्म

को सबमिट कर देते हैं, तो फिर वेरिफिकेशन में यदि

रिक्वेस्ट को अस्वीकार कर दिया जाता है, तो 30 दिनों

के बाद फिर से आवेदन कर सकते हैं।


इंस्टाग्राम एकाउंट


इंस्टाग्राम पर भी वेरिफाइड एकाउंट

की संख्या बढ़ती जा रही है। अगर

आप भी अपने इंस्टाग्राम एकाउंट

को वेरिफाई कराना चाहते हैं, तो

इसका तरीका भी फेसबुक की तरह ही है। यहां पर

वेरिफिकेशन बैज के लिए ऐसे शुरुआत कर सकते हैं:


● जिस इंस्टाग्राम एकाउंट को वेरिफाई करना चाहते

हैं, उस एकाउंट में पहले लॉगइन करें।


● अपनी प्रोफाइल पर जाएं और स्क्रीन के दाहिनी

तरफ मेन्यू बटन वाले विकल्प पर टैप करें।


● इसके बाद सेटिंग्स पर क्लिक करें, फिर एकाउंट

में जाएं। यहां पर आपको रिक्वेस्ट वेरिफिकेशन का

विकल्प दिखाई देगा।


● इसके बाद दिशा-निर्देशों को पढ़ते हुए मांगी गई

जानकारी भरें। आपको सरकार द्वारा जारी कोई आइडी

भी अपलोड करनी पड़ेगी।


● सबमिट करने के बाद अपने वेरिफिकेशन बैज की

प्रतीक्षा करें। यदि आपका अनुरोध स्वीकार नहीं किया

जाता है, तो फेसबुक की तरह यहां भी 30 दिनों के

बाद वेरिफिकेशन बैज के लिए फिर से आवेदन कर

सकते हैं।



2021-05-02

driving licence renewal kaise kare in hindi | driving licence renewal karne ka tarika | ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे करें

ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे होगा इन हिन्दी या ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल कैसे होता है इन हिन्दी


सड़कों पर वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग

लाइसेंस होना बहुत जरूरी है। वाहन

चलाते हैं, तो आपके पास पहले से ही

लाइसेंस होगा। अगर ड्राइविंग लाइसेंस

एक्सपायर हो गया है, तो रिन्यू करवाने के

लिए इस कोरोना काल में कहीं भटकने की

जरूरत नहीं है। लाइसेंस को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से रिन्यू करवाया जा सकता है। 


जानते हैं क्या है इसका तरीका...


इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरतः ड्राइविंग लाइसेंस समाप्त होने के बाद रिन्यू करवाने के लिए 30 दिनों का ग्रेस पीरियड मिलता है। हालांकि ग्रेस पीरियड के बाद जितना विलंब करेंगे, शुल्क बढ़ता चला जाएगा। यह अलग-अलग राज्यों के हिसाब से भिन्न हो सकता है। अगर डॉक्यूमेंट्स की बात करें, तो आपके पास एक्सपायर ड्राइविंग लाइसेंस, एप्लिकेशन फॉर्म 9, मेडिकल सर्टिफिकेट फॉर्म नंबर 1 (नॉन-ट्रांसपोर्ट वाहन के लिए फिजिकल फिटनेस का सेल्फ डिक्लियरेंस) या फॉर्म नंबर 1 ए (केवल ट्रांसपोर्ट व्हीकल के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट), वैलिड एज प्रूफ, रेजिडेंशियल प्रूफ, 2 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, शुल्क आदि होना चाहिए।


ऑनलाइन तरीका : ड्राइविंग लाइसेंस को

रिन्यू करवाने का ऑनलाइन तरीका भी

आसान है। परिवहन बोर्ड की ऑफिशियल

वेबसाइट के माध्यम से रिन्यू करा

सकते हैं

● इसके लिए आपको सबसे पहले

परिवहन विभाग की ऑफिशियल

वेबसाइट https://parivahan.gov.in/

parivahan/ पर जाना होगा।

● यहां पर टॉप मैन्यू में 'ऑनलाइन

सर्विसेज' पर क्लिक करें। अब यहां पर


'ड्राइविंग लाइसेंस रिलेटेड सर्विसेज' वाले

विकल्प पर टैप करें। इसके बाद उस राज्य

को सलेक्ट करें, जहां के लिए ड्राइविंग

लाइसेंस को रिन्यू करवाना है।


● अब आप अगले पेज पर 'डीएल

सर्विसेज' पर क्लिक करें। यहां पर आवेदन

फॉर्म भरने से संबंधित निर्देश मिलेंगे। उसे

अच्छी तरह से पढ़ने के बाद कंटीन्यू पर

क्लिक करें। इसके बाद अपना ड्राइविंग

लाइसेंस नंबर, जन्म तिथि, कैटेगरी,

राज्य, आरटीओ ऑफिस और पिन कोड

दर्ज करें। अब 'प्रोसीड' पर क्लिक करें।


● अब आपको यहां पर 'रिक्वायर्ड

सर्विसेज' का विकल्प दिखेगा, इसमें आप

रिन्यूअल के विकल्प को सलेक्ट कर लें।

इसके साथ आवश्यक जानकारी को दर्ज

करना होगा। अपनी फोटो और सिग्नेचर

अपलोड कर दें। यदि आपके पास स्कैन

की गई कॉपीज नहीं हैं, तो डॉक्यूमेंट स्कैनर

एप्स की मदद भी ले सकते हैं।


● एक्नॉलेजमेंट रिसिप्ट (पावती रसीद)

और फॉर्म का प्रिंट ले लें। फिर उसे भर लें

और अपलोड कर दें। अब ड्राइविंग

लाइसेंस के लिए रिन्यू शुल्क का

भुगतान करना होगा। एक बार डॉक्यूमेंट्स

का सत्यापन हो जाने के बाद आपको 15

दिनों के अंतराल में डाक के माध्यम से

नया ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त हो जाएगा।


ऑफलाइन तरीका: अगर ऑनलाइन की

बजाय ऑफलाइन तरीके से ड्राइविंग

लाइसेंस को रिन्यू करवाना चाहते हैं, तो

यह है उसका तरीका:


● सबसे पहले आरटीओ ऑफिस से फॉर्म

9 प्राप्त कर लें। फॉर्म भरने के साथ जरूरी

दस्तावेज भी संलग्न करें। अगर दूसरे

राज्य के लिए रिन्यू करा रहे हैं, तो एक

एनओसी लेटर की जरूरत भी पड़ेगी।

● ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट साइज

फोटो भी संलग्न करना होगा। इसके बाद

रिन्यू शुल्क का भुगतान करना होगा। अगर

आपकी मेडिकल कंडिशन में कोई बदलाव

आया है, तो टेस्ट के लिए स्लॉट बुक करा

लें। एक बार जब आप टेस्ट पास कर लेते

हैं, तो अगले दिन आपको अपना रिन्यू

ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाएगा।


2021-03-29

cyber complaint kaise kare | bank fraud complaint online kaise kare | online scam complaint india

 Cyber Complaint

cyber complaint kaise kare Ya  online scam And  bank fraud online complaint india me kaise kare?

अगर आप भी बैंक फ्रॉड, ऑनलाइन स्कैम, मालवेयर अटैक जैसे किसी साइबर अटैक के कारण परेशान हैं, तो अब आपको साइबर थानों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे शिकायत कर सकते हैं।


1. सबसे पहले https://cybercrime.gov.in की वेबसाइट खोलें और शिकायत दर्ज करने के लिए बटन पर क्लिक करें। अब अगले पेज पर नियम और शर्ते स्वीकार करें।

2. इसके बाद 'रिपोर्ट अदर्स साइबरक्राइम' बटन पर क्लिक करें। फिर दिए गए विकल्प 'नागरिक लॉगिन को चुनें और राज्य, उपयोगकर्ता नाम और मोबाइल नंबर जैसे महत्वपूर्ण विवरण भरें।

3. प्राप्त ओटीपी और कैप्चा भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करें। अगली स्क्रीन पर आपको एक फॉर्म में मुख्य विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। फॉर्म को चार भागों में विभाजित किया गया है- दुर्घटना विवरण, संदिग्ध विवरण, शिकायत विवरण और पूर्वावलोकन व सबमिट।

4. हादसा विवरण पृष्ठ पर शिकायत की श्रेणी, शिकायत की उप-श्रेणी, घटना की तिथि और समय, सामग्री देखने, प्राप्त सामग्री, रिपोर्टिंग में देरी का कारण और घटना कहां हुई जैसे विवरण दर्ज करें।

5. आपको सोशल मीडिया अकाउंट विवरण और वेबसाइट यूआरएल दर्ज करना होगा। साथ ही अपराध के समर्थन में साक्ष्य को अपडेट करना होगा।

6. सेव एंड नेक्सट बटन पर क्लिक करें। शिकायत विवरण में अपना विवरण, जैसे- ईमेल आईडी, फोटोग्राफ आदि दर्ज करें और अगले चरण पर जाएं।

7. आप अंतिम चरण में पीडीएफ बटन पर क्लिक करके फाइल भी डाउनलोड कर सकते हैं।

2021-03-16

gadget ko waterproof kaise karen | waterproof kaise kiya jata hai | waterproof kaise karte hain

 



पानी पड़ने से अक्सर आपके फोन व अन्य उपकरण खराब हो जाते हैं, तो इस होली अपने फोन और गैजेट्स को कैसे करें वाटरप्रूफ?




होली का त्योहार आने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में स्मार्टफोन हो या फिर कैमरा, रंग और

पानी से बचाना जरूरी है, क्योंकि आप किसी को अपने ऊपर रंग फेंकने से शायद ही मना कर पाएंगे। ऐसे में रंगों के त्योहार को ठीक से मनाने के लिए आप कुछ बेहतरीन गैजेट्स खरीद सकते हैं।



वाटरप्रूफ फोन केस


होली खेलते समय स्मार्टफोन को रंग और पानी से बचाना मुश्किल होता है। ऐसे में आप वाटरप्रूफ फोन को बचा सकते हैं। साथ ही आप केस की मदद से फोन को आसानी से चला भी सकते हैं।

वाटरप्रूफ स्पीकर


होली हो और गाने न हों, ऐसा हो ही नहीं

सकता है। ऐसे में आप भी पोर्टेबल

वाटरप्रूफ स्पीकर खरीदकर होली को

धूमधाम से मना सकते हैं। वैसे तो

बाजार में बहुत से पोर्टेबल,

ब्लूटूथ और वायरलैस स्पीकर

मौजूद हैं। जेबीएल, बोस, बॉट

जैसे कई स्पीकर बैंड हैं, जो वाटरप्रूफ

हैं। बस स्पीकर लेते वक्त एक बात का

जरूर ध्यान रखें कि स्पीकर वाटरप्रूफ

है या नहीं और कितनी गहराई पर जाने

तक ये खराब नहीं होते।


गुलाल

ब्लास्टर


जिस तरह आप

पिचकारी की मदद से

एक-दूसरे पर पानी

वाला रंग डालते हैं, उसी तरह 

गुलाल ब्लास्टर

 की

मदद से लोगों पर हवा

में रंग डाल सकते हैं।

यह गुलाल ब्लास्टर

आप ऑनलाइन खरीद

सकते हैं।


वाटरप्रूफ कैमरा और कैमरा पाउच


होली में एसएलआर, प्वाइंटर शूट और

डीएसएलआर कैमरे से फोटो खींचना किसे

नहीं पसंद होता है! अक्सर होली के समय

घरवालों और दोस्तों की फोटो खींचने पर

काफी दिक्कत होती है,


लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

बाजार में ऐसे कई तरह के

कैमरा पाउच आ गए हैं, जिनकी मदद से आप

आराम से कैमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।

साथ ही कई ऐसे वाटरप्रूफ कैमरे भी बाजार

में मौजूद हैं, जो आपको होली में भी अच्छी

तस्वीरें खींचने में मदद करेगा।


2021-03-14

holi hair care tips in hindi | holi skin and hair care in hindi | hair tips holi in hindi

holi skin and hair care tips in hindi

होली के रंग त्वचा से उसकी प्राकृतिक चमक छीन सकते है। इसलिये रंग लगाने से पहले और उसके बाद चेहरे का ख्याल रखना जरूरी है।




होली में रंगों के कारण हमारी त्वचा को भारी नुकसान

झेलना पड़ता है। चूंकि इन रंगों में कई रासायनिक तत्व

होते हैं, जो हमारी त्वचा में प्रवेश कर इसे नुकसान

पहुंचा सकते हैं। एस्टाबेरी बायोसाइंसेस के ब्यूटी

एक्सपर्ट अचल आर्य कहते हैं कि होली के बाद रूखी

और बेजान त्वचा को फिर से मुलायम और बेहतर

बनाने के लिए होली से पहले और उसके बाद कुछ

जरूरी बातों का ध्यान रखें।


होली से पहले


होली खेलने के लिए बाहर निकलने से पहले त्वचा पर

सनस्क्रीन, तेल और अन्य सौंदर्य उत्पादों का उपयोग

करके अपनी त्वचा को रंगों से बचाएं।


मॉइस्चराइजरः बाहर निकलने से पहले अपने शरीर


पर मॉइस्चराइजर या नारियल के तेल से अच्छे से

मालिश करें, ताकि यह त्वचा में अच्छे से समा जाए।

यह आपकी त्वचा और रंगों के बीच एक कवच की

तरह काम करेगा। साथ ही होली के बाद रंगों को त्वचा

से हटाना आसान हो जाएगा। सन टैन और जलन से

बचने के लिए, सनस्क्रीन क्रीम और लोशन का भी

उपयोग करें। ध्यान रखें कि यह कम से कम 30 या

उससे अधिक एसपीएफ का हो। हो सके तो सनस्क्रीन

को साथ रखें और हर 2-3 घंटे में इसे लगाते रहें।

नाखूनों को करें प्रेप : होली से पहले अपने नाखूनों


को जरूर काटें। क्योंकि यह वह जगह है जहां रंग जमा

हो सकते हैं और खाते समय आपके पाचन तंत्र में

प्रवेश कर सकते हैं। इस दौरान अपने नाखूनों को डार्क

नेल पॉलिश से पेंट करने से भी बचें। अपने नाखूनों पर



थोड़ा-सा जैतून का तेल मल लें, इससे रंग नाखून के

अंदर जमेंगे नहीं। कान, होंठ और आंखों पर भी ध्यान

दें। इन क्षेत्रों को अनदेखा न करें, क्योंकि रंग आंखों,

कानों और होंठों की दरार में काफी आसानी से समा

जाते हैं। इन जगहों पर पेट्रोलियम जेली को अच्छे से

लगाएं।


सिर्फ सूती कपड़े: होली के दौरान ऐसे कपड़े पहनें,

जो आपके शरीर के अधिकतम हिस्से को ढंके। आप

पूरी बाजू के कुर्ते, टी-शर्ट या टॉप, ट्राउजर, सलवार,

पूरी लंबाई के जॉगर्स आदि पहन सकती हैं। यह आपकी

त्वचा को रंगों के नुकसान के साथ धूप से भी बचाएगा।

होली के दौरान आरामदायक कपड़े पहनें, जो सूती हों।

इससे शरीर को सांस लेने में आसानी होगी। सिंथेटिक

और तंग कपड़ों के साथ आप रंगों के संपर्क में आती

हैं, तो रैशेज और एलर्जी हो सकती है।


होली के बाद


होली खेलने के बाद भी आपको अपनी त्वचा पर ध्यान

देना चाहिए। अगर आपने होली से पहले त्वचा का

ख्याल रखा है, तो त्वचा रंगों के दुष्प्रभाव से बची रहेगी,

लेकिन फिर भी होली के बाद भी त्वचा को अच्छे से

साफ करें।।


चेहरे से हटाएं रंग : रासायनों से भरे रंगों को त्वचा से

निकालना काफी मुश्किल होता है। इसलिए किसी भी

रंग को हटाने के लिए सबसे पहले क्लींजर से चेहरा

धो लें। गर्म या गुनगुने पानी के बजाय ठंडे पानी का

इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे रंग आसानी से छूटता है।

फोमिंग फेसवॉश का प्रयोग करें। इसके बाद नारियल

तेल में डूबी हुई एक रूई को अपने चेहरे पर लगाएं।

इसे 5 मिनट तक रहने दें और फिर फेसवॉश

का उपयोग करें। इसके बाद लोशन का इस्तेमाल

जरूर करें।


फेस मास्क : अपनी त्वचा पर फेसपैक लगाएं, यह

त्वचा को ताजगी देगा। दही और शहद का उपयोग

करके फेस पैक बनाएं और फिर इसे अपने चेहरे और

गर्दन पर हल्के हाथों से लगाएं। दही में ब्लीचिंग एजेंट

के गुण होते हैं और शहद में जीवाणुरोधी गुण होने के

कारण यह त्वचा को अंदर से साफ करेगा। एक सूती

कपड़े में कुछ क्यूब्स लपेटें और फिर इसे धीरे से अपने

चेहरे और गर्दन पर रगड़ें। आइस क्यूब्स आपके चहरे

की खोई चमक वापस लाता है।


क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग : होली के

बाद भी आपकी त्वचा पर रंग रह गया है, तो चहरे की

क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग करें। चहरे से

गंदगी निकालने के लिए स्क्रब का उपयोग करें। आप

बाजार से या घर पर खुद प्राकृतिक स्क्रब बना सकती

हैं। स्क्रब के बाद आपनी त्वचा पर मॉइस्चराइजिंग

लोशन जरूर लगाएं। सप्ताह में एक बार इसका उपयोग

जरूर करें।

2020-05-05

स्वस्थ कैसे रहे घरेलु उपाय - Healthy Rahane Ke Tips, Upay, Tarika, Upchar

स्वस्थ (हेल्थी) रहने के लिए क्या करना चाहिए या (हेल्थी) स्वस्थ रहने के लिए क्या खाना चाहिए?


हेल्दी रहने के लिए क्या क्या करे?


ताउम्र स्वस्थ रहने के लिए प्रकृति और शरीर के बीच संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। आप जितना प्रकृति के करीब रहेंगे, प्राकृतिक उपायों को अपनी जीवनशैली में शामिल करेंगे, उतने ही ज्यादा शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहेंगे। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में शुद्ध जल, गहरी सांस के जरिए ऑक्सीजन लेना, योग एवं ध्यान करना, हरी पत्तेदार सब्जियों एवं मौसमी फलों का सेवन करना, मसालेदार भोजन से परहेज करना, नशे से दूर रहना जरूरी है।

क्या कहते हैं आंकड़े

  1. 45% लोग भारत में शाकाहारी भोजन को तवज्जो देते हैं और स्वस्थ जीवन जीते हैं।
  2. 70% मानव शरीर में जल होता  है। ऐसे में शरीर की जरूरत के अनुसार पानी  पीना चाहिए।
  3. योग से आंतरिक अंगों की कसरत होती है। इन अंगों में ऑक्सीजन रक्त की आपूर्ति बढ़ाता है।

खुली हवा में लें


सांस ऑक्सीजन शरीर की प्रत्येक कोशिकाओं एव अंगों को स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए आवश्यक है। ऑक्सीजन से जीवन है। शरीर के मेटाबॉलिज्म के लिए आवश्यक है, लेकिन आस-पास ऑक्सीजन शुद्ध होनी चाहिए। प्रदूषित वातावरण में सांस लेना हमें बिमार कर सकता है। सबसे अच्छी गुणवत्ता की वायु सुबह के समय पार्क या ऐसे स्थान जहां पर वृक्ष अधिक होते हैं, पाई जाती है। रोज सुबह इन जगहों पर कुछ देर बैठकर गहरी सांस लें। इससे फेफड़ों को मजबूती मिलती है। सांस रोग एवं क्रॉनिक ब्रॉन्काइटिस से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। शुद्ध हवा में गहरी सांस लेने से मस्तिष्क तरोताजा होती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मस्तिष्क की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने के लिए भी ऑक्सीजन की जरूरत होती है।

हेल्थ टॉनिक है योग


योग और ध्यान शरीर एवं मस्तिष्क के लिए हेल्थ टॉनिक की तरह होता है। विज्ञान के अनुसार, जब शरीर और मस्तिष्क कुछ समय के लिए अपने रोजमर्रा के कार्य को बंदकर ध्यान करे, तो इससे काफी फायदे होते हैं। ध्यान के फायदे अन्तहीन हैं। योग निद्रा करें। यह हमें तनाव एवं अवसाद से बचाए रखने में मदद करता है। योग और ध्यान से । आप आन्तरिक अंगो को नयापन व ऊर्जावान बनाए रखते हैं। योग से आन्तरिक अंगों की कसरत होती है। इन अंगों में ऑक्सीजन रक्त की आपूर्ति को बढ़ाता है। शरीर के मेटाबॉलिक एवं ग्रन्थि तंत्र के ल‍िये फायदेमंद होता है। ध्‍यान से तनाव को बढाने वाले हार्मोन में कमी आती है। ध्यान तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन को नियंत्रित करता है। मस्तिष्क में डोपामिन एवं सिरोटोनिन हॉर्मोस का सामान्य स्तर बनाए रखता है। इन हॉर्मोस के स्तर के बढ़ने या घटने से कई तरह की मानसिक एवं मनोवैज्ञानिक रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है।


पानी पीते रहें


मानव शरीर में लगभग 70 फीसदी जल होता है। अतः जरूरी है कि अपने शरीर की जरूरत के हिसाब से पर्याप्त पानी पिएं। ध्यान रखें, पानी शुद्ध होना चाहिए। जल हानिकारक एवं ऐसे तत्वों को शरीर से बाहर निकालता है, जिनकी शरीर को जरूरत नहीं होती है। यह शरीर की आन्तरिक सफाई करता है। शरीर के उत्सर्जन तंत्र को स्वस्थ रखता है। इतना ही नहीं यह शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।

अच्छे स्वास्थ के लिए व्यायाम


व्यायाम व्यक्ति के मूड, सेहत, वजन और बेहतर जीवन जीने के लिए फायदेमंद होता है। ऐसे में तेज चलना या कार्डियोरेस्परेटरी एक्सरसाइज जैसे जॉगिंग या ट्रेडमिल पर दौड़ने के लिए समय निकालें। सप्ताह में पांच से छह दिन चार से पांच किलोमीटर तेज चलना जरूरी होता है। कार्डियोरेस्परेटरी एक्सरसाइज वह होती है, जो व्यक्ति की हृदय गति और सांस की गति को बढ़ाती है। हल्के-फुल्के से लेकर मध्यम दर्जे का व्यायाम व्यक्ति के रक्तचाप, शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक होता है। व्यायाम व्यक्ति के मनोविज्ञान को भी मजबूत और सकारात्मक बनाता है। इससे मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। शरीर की चर्बी को कम करता है।

शाकाहारी बनें


शाकाहारी भोजन हमेशा मांसाहारी भोजन से बेहतर होता है। इसमें फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है। ऐसा भोजन, जिसमें रेशे अधिक होते हैं, कब्ज एवं कुछ हद तक उदर के कैंसर से बचाव करता है। मांसाहारी भोजन में पाया जाने वाला सैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। धमनियों में रुकावट डालता है।

2017-03-01

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wifi password recovery in hindi

वाई-फाई(WiFi) पासवर्ड का रिकवर कैसे करे या वाईफाई का password रिकवर करने का तरीका टिप्स इन हिन्दी


अगर आप अपने WiFi का पासवर्ड भूल(Forgotten) गए हैतो परेशान होने की जरूरत नही है । एक ट्रिक(Trick) अपनाकर आप उसे रिकवर (Recover) कर सकते है।

वाई-फाई का पासवर्ड रोज इस्‍तेमाल नही होता है। ऐसे में कभी आप कंप्‍यूटर(Computer) या मोबाइल(Mobile) को अपडेट( Update ) करने के बाद दोबारा वाई-फाई से कनेक्‍ट(Connect) करते हैतो पासवर्ड याद नही आता है । इस कारण वायरलेस राउटर (Wireless router) को रीसेट(Reset) करना मजबूरी बन जाती है। अगर आप भी ऐसी परिस्थित में फंस चुके हैतो इन टिप्‍स(Tips) के जरिए आप वाई-फाई का पासवर्ड रिकवर कर सकते है।

पासवर्ड रिकवर करने के लिए किसी दूसरे कंप्‍यूटर में Wi-Fi  Password Revealer डाउनलोड कर लें। अब इसे पेनड्राइव में लेकर अपने कंप्‍यूटर में इंस्‍टॉल कर लें। इंस्‍टॉलेशन खत्‍म हो जाने के बाद इस प्रोग्राम को रन करें। अब आप आसपास मौजूद सभी वाई-फाई नेटवर्क(Network) को देख पाएगेसाथ ही आपको उनका पासवर्ड भी दिखाई देगा। आपको इस प्रोग्राम को चलाने के अलावा कुछ और नही करना।

इसके आलावा आप बिना किसी थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर(Third Party Software) के भी पासवर्ड जान सकते है। इसके लिए वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्‍टेड कंप्‍यूटर लें। फिर  Start> Control Panel>Network And Sharing Center में जाएं। windows 8 कंप्‍यूटरपर आप windows keys + c टैप कर सकते है । इसके बाद सर्च पर क्लिक करें और network and sharing center खोजें। यहां लेफ्ट साइड बार में चेंज एडैप्‍टर सेटिंग्‍स(The Change adapter settings) पर क्लिक करें।



आप जिस वाई-फाई नेटवर्क का इस्‍तेमाल कर रहे हैउस पर राइट क्लिक करेंफिर स्‍टेटस पर क्लिक करें।  यहां आपको वासरेल प्रॉप‍र्टीज(Wireless Properties) का ऑप्‍शन (Option) दिखेगा। इस पर क्लिक करने के बाद सिक्‍योरिटी टैब(Security tab) पर क्लिक करें। अब आप वाई-फाई नेटवर्क का नाम और छिपा हुआ पासवर्ड देख पाएंगे। शो कैरेक्‍टर्स(Show characters) पर चेक करने से आपका सेव किया हुआ पासवर्ड दिखने लगेगा।

2017-02-26

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how to fix whatsapp crash in hindi

How To Repair And Fix Crash Whatsapp को क्रैश (Crash) होने से कैसे बचाएं

 
Whatsapp Hang होने और क्रैश(Crash) होने की समस्‍या से बचना चाहते हैतो समय-समय पर अपनी Whatsapp की Chatting Delete करते रहें।

 
हर कोई इंस्‍टेंट मैसेजिंग ऐप(Instant Messaging App) ‘Whatsapp’ का दीवाना है और इस दीवानगी में कई बार Whatsapp से जुडी Problems का भी सामना करना पडता है। इस Problems में सबसे बडी Problem है Whatsapp Crash हो जाना। अधिकांश Users इसी Problem से गुजरते है।

Whatsapp Crash होने पर ‘Unfortunately, WhatsApp has stopped और your WhatsApp is not responding’ जैसे Message आपके मोबाइल की Screen पर दिखाई देने लगते है। 


Expert मानते है कि Whatsapp Crash होने का सबसे बडा कारण होता है, Chatting  Save रखने का मोह। जब App में बहुत सारे Message Store हो जाते हैतो Whatsapp Hang होने लगता है। अगर Whatsapp काफी देर तक बंद(Close) रहता हैतो एक बार में ज्‍यादा Message Receive हो जाते है। ये भी Whatsapp Hang होने और Crash का बडा कारण(Reason) है।

इस तरह की परेशानी(Problem) से बचने के लिए समय-समय पर अपनी Chatting Delete करते रहें। इससे App पर Load कम हो जायगा और Space भी रहेगा। जब भी आपके Phone Whatsapp में Stopped या Not Responding  का Message आएतो तुरंत कैचे डाटा क्लियर (Cache Data Clear) करें।

इसके लिए मोबाइल के Applications Manager  में जाकर App को Select करें। यहां आपको Clear Cache का Option दिखाई देगा। यहां से Cache Clear कर दें। हम अक्‍सर Update को टालते रहते है।  Whatsapp Update न होने की वजह से भी Whatsapp Hanging और Crash होने की Problem आती रहती है।

 इसलिए Whatsapp को समय-समय पर Update करते रहें। अगर आपने नई सिम ली हैतो  Whatsapp उस Number पर नही चलेगा। इसके लिए आपको Number Register करना पडेगा उसके बाद ही Whatsapp काम करना शुरू करेगा। अगर कोई भी Trick काम न करेंतो Whatsapp को Uninstall कर दें और फिर से Install करें।

2017-02-04

how to check mail read or not in gmail in hindi | mail tracker for gmail | how to know mail read or not in gmail in hindi

how to check mail read or not in hindi ya gmail email read or not in hindi

Jane Kaise, Mail Send के बाद उसके Answer का Wait करते है । One Trick अपनाकर आप ये जान सकते है कि आपका Mail Read भी गया या नही



यहां हम आपको ऐसी Trick बता रहे हैजिससे आपको पता चल जाएगा कि आपका Send हुआ Main किसी ने Read है या नही । इसके साथ ही उसने कितनी देर पहले यह Mail पढा हैइसकी जानकारी भी आपको मिल जाएगी । 

1. Whatsapp की तरह ही यहां भी आपको यहां Mail पढे जाने के बाद दो राइट टिक (Right Mark) दिखाई देंगे । इसके लिए आपको बस एक छोटा सा काम करना होगा। सबसे पहले Google Chrome पर जाएं। राइट कॉर्नर(right corner) में दिखाई देने वाले तीन डॉट (Three Dot) पर Click करें।

2. Click करने के बाद एक Window खुलेगीजिसमे  More Tool पर जाकर ‘’Extension” पर जाएं। ‘’Extension” में जाने पर सबसे नीचे ‘’Get More Extensions” लिखा हुआ दिखाई देगा । अब सर्च बार में ‘’Mail Tracker” टाइप करें। 

3. यहां कई ऑप्‍शन नजर आएंगेलेकिन आपको “Mailtrack For Gmail”  को चुनना ही आपको ’’Add To Chrome” का ऑप्‍शन दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें। अब यह ‘’Extension”  क्रोम में ऐड हो जाएगा।

4. इसके बाद जीमेल अकाउंट से साइन इन करना होगा। साइन इन करते ही आपको “Mailtrack’’ आपके अकाउंट से कनेक्‍ट हो चुका मैसेज दिखेगा । इसमें ‘’Update Permissions”  पर क्लिक करें।

5. यहां आपको एक और मैसेज दिखाई देगा। अब ‘’Allow” पर क्लिक करें । अब आप कंपोज में जाए और मेल टाइप करके सेंड करें।

6. इसके बार सेंड में जाए यहां आपको कोने में एक सिंगल टिक का ऑप्‍शन दिखाई देगा। जैसे ही रिसीवर मेल पढ लेगासिंगल टिक डबल टिक में बदल जाएगा। यहां आपको दो राइट टिक के निशान दिखाई देने लगेगें। यहां आप टाइम भी देख सकते है कि आपका मैसेज SMS Messages कब पढा गया।

Telephonic Interview Kya Hain? Question And Answer Tips For Fresher

Telephonic Interview In Hindi

 

Telephonic interview kya hota hai?टेलिफोनिक इंटरव्यू क्या है?

Telephonic Interview Company के लिए तो फायदेमंद होता ही हैउम्‍मीदवारों के लिए भी सुविधाजनक है। ऐसे में इसके तौर-तरीकों के बारे में जानकारी होना जरूरी है।

 



Interview भले ही Telephonic होफिर भी अपने Resume को बेहतर ढंग से जांचपरख लें। उसमें योग्‍यता और उपलब्धियों के बारे में अपने जो भी बताया हैउस पर अच्‍छी तरह ध्‍यान दें। अपने Subject से Related Knowledge को दुरूस्‍त रखें साथ ही Job की प्रकृति के बारे में सभी आवश्‍यक Knowledge जुटा लें।

 Bio-Data और कार्यक्षेत्र के बाद बात आती है उस Company की। Interview के लिए Company से जुडे Questions भी अच्‍छी तरह से Ready कर ले। जब भी ऐसे Telephonic Interview का मौका आएतो Interview से पहले आसपास का माहौल बिल्‍कुल शांत Silent बना लें।Radio, T.V, Music System आदि को पूरी तरह से Off कर दें और किसी भी Person को आपने पास बैठने न दें । Bio-Data भी अपने सामने ही रखें।



Important things

 यदि आपको भी  कंपनी  के बारें में कुछ जानना हो,  तो पूछने में पीछे न रहें। Job प्राप्‍त करने के प्रति आशान्वित रहते हुए अंत में ‘Thanks’ कहना न भूलें। ‘Sorry’ कहे यदि किसी बात को आप ठीक से नही सुन सकेतो ‘Sorry’ कहकर उसके बारे में जानने की कोशिश करें। किसी Question के जवाब में एकदम से चुप रह जाना भी ठीक नही ।

इस तरह के Question से होता है सामना



Telephonic Interview में आम तौर पर इस तर‍ह के Question अक्‍सर पूछे ही जाते है जैसे-

आप अभी किस पद पर काम कर रहे है और उसको क्‍यो छोडना चाहते है?

ऐसे में बेहतर Answer यह हो सकता है कि अब इस पद पर रहते हुए मुझे कोई चुनौती भरा Task नही मिल पां रहा था। 

दूसरा सवाल यह हो सकता है कि कंपनी या संस्‍था के बारे में आप क्‍या जानते है?

इस पर जवाब हो सकता है- बहुत ज्‍यादा कुछ नही। जबकि आपके पास इसका एक बेहतर जवाब होना चाहिएजैसे आप संस्‍थान की स्‍थापना से जुडी तारीख और उसके Mission से जुडे तथ्‍य से अवगत करा सकते है।

तीसरा सवाल यह पूछा जा स‍कता है कि आपकी पिछली नौकरी के दौरान क्‍या-क्‍या दायित्‍व थे?

इस तरह के सवाल का जवाब देने के लिए आप पूरी तर‍ह आजाद होते है। अगला सवाल हो सकता है कि आप कितनी सैलरी चाहते है ? जवाब देते समय आपको व्‍यवहारिक होना चाहिए और अपेक्षित Salary के लिए निश्चित रेंज बताना बेहतर होता है।

 

How To Use Apps Offline Or Without Internet | App Without Internet Ke Chalate Hain | Bina Internet Ke Apps Use Kaise Kare

बिना इंटरनेट के गाने, GPS Map, डिक्शनरी अप्पनेविगेशन अप्प  कैसे चलाएं या (offline application) without internet app gps map app, music app dictionary app, navigation app, offline application कैसे चलाये


How To Use Apps Without Internet In Hindi Or Bina Internet Ke Apps Kaise Use Kare?

आज के दौर में हर किसी के हाथ में  स्मार्टफोन  हैलेकिन बिना अप्प्स  के आप का स्मार्टफोन किसी काम का नही। अप्प्स के लिए फोन में  इंटरनेट चाहिए। लेकिन अब इंटरनेट न होने की स्थिति में आप ऐसे  अप्प्स  का  उपयोग कर सकते हैजो ऑफलाइन भी सुचारू रूप से काम करते है।

बिना इंटरनेट भी चलेगें ‘ऐप्‍सजाने कैसे?

Jane Kaun-2 Se App Without Internet (Offline) Ke Chalate Hain

1. Google Apps पर अब करिए ऑफलाइन सर्च

2. Hinkhoj Dictionary Apps पर ऑफलाइन कर सकते है, Translate

3. Weather Forecast Apps से जाने Weather का कैसा है हाल

 

मोबाइल की दुनिया में मौजूद Apps के क्रियान्‍वयन के लिए Internet जरूरी है। इंटरनेट न होने की स्थिति में इनका उपयोग करना मुश्किल है । लेकिन कुछ ऐप्‍स(Apps) हैजो Offline भी सुविधा प्रदान करते है। हाल ही मे Google ने अपने Apps को Update किया है।Google ने लो इंटरनेट कनेक्टिविटी (low internet connectivity) को ध्‍यान में रखकर अपने App को Update किया हैजिसके चलते App पर Offline Search की सुविधा प्रदान की गई है। इसकी मदद से User कमजोर Data Connection होने की स्थिति में Search को Store कर सकेगें। अगर User Offline हैतो Google Search App कीवर्ड को Store कर लेगा  । 


Indian Food Recipes App

यदि आप खाना बनाने से भी कही ज्‍यादा खाना खाने का शौक रखते है,  तो भारतीय फूड रेसिपी फ्री अप्पस आपके लिए उपयोगी हो सकता है। इस अप्पस को एक बार डाउनलोड  कर आप  बिना इंटरनेट के आसानी से भारतीय खानों की रेसिपी (Indian Food Recipes) के बारे मे सीख सकते है। यहां आपको 10,000 से अधिक भारतीय खानों की रेसिपी मिलेगी।

Calorie Counter My Fitness Pal App

आप अपनी  Health पर ध्‍यान रखना चाहते हैतो कैलोरी काउंटर माईफिटनेसपल  एप्लिकेशन एक अच्‍छा  विकल्प हैक्‍योकि इसे उपयोग करने के लिए आपको डाटा कनेक्‍शन या वाई-फाई (Wi-Fi) की आवश्‍कता नही है।  आप इसे ऑफलाइन  भी आसानी से उपयोग कर सकते है । 


Indian Railway Offline Timetable App

    Connection फिर से मिल जाने के बाद Search Result Google पर दिखने लगेगें। यह Fracture Google Apps के Latest 6.9.37 Version में उपलब्‍ध है। इसे Google Play Store से Download किया जा सकता है। इसी तरह रेल टिकट का पीएनआर चेक(train ticket pnr status) करने के लिए बार-बार Internet उपयोग करना पडता है। अब आप Internet न होने पर भी आप आसानी से अपना पीएनआर चेक कर सकते है। इंडियन रेलवे ऑफलाइन टाइम टेबल ऐप(Indian Railway Offline Timetable App) के द्वारा आप न केवल ऑफलाइन पीएनआर देख सकते हैबल्कि ट्रेन का टाइम टेबल और रूट(Rout) भी चेक कर सकते है। केवल इसे डाउनलोड करने व अपडेट करने के लिए इंटरनेट की जरूरत है 

Offline Music App Spotify Application

ऑफलाइन म्‍यूजिक ऐप स्‍पोटीफाई ऐप्लिकेशन(Offline Music App Spotify Application) में न केवल आप एक लाख से अधिक गाने ट्रैक कर सकते हैबल्कि उन्‍हें अपने प्‍लेलिस्‍ट में भी सेट कर सकते है।यहां उपलब्‍ध म्‍यूजिक का आनंद आप ऑफलाइन ले सकते है। यदि आपके फोन की इंटरनल स्‍टोरेज(Internal Storage) में जगह नही हैतो गानों कों माइक्रो एसडी कार्ड (Micro Sd Card) में भी सुरक्षित रखना आसान है। 

Adobe Photoshop

एडॉब फोटोशॉप(Adobe Photoshop) का उपयोग आप अक्‍सर करते होगें।  लेकिन कम ही लोग हैजो जानते है कि इसे ऑफलाइन भी उपयोग कर सकते है। इस ऐप्लिकेशन को केवल गूगल प्‍ले स्‍टोर से डाउनलोड करने के बाद आप आसानी से इसे ऑफलाइन उपयोग कर सकते है।  इसके लिए जरूरी नही कि हर वक्‍त में आपका डाटा ऑन रहे।  

Offline Map And Navigation Apps

ऑफलाइन मैप एंड नेविगेशन ऐप (Offline Map And Navigation Apps) को अपने Phone में डाउनलोड करने के बाद आपको इसका उपयोग करने के लिए इंटरनेट की आवश्‍कता नही है।  कई बार कही बाहर जाते वक्‍त हमारा इंटरनेट कार्य नही करता है। नई जगह की जानकारी न होने पर नेविगेशन Navigation की आवश्‍कता होती है। ऐसे में इस ऐप्लिकेशन(Application) का उपयोग किया जा सकता है। इसके माध्‍यम से आप आसान से ऑफलाइन मैप और नेविगेशन का उपयोग कर सकते है। यह ऐप्लिकेशन 33 भाषाओं को सपोर्ट support करने में सक्षम है। इसमें जीपीएस Global Positioning System (GPS) उपलब्‍ध हैसाथ ही स्‍पीड लिमिट की चेतावनी भी दी जाती है। 

Tripadvisor Offline App

आप कही बाहर जाने की योजन बना रहे हैतो उस जगह के बारेमें जानने या जुडे रिव्‍यू(Review) पढने के लिए आप ट्रिप एडवाइजर ऑफलाइन ऐप (Tripadvisor Offline App) का उपयोग कर सकते है।  ट्रिप एडवाइजर ऑफलाइन ऐप में 300 से अधिक शहरों के रिव्‍यू और फोटो दिए गए है।  

Offline Weather App

बाहर जाने से पहले यदि मौसम के बारे में पहले से पता कर लिया जाएतो बाहर जाना आरामदायक हो सकता है। ऐसे में ऑफलाइन वेदर ऐप (offline weather app) का उपयोग कर सकते है। इस ऑफलाइन वेदर ऐप के द्वारा बिना इंटरनेट के मौसम संबंधी जानकारी प्राप्‍त की जा सकती है। यह ऐप 14 भाषाओं को सपोर्ट करने में सक्षम है। इसमें तापमानकंडीशन,प्रेशर(temperature pressure relation) आदि की जानकारी उपलब्‍ध होगी।

hinkhoj dictionary

कई बार काम करते समय हमारे सामने कुछ ऐसे शब्‍द आते हैजिनका अर्थ हमें नही पता होता या याद नही आता। ऐसे में इंग्लिश-हिंदी डिक्‍शरी-हिंखोज ऐप्लिकेशन (hinkhoj dictionary app) का उपयोग किया  जा सकता है। यह ऐप्लिकेशन बिना डाटा कनेक्‍शन के भी कार्य करने में सक्षम है। इसे उपयोग करने के लिए इंटरनेट की अवाश्‍कता नही है। यहां आप अंग्रेजी से हिंदी (English To Hindi) और हिंदी से अंग्रेजी ट्रांसलेट(Hindi To English Translate) कर सकते है। इसमें आप यदि हिंदी से अंग्रेजी ट्रांसलेट करना चाहते हैतो इस हिंदी में टाइप करें। वही अंग्रेजी से हिंदी ट्रांसलेट करने के लिए अंग्रेजी में टाइप करें । इसी तरह किसी शब्‍द का अर्थ भी पता कर सकते है।

Offline Book Reading 

 यदि आप बुक पढने का शौक रखते है और कही सफर में जाते वक्‍त भारी-भरकम किताबों के बोझ से बचना चाहते हैतो आप अमेजन किंडल ऐप Amazon Kindle App का उपयोग कर सकते है ।यहां आपको ऑफलाइन बुक रीडिंग(Offline Book Reading) की सुविधा मिलती है। इस ऐप को डाउनलोड करने और अपनी पंसदीदा बुक को सर्चकरने के लिए केवल इंटरनेट की आवश्‍कता है। एक बार बुक सेव करने के बाद आप कभी भी समय मिलने पर Offline उसे पढ सकते है।