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2021-04-21

prp therapy for hair in hindi | prp therapy kya hai | platelet rich plasma in hindi

प्लेटलेट रिच प्लाज्मा थेरेपी के बारे मे इन हिन्दी या पीआरपी थेरेपी क्या होता है ?


बालों से संबंधित समस्याओं में कारगर है प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा थेरेपी। इसे आजमाकर लौटाई जा सकती है बालों की बसूरती...


आजकल लोग बालों से संबंधित कई
समस्याओं से परेशान रहते हैं। गंजापन, बाल
झड़ना, बालों का अत्यधिक महीन हो जाना
बालों से संबंधित सबसे सामान्य समस्याएं
हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से
जूझ रहे हैं तो पीआरपी थेरेपी आजमा सकते
हैं। इसमें किसी बाहरी या कृत्रिम चीज का


इस्तेमाल नहीं किया जाता है, बल्कि इसमें
इस्तेमाल होने वाले प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा
(पीआरपी) को उपचार कराने वाले व्यक्ति के
रक्त से ही तैयार किया जाता है। कुछ स्वास्थ्य
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे प्राकृतिक रूप
से बालों का विकास होता है। यह जानने के
लिए कि वास्तव में यह तकनीक बालों को
उगाने में कितनी कारगर है, इस पर अभी भी
शोध जारी हैं।

ये है पीआरपी थेरेपी: पीआरपी थेरेपी एक
बायोलॉजिकल उपचार है। इसमें जिस व्यक्ति
का उपचार किया जाता है, उसके रक्त को ही

प्रोसेस करके प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा यानी
पीआरपी तैयार किया जाता है। इस तकनीक
का इस्तेमाल पिछले कई सालों से चोटिल
लिगामेंट्स, टेंडंस और मांसपेशियों के उपचार
में हो रहा है, लेकिन हाल ही के कुछ वर्षों
में बालों के उपचार और चेहरे की त्वचा को
झुर्रियों से मुक्त करने में किया जा रहा है।
पीआरपी के इंजेक्शन स्कॉल्प (खोपड़ी) में
लगाने से प्राकृतिक रूप से बालों का विकास
होता है। इससे हेयर फॉलिकल की ओर रक्त
का प्रवाह बढ़ता है, जिससे बालों की मोटाई
बढ़ती है। कभी-कभी बेहतर परिणाम पाने के
लिए इसके साथ दूसरी हेयर गेन प्रोसीजर या
दवाइयों का भी इस्तेमाल किया जाता है।

थेरेपी की प्रक्रिया : सबसे पहले सामान्य
एनेस्थीसिया से प्रभावित क्षेत्र को
सुन्न कर दिया जाता है और फिर
माइक्रो नीडिल्स की सहायता
से पीआरपी को सिर के उन
भागों में इंजेक्ट किया जाता
है, जहां उपचार किया जाना
है। पीआरपी को प्रभावित
क्षेत्र पर डारोलर के द्वारा
भी इंफ्यूज किया जाता है।
डारोलर का प्रयोग करने
से पहले त्वचा पर सुन्न
करने वाली सामान्य
क्रीम लगा दी
जाती है। इस
प्रक्रिया को पूरा
करने के लिए


कई सिटिंग्स की जरूरत होती है। इस उपचार
से न सिर्फ बालों की ग्रोथ बढ़ती है, बल्कि
हेयर फॉलिकल्स भी मजबूत होते हैं। सुइयां
चुभाने और रक्त निकालते समय
दर्द महसूस नहीं होता है, क्योंकि
उस भाग को सुन्न कर दिया
जाता है।

साइड इफेक्टसः पीआरपी
थेरेपी में किसी भी बाहरी
चीज का इस्तेमाल नहीं
होता है। इसलिए साइड
इफेक्ट्स होने का खतरा
कम होता है। रक्त से
तैयार पीआरपी में श्वेत
रक्त कणिकाएं काफी
मात्रा में होती हैं, जिससे
संक्रमण की आशंका
काफी कम होती है और
एलर्जी भी नहीं होती है।

2021-03-14

holi hair care tips in hindi | holi skin and hair care in hindi | hair tips holi in hindi

holi skin and hair care tips in hindi

होली के रंग त्वचा से उसकी प्राकृतिक चमक छीन सकते है। इसलिये रंग लगाने से पहले और उसके बाद चेहरे का ख्याल रखना जरूरी है।




होली में रंगों के कारण हमारी त्वचा को भारी नुकसान

झेलना पड़ता है। चूंकि इन रंगों में कई रासायनिक तत्व

होते हैं, जो हमारी त्वचा में प्रवेश कर इसे नुकसान

पहुंचा सकते हैं। एस्टाबेरी बायोसाइंसेस के ब्यूटी

एक्सपर्ट अचल आर्य कहते हैं कि होली के बाद रूखी

और बेजान त्वचा को फिर से मुलायम और बेहतर

बनाने के लिए होली से पहले और उसके बाद कुछ

जरूरी बातों का ध्यान रखें।


होली से पहले


होली खेलने के लिए बाहर निकलने से पहले त्वचा पर

सनस्क्रीन, तेल और अन्य सौंदर्य उत्पादों का उपयोग

करके अपनी त्वचा को रंगों से बचाएं।


मॉइस्चराइजरः बाहर निकलने से पहले अपने शरीर


पर मॉइस्चराइजर या नारियल के तेल से अच्छे से

मालिश करें, ताकि यह त्वचा में अच्छे से समा जाए।

यह आपकी त्वचा और रंगों के बीच एक कवच की

तरह काम करेगा। साथ ही होली के बाद रंगों को त्वचा

से हटाना आसान हो जाएगा। सन टैन और जलन से

बचने के लिए, सनस्क्रीन क्रीम और लोशन का भी

उपयोग करें। ध्यान रखें कि यह कम से कम 30 या

उससे अधिक एसपीएफ का हो। हो सके तो सनस्क्रीन

को साथ रखें और हर 2-3 घंटे में इसे लगाते रहें।

नाखूनों को करें प्रेप : होली से पहले अपने नाखूनों


को जरूर काटें। क्योंकि यह वह जगह है जहां रंग जमा

हो सकते हैं और खाते समय आपके पाचन तंत्र में

प्रवेश कर सकते हैं। इस दौरान अपने नाखूनों को डार्क

नेल पॉलिश से पेंट करने से भी बचें। अपने नाखूनों पर



थोड़ा-सा जैतून का तेल मल लें, इससे रंग नाखून के

अंदर जमेंगे नहीं। कान, होंठ और आंखों पर भी ध्यान

दें। इन क्षेत्रों को अनदेखा न करें, क्योंकि रंग आंखों,

कानों और होंठों की दरार में काफी आसानी से समा

जाते हैं। इन जगहों पर पेट्रोलियम जेली को अच्छे से

लगाएं।


सिर्फ सूती कपड़े: होली के दौरान ऐसे कपड़े पहनें,

जो आपके शरीर के अधिकतम हिस्से को ढंके। आप

पूरी बाजू के कुर्ते, टी-शर्ट या टॉप, ट्राउजर, सलवार,

पूरी लंबाई के जॉगर्स आदि पहन सकती हैं। यह आपकी

त्वचा को रंगों के नुकसान के साथ धूप से भी बचाएगा।

होली के दौरान आरामदायक कपड़े पहनें, जो सूती हों।

इससे शरीर को सांस लेने में आसानी होगी। सिंथेटिक

और तंग कपड़ों के साथ आप रंगों के संपर्क में आती

हैं, तो रैशेज और एलर्जी हो सकती है।


होली के बाद


होली खेलने के बाद भी आपको अपनी त्वचा पर ध्यान

देना चाहिए। अगर आपने होली से पहले त्वचा का

ख्याल रखा है, तो त्वचा रंगों के दुष्प्रभाव से बची रहेगी,

लेकिन फिर भी होली के बाद भी त्वचा को अच्छे से

साफ करें।।


चेहरे से हटाएं रंग : रासायनों से भरे रंगों को त्वचा से

निकालना काफी मुश्किल होता है। इसलिए किसी भी

रंग को हटाने के लिए सबसे पहले क्लींजर से चेहरा

धो लें। गर्म या गुनगुने पानी के बजाय ठंडे पानी का

इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे रंग आसानी से छूटता है।

फोमिंग फेसवॉश का प्रयोग करें। इसके बाद नारियल

तेल में डूबी हुई एक रूई को अपने चेहरे पर लगाएं।

इसे 5 मिनट तक रहने दें और फिर फेसवॉश

का उपयोग करें। इसके बाद लोशन का इस्तेमाल

जरूर करें।


फेस मास्क : अपनी त्वचा पर फेसपैक लगाएं, यह

त्वचा को ताजगी देगा। दही और शहद का उपयोग

करके फेस पैक बनाएं और फिर इसे अपने चेहरे और

गर्दन पर हल्के हाथों से लगाएं। दही में ब्लीचिंग एजेंट

के गुण होते हैं और शहद में जीवाणुरोधी गुण होने के

कारण यह त्वचा को अंदर से साफ करेगा। एक सूती

कपड़े में कुछ क्यूब्स लपेटें और फिर इसे धीरे से अपने

चेहरे और गर्दन पर रगड़ें। आइस क्यूब्स आपके चहरे

की खोई चमक वापस लाता है।


क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग : होली के

बाद भी आपकी त्वचा पर रंग रह गया है, तो चहरे की

क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग करें। चहरे से

गंदगी निकालने के लिए स्क्रब का उपयोग करें। आप

बाजार से या घर पर खुद प्राकृतिक स्क्रब बना सकती

हैं। स्क्रब के बाद आपनी त्वचा पर मॉइस्चराइजिंग

लोशन जरूर लगाएं। सप्ताह में एक बार इसका उपयोग

जरूर करें।

2020-10-28

Vegan Treatment Kya Hota Hain? | Vegan Treatment For Hair ke Bare Me Jankari Hindi Mein


 बालों को रंगना हो, चेहरे की चमक को बढ़ाना हो... वीगन ट्रीटमेंट के जरिए आप सब कुछ पा सकती हैं।संवेदनशील त्वचा के लिए वरदान की तरह है यह ट्रीटमेंट।


Vegan Treatment Kya Hota Hain?

मोटापे को कम करने के साथ-साथ वीगन ट्रीटमेंट त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाने के लिए भी महिलाओं की पहली पसंद बन गया है। यह एक ऐसा ट्रीटमेंट है, जिसमें किसी भी रूप में जानवरों या जानवरों से प्राप्त उत्पादों को शामिल नहीं किया जाता। वीगन ट्रीटमेंट आपकी त्वचा को स्वस्थ और आकर्षक बनाता था। प्राकृतिक होने के कारण यह संवेदनशील त्वचा के लिए सबसे बेहतर ट्रीटमेंट्स में से एक है। भारत में चार सबसे लोकप्रिय वीगन ट्रीटमेंट हैं। वीगन हेयर कलरिंग, वीगन हेयर स्मूथनिंग, वीगन फेशियल, वीगन बॉडी स्क्रब्स।

आज के समय में बालों को रंगना एक फैशन ट्रेंड बन गया है, लेकिन हेयर कलर करवाने वालों को बाद में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जैसे बालों का रूखा हो जाना, बाल जल्दी सफेद होना आदि। बालों को कलर करवाने से पहले ध्यान रखें कि अगर आपको अमोनियायुक्त डाई सूट न करे, तो आप वीगन डाई का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप कॉफी, चाय, हिना, चुकंदर, गाजर का रस और अखरोट का उपयोग करके आप अपने बालों की देखभाल कर सकती हैं। बालों को मुलायम बनाने के लिए दूध, शहद, स्ट्रॉबेरीज, एलोवेरा, कास्टर ऑयल, विनेगर, लेमन जूस, नारियल का दूध, केला, दही, शहद और ऑलिव ऑयल जैसे वीगन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। चेहरे की चमक बरकरार रखने के लिए एक चम्मच शहद में कुछ बूंदें नींबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़तीं। एक चम्मच

गुलाबजल और एक चम्मच दूध के मिश्रण में दो तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की कोमलता व चमक बनी रहती है। त्वचा को निखारने के लिए स्क्रबिंग बहुत जरूरी है, इसलिए टमाटर का टुकड़ा लेकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें। इससे चेहरे की सारी गंदगी साफ हो जाएगी। तैलीय त्वचा से छुटकारा पाने के लिए एक चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच गुलाबजल और पिसा हुआ पुदीना मिलाकर एक घंटे तक रखें। अब इसे 20 मिनट के लिए चेहरे पर लगाएं, फिर चेहरे को धो लें। इससे चेहरे का चिपचिपापन दूर हो जाएगा।


त्वचा में निखार लाने के लिए थोड़े से चोकर में एक

चम्मच संतरे का रस, एक चम्मच शहद व गुलाबजल

मिलाकर पेस्ट बनाएं।


चेहरे से मेकअप को हटाने व धूल-मिट्टी से बचाने के लिए क्लीजिंग जरूरी है। इसके लिए चावल के आटे में दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे एवं गर्दन पर अच्छी तरह मलें। इसके बाद चेहरा धो लें।


ड्राई स्किन होने पर नारियल के तेल में शहद और संतरे का रस मिला लें और इसे रूखी, फटी हुई त्वचापर लगाएं। इस मिश्रण के सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें और हल्के हाथ से पोंछकर नारियल का तेल या कोई और मॉइस्चराजर लगा लें। चेहरे पर काले दागों को हटाने के लिए टमाटर के रस में रुई भिगोकर दागों पर लगाएं इससे काले धब्बे साफ हो जाएंगे।


 मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए आप आलू उबालकर छील लें और इसके छिलकों को चेहरे पर रगड़ें, मुंहासे ठीक हो जाएंगे। वीगन ट्रीटमेंट में कार्बनिक और प्राकृतिक तत्व शामिल हैं, इसलिए यह सबसे अधिक त्वचा या बालों के प्रकार के अनुरूप है। जैसा कि किसी भी नए ट्रीटमेंट को इस्तेमाल करने से पहले उत्पादों का परीक्षण करना चाहिए या नए वीगन ट्रीटमेंट को उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की राय जरूर लें। वीगन ट्रीटमेंट करवाने के लिए स्पा और सैलून में बहुत अधिक धन खर्च करने की या इन

प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए घंटों ऑनलाइन बिताने

की आवश्यकता नहीं है। ये सब आपके घर में मौजूद

हैं। वीगन ट्रीटमेंट का इस्तेमाल आप लंबे समय तक

बेहतर त्वचा के लिए कर सकती हैं।