चेहरे (फ़ेस) मुंहासे दाग धब्बे खत्म या दूर करने का तरीका, इलाज व उपचार छुटकारा?
हामोस में असंतुलन, गलत जीवनशैली या कुछ अन्य कारणों से चेहरे पर एक्ने होना आम बात है, मगर इनको उचित देखभाल में नजर अंदाजी पोछे छोड़ जाती है इनके दाग, जो कर देते हैं चेहरा बेजान...
मुंहासे क्यों होते हैं ?
चेहरे पर मुंहासे होने का अर्थ है कि आपका शरीर यह संकेत दे रहा है कि आपकी दिनचर्या या खानपान की शैली में कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता है। इसके अलावा हामोस में आने वाले बदलाव भी इस प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। इससे ज्यादा परेशानी का सबब बनते हैं एक्ने के बाद होने वाले दाग-धब्बे। ये दाग तब होते हैं, जब कोई मुंहासा त्वचा के भीतर गहराई तक पहुंच जाता है और भीतर के टिश्यू को नुकसान पहुंचाता है। इसीलिए हर प्रकार के दाग-धब्बे के उपचार का अलग असर होता है और कुछ उपचार अन्य के मुकाबले खास प्रकार के धब्बों पर ज्यादा प्रभावी होते है। इनका सही उपचार करवाकर ही इन्हें पूरी तरह समाप्त किया जाना चाहिए। जब शरीर में किसी चोट की वजह से अधिक मात्रा में कोलेजन बनने लगता है तो आइस पिक जैसे परेशान करने वाले स्कार्स बन सकते हैं। आइस पिक स्कार्स त्वचा में बहत गहरे तक जगह बना चुके छिद्र होते हैं, जिसे देखकर ऐसा लगता है कि त्वचा एक आइस पिक के साथ पंक्चर की गई है। इसके उपचार में पंच नामक एक छोटे उपकरण से स्कार को काटना और उसकी वजह से बने छिद्र पर टांके लगाना शामिल होता है, लेकिन यह सिर्फ अकेले आइस पिक स्कार्स पर ही काम करता है। अगर कई आइस
रेडियोफ्रीक्वेसी एनजी
पिक स्कार्स हों तो एक्ने स्कार उपचार डिवाइरों जिनमें रेडियोफ्रीक्वेसी एनजी का इस्तेमाल होता है तो ये अच्छा विकल्प साबित होता है। ये उपचार त्वचा के भीतर कोलेजन बनाने में मदद करते है। यह कोलेजन स्कार्सको भीतर से भरने में मदद करता है। लेजर, रेडियोफ्रीक्वेंसी या एक अल्ट्रासाउंड डिवाइस से ऊर्जा आधारित स्किन रिसफेसिंग ट्रीटमेंट काम में आ सकता है, क्योंकि ये सभी त्वचा के भीतर कोलेजन बनाने का काम करते हैं। दाग-धब्बे के विस्तार, रासायनिक पील्स के आधार पर उपचारों की श्रृंखला की जरूरत होती है, जो उसे फैलने से रोकने में मदद करते हैं। इनमें से किसी भी प्रक्रिया के बाद रेटीनॉयड क्रीम का इस्तेमाल करने से कोशिकाओं की संख्या बढ़ती है और कोलेजन में भी इजाफा होता है।
फ्रैक्शनल नॉन एब्लेटिव लेजर
फ्रैक्शनल नॉन एब्लेटिव लेजर नई तकनीक है और पुरानी लेजर तकनीक के मुकाबले इसमें कम समय लगता है साथ ही इसके परिणाम भी अच्छे आते हैं। पुराने एब्लेटिव लेजर्स में त्वचा की बाहरी सतह नष्ट हो जाती है, जिसे ठीक होने में समय अधिक लगता है, लेकिन ये नॉन एब्लेटिव लेजर्स फ्रक्सेल की तरह होते हैं, जो त्वचा की बाहरी सतह से होकर गुजरता है और बिना नुकसान पहुँचाये गहरे टिश्यू को गरमाहट देता है और कोलेजन को रोलिंग स्कास को प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) के साथ माइक्रोनीडिलिंग के बाद माइक्रोफैट इंजेक्शन के साथ ठीक किया जा सकता है, माइक्रोनीडिलिग से त्वचा पर छोटे धाव हो जाते हैं। इसके बाद शरीर की प्राकृतिक, नियत्रित सुधार प्रक्रिया शुरू होती है जिससे आतरिक तौर पर कोलेजन बनने शुरू हो जाते है। माइक्रोनीडिलिंग भी एक महत्वपूर्ण एक्ने स्कार उपचार है, क्योंकि यह त्वचा के भीतर चैनलों को खोलते हैं, जो पीआरपी सुधार करने वाले कारकों को आपके रक्त और त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों को त्वचा के भीतरी सतह तक पहुंचने का मौका देते हैं जहां इनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
हाइपरपिगमेंटेशन से एक्ने
स्कार्स का उपचार हाइड्रोक्विनोन और सनब्लॉक के साथ होता है।
हाइड्रोक्विनोन एक टॉपिकल ब्लीचिंग एजेंट होता है, जिसका इस्तेमाल आप सीधे गहरे धब्बे पर कर सकते हैं। सनब्लॉक महत्वपूर्ण है, क्योंकि सूरज की रोशनी में हाइपरपिगमेंटेशन खराब हो सकता है। अन्य लोकप्रिय उपचारों
में ग्लाइकोलिक एसिड क्रीम शामिल है,जो त्वचा पर गहरे धब्बों की बाहरी
सतह को खत्म करती है। कई बार कई प्रकार के उपचारों की जरूरत होती है और यह आपके शरीर की प्राकृतिक सुधार प्रक्रिया पर भी निर्भर करता है।