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2022-03-06

digital footprint kya hai | digital footprint how to manage in hindi | digital footprint guidelines in hindi

डिजिटल फुटप्रिंट क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करे जानकारी हिन्दी में


 इन दिनों डाटा चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को लेकर ज्यादा चिंतित रहते हैं,तो 'डिजिटल फुट प्रिंट' को डिलीट करना होगा। हालांकि ऑनलाइन उपस्थितिको पूरी तरह रिमूव करना संभव नहीं है,लेकिन इसे कम तो किया ही जा सकता है...


जब भी कोई इंफॉर्मेशन सर्च करनी होती है, तो आमतौर

पर हम गूगल का उपयोग करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी अपने नाम, ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर से

खुद को सर्च किया है। अगर नहीं किया

है, तो करके देखना चाहिए। इससे आपको

अपने डिजिटल फुटप्रिंट का अंदाजा लग

जाएगा कि आपसे जुड़ी पर्सनल इंफॉर्मेशन

कहां-कहां मौजूद है। साथ ही, यह भी

जान पाएंगे कि जिन साइट्स पर आपने

कभी साइनअप ही नहीं किया था, वहां भी

आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशंस मौजूद हैं। वैसे

भी, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक,

इंस्टाग्राम, ट्विटर और लिंक्डइन की

वजह से हमारी हर तरह की इंफॉर्मेशन

ऑनलाइन मौजूद है, जिसका फायदा

मार्केटिंग फर्म, साइबर क्रिमिनल्स आसानी

से उठा सकते हैं। ऐसे में डिजिटल फुटप्रिंट

को कम करना आपकी अपनी प्राइवेसी के

लिए बेहतर हो सकता है।


डिजिटल एकाउंट करें डिलीट: कई बार जब

आप ऑनलाइन सफिंग करते हैं, तो कुछ

वेबसाइट्स सर्विस के लिए साइन-अप

करने पर फोर्स करती हैं। यह आम बात है

कि काम होने के बाद लोग उसे भूल जाते

हैं कि कहां उन्होंने साइनअप किया था।

वैसे, आपको लग सकता है कि आपके

पास कुछ ही एकाउंट हैं, लेकिन जब



आप इसकी सच्चाई जानेंगे तो यह चौंकाने

वाला भी हो सकता है। खुद मुझे भी लग

रहा था कि मेरे पास 10-12 एकाउंट्स ही

होंगे, लेकिन जब मैंने चेक किया तो पता

चला कि मैंने अब तक 130 से अधिक

साइट्स पर साइनअप किया हुआ है। ऐसी

स्थिति में अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को

रिमूव करने के लिए डिसीट मी (Deseat.

me) की मदद ले सकते हैं। अपने ईमेल

एड्रेस के जरिए आपने अब तक कितनी

सर्विसेज को साइनइन किया है, उसे यहां

पर देख सकते हैं। साथ ही, यहां पर उसे

रिमूव करने के विकल्प भी मौजूद हैं।

हालांकि यह वेबसाइट केवल जीमेल और

आउटलुक को ही सपोर्ट करता है। इसके

लिए आपको वेबसाइट के होम पर ही 'गेट

स्टार्टेड' का बटन मिलेगा। इसके बाद

गूगल या फिर आउटलुक से साइनअप

करना होगा। कुछ परमिशन देने के बाद

बिना काम वाले एकाउंट को डिलीट करना

आपके लिए आसान हो जाएगा। इसके

लिए 'डिलीट क्यू' पर क्लिक करना होगा।

जिन एकाउंट्स को आप डिलीट नहीं

करना चाहते हैं, उनके लिए 'सेव' बटन

पर क्लिक करना होगा। कुछ एकाउंट्स

को पूरी तरह डिलीट करने के लिए 14 या

फिर उससे ज्यादा वक्त भी लग सकता

है। आपको याद रखना होगा कि एकाउंट

को डिलीट करने के साथ कलेक्टेड डाटा

और एकाउंट हमेशा के लिए डिलीट हो

जाएंगे। कार्य पूरा होने के बाद आप डिसीट

मी एकाउंट को भी डिलीट करना न भूलें।


मैनुअली करें डिलीटः अगर एकाउंट्स को

डिलीट करने का काम मैनुअली करना

चाहते हैं, तो इसमें मुश्किल यह है कि

शुरुआत

से अब तक आपको भी याद नहीं

होगा कि आपने किन-किन वेबसाइट्स

पर लॉगइन किया है। हालांकि इसके

लिए ईमेल सर्विस की मदद ले सकते हैं,

क्योंकि जब आप साइनअप करते हैं, तो

वेबसाइट कंफर्मेशन मैसेज के लिए ईमेल

भेजती हैं। लेकिन यह भी दिक्कत है कि

हर कोई इस तरह की ईमेल को सुरक्षित

नहीं रखता है। अगर आपने भी इनबॉक्स

को क्लीन रखने के लिए इन मेल्स को

डिलीट किया है, तो फिर एकाउंट किलर

(accountkiller.com) या फिर जस्ट

डिलीट मी (backgroundehecks.

org/justdeleteme/) साइट की मदद

ले सकते हैं। आपको बता दें कि किसी



भी ऑनलाइन सर्विस के लिए प्रोफाइल

बनाना आसान होता है, लेकिन जब आप

प्रोफाइल को डिलीट या फिर बंद करने

जाएं, तो इससे जुड़े इंस्ट्रक्शन कुछ साइट

पर कम ही दिखते हैं या फिर डिलीट के

ऑप्शन कुछ इस तरह से होते हैं कि आम

यूजर के लिए यह आसान नहीं होता है। इन

दोनों ही साइट की खासियत है कि जिन

ऑनलाइन सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं कर

रहे हैं और उन्हें बंद करना चाहते हैं, तो

यहां पर हर सर्विस को डिलीट करने से

जुड़े इंस्ट्रक्शन मिल जाएंगे। इसे डायरेक्ट

लिंक या फिर सर्विस के नाम से भी सर्च

किया जा सकता है।


रिमूव करें ऑनलाइन इंफॉर्मेशन: क्या कभी

आपने ऑनआइन खुद से जुड़े इंफॉर्मेशन

को सर्च किया है। सबसे पहले आप गूगल

से ही ट्राई कर सकते हैं। अपने नाम से

गूगल पर सर्च कर देखें कि आपसे जुड़ी


इंफॉर्मेशन कहां-कहां हैं। इसके बाद ईमेल

एड्रेस और कॉन्टैक्ट नंबर से भी सर्च करें।

फिर कीवर्ड यानी अपने नाम और ईमेल

एड्रेस को एक साथ दर्ज कर सर्च करें। हो

सकता है इसके बाद आपको कुछ साइट्स

पर अपना नाम, ईमेल, एड्रेस, जॉब्स, करेंट

सिटी, यूनिवर्सिटी आदि की जानकारी

दिखाई दे यानी आपसे जुड़ी पर्सनल

इंफॉर्मेशन ऑनलाइन मौजूद हैं, जिसे कोई

भी आसानी से सर्च या हासिल कर सकता

है। डिजिटल फुटप्रिंट को कम या फिर पूरी

तरह से हटाने के लिए इसे रिमूव करना

जरूरी है। आप पीपल सर्च इंजन पर भी

ट्राई कर सकते हैं। इसकी मदद से डार्क

वेब पर मौजूद अपनी इंफॉर्मेशन को भी

सर्च कर पाएंगे। इसके लिए पीपल (pipl.

com) या फिर पीक यू (peekyou.com)

साइट की मदद भी ले सकते हैं।



पोस्ट को करें कंट्रोल


बहुत सारे यूजर के पास पिछले एक

दशक से फेसबुक एकाउंट्स

हैं।हो सकता है कि शुरुआत

के दिनों में आपने बहुत सारे

ऐसे पोस्ट किए हों, जिन्हें अब

आप हटाना चाहते हों, तो फिर

'सोशल बुक पोस्ट मैनेजर'

एक्सटेंशन की मदद ले सकते हैं, जो क्रोम

ब्राउनर को सपोर्ट करता है। इसकी मदद

से पुराने फेसबुक पोस्ट को ईयर, मंथ

और टेक्स्ट कंटेट के हिसाब से डिलीट

कर सकते हैं। कंपनी का दावा है कि वह

यूजर की इंफॉर्मेशन को ट्रैक या फिर

रिकॉर्ड नहीं करता है। इसके अलावा,

अब फेसबुक एक नया फीचर

लाने वाला है, जिसकी मदद से भी

पुरानी पोस्ट को यूजर आसानी

से डिलीट कर पाएंगे। इसके लिए

कंपनी 'मैनेज एक्टिविटी' फीचर

को जल्द अपडेट करेगी। इसकी

'मदद से यूजर पुराने पोस्ट को डिलीट कर

पाएंगे। हालांकि यूजर के पास ऑप्शन

होगा कि वे अपनी पोस्ट को आर्काइव में

डाल सकते हैं या फिर ट्रैस में डाल कर

उसे डिलीट कर सकते हैं। ट्रैस फोल्डर में

पोस्ट 30 दिनों तक मौजूद रहती है।



डिलीट करें पुराने ट्वीट

आप किसी के

दिवटर एकाउट

परचले जाएं.

उनके टवीटससे

आपको उनकी

पर्सनैलिटी, पॉलिटिकल थिकिंग,

पर्सनल ओपिनियन आदि के बारे में

आसानी से पता चल जाता है, लेकिन

आपकी इसी इंफॉर्मेशन का भी लोग

गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते

है। ऐसी स्थिति में आप ट्वीट डिलीट

( tweetdelete.net) की मदद ले

सकते हैं। इस सर्विस की मदद से

पुराने या फिर खास तरह के ट्वीट

को आसानी से डिलीट कर सकते

हैं। अगर आपने पिछले वर्षों में कुछ

ऐसे टवीट किए थे, जो आज की

परिस्थिति में सही नहीं है, तो उसे भी

डिलीट कर सकते हैं।

इसके फ्री एकाउंट की मदद से

3200 ट्वीट को डिलीट किया जा

सकता है, लेकिन प्रीमियम सर्विस

लेते हैं, तो इसमें आपको कई अन्य

एडवांस्ड फीचर भी मिल जाएंगे।

इसका इस्तेमाल पर्सनल और

बिजनेस दोनों के लिए किया जा

सकता है।



भविष्य के लिए रहें सतर्क

अगर डिजिटल फुटप्रिंट को कम करना चाहते हैं, तो ऑनलाइन

क्या शेयर कर रहे हैं, उसको लेकर बहुत सतर्क रहना

होगा और नहीं चाहते कि सर्च इंजन में आपकी कोई पर्सनल

इंफॉर्मेशन दिखे तो अपनी पोस्ट यानी एकांउट को प्राइवेट मोड

में ऑपरेट करना बेहतर विकल्प हो सकता है। इंस्टाग्राम में

सेटिंग्स के अंदर 'प्राइवेसी' में जाकर 'प्राइवेट एकाउंट' को

एक्टिवेट कर सकते हैं, वहीं फेसबुक पर 'सेटिंग्स ऐंड प्राइवेसी' में जाने के बाद ‘प्राइवेसी चेकअप' पर जा

सकते हैं। यहां पर देख सकते हैं कौन आपकी पोस्ट को देख सकता है और कैसे एकाउंट को सेफ रखा जा

सकता है। आप 'प्राइवेसी शॉर्टकटस' में जाकर एकाउंट को और ज्यादा सिक्योर कर सकते हैं। ट्विटर पर

'सेटिंग्स ऐंड प्राइवेसी' में जाने पर आपको 'प्राइवेसी ऐंड सेफ्टी' का विकल्प मिलता है। यहां पर 'प्रोटेक्ट

योर ट्वीट्स'का बटन मिलेगा, जिससे आपको अपने ट्वीट की सेफ्टी पर ज्यादा कंट्रोल मिलेगा।