Career Counselor Kaise Bane Janakri
Career Counselling Kya Hota Hain?
अगर आप
भी एजुकेशन से जुडे क्षेत्रों की अच्छी जानकारी रखते है। दूसरों से बात करने और
उनकी जरुरतों को समझने की कलां है तो इस स्किल से आप अपना भविष्य भी संवार सकते
है।
कॅरियर काउंसलर किसी छात्र को उसकी स्किल और नालेज को परखकर उनके कॅरियर
की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाते है। अगर आप भी कॅरियर और एजुकेशन से जुडे
क्षेत्रो की जानकारी रखते है। और अपने इस स्किल को नौकरी के तौर पर स्थापित करना
चाहते है तो इस फील्ड में आापके लिए भी ढेरों मौके है ।वैसे तो काउंसलिग विस्तृत
क्षेत्र है जिसके अंतगर्त वैवाहिक और पारिवारिक मानसिक स्वास्थ नशा मुक्त और
पुनवसि जैसे क्षेत्र अति है। लेकिन यहा हम सिर्फ शैक्षिक और संबंधी काउंसलिंग की
बात कर रहे है। इन दिनों यह क्षेत्र तेजी से उभर रहा है क्योंकि प्रतिस्पर्धा के
इस दौर में हर छात्र चाहता है कि उनको सही गाइडेंस मिले। इसके लिए वे कॅरियर
काउंसलर की मदद ले रहे है तकि वक्त रहते कॅरियर की दिशा में सही कदम उठाया जा
सकें।
Institute of Education
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशनल
साइकोलॉजी एंड गाइडेंस जबलपुर
- दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली
- बनारस हिंदू विश्ववि़द्यालय वाराणसी
- कलकत्ता विश्वविद्यालय कोलकात्ता
Career Counselor After 12th
अगर आप 12वीं पास करने के बाद से ही कॅरियर काउंसलिंग के क्षेत्र
में खुद को स्थापित करना चाहते है तो इसके लिए साइकोलॉजी सामाजिक कार्य जैसे विषय
में ग्रेजुएशन करना चाहिए। इसके बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से काउंसलिंग
लाइफ स्किल एजुकेशन और साइकोलाजी जैसे विषय में एमए की शिक्षा हासिल करनी होगी ।
जिन छात्रों के पास पीजी स्तर पर डिग्री है वे डिप्लोमा दन काउंसलिग के लिए आवेदन
कर सकते है। इस कोर्स के लिए कुछ शिक्षण संस्थान स्नातक स्तर पर साइकोलॉंजी विषय को अनिवार्य मानते है। एक से दो वर्ष का यह डिप्लोमा कोर्स (नियमित) के रुप में भी
उपलब्ध है। इसके बाद आप अपनी रुची और योग्यता के आधार पर काउंसलिंग के किसी एक
विषय के विशेषज्ञ बन सकते है।
Skill Qualification
कॅरियर या शिक्षा
क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी ही काफी नही है बल्कि एनालिटिकल एप्रोच भी जरुरी है ताकि छात्रों के मनोविज्ञान (साइकोलाजी) को समझकर उन्हे कॅरियर के बेहतर विकल्प सुझा सकें। दर असल साइकोलाजी
मानक- व्यवहार को समझने में मदद करती है और किसी व्यक्ति को उसके भविष्य के प्रति
राय देने से पहले उसे भीतर से समझना बहुत जरुरी है। इसलिए शैक्षित योग्यता के साथ-2
बेहतर कम्युनिकेशन स्किल शारीरिक मानसिक और भवनात्मक रुप से मजबूत
अच्छा श्रोता पारखी मृदुभाषी स्पष्ट वादी त्वरित प्रश्न पूछने और उत्तर देने में सक्षम
होना चाहिए। काउंसलिंग क्रिया अंतव्यैक्तिक संचार की प्रक्रिया है जिसके लिए
बातचीत की कला में निपूण होना भी जरुरी है। इस क्षेत्र में धैर्यपूर्ण संवेदनशील
और समपर्णशील होना भी जरुरी है। जिससे वे जरुरत मंदो की मदद को हमेशा तैयार रहें।
Job Ke Avasar
कॅरियर काउंसलिंग में सिर्फ शैक्षिक स्तर पर ही नही बल्कि मार्केटिंग मेडिसिन इंजीनियरिंग प्रोडक्शन एचआर आईटी आदि क्षेत्रों में भी अवसर मौजुद है। बडी-2 फर्म और कंपनियां अपनी-2 जरुरत के अनुसार सलाहकारों से संपर्क सथापित करती है। वे कंपनी के प्रदर्शन के लिए कंपनी की अलग-2 वर्क प्रोफाइल के हिसाब से अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराते है ताकि एम्प्लाइज अपनी रुचि के अनुसार किसी काम को पूरी उर्जा के साथ वक्त पर पूरा कर सके। इसके बदलें फ्रीलांस काउंसलर को अच्छी खासी फीस मिल जाती है।इसके अलावा एजुकेशनल काउंसलिंग का भी स्कोप है। आप काउंसलिंग के जरिए अध्यापन से भी जुड सकते है। अब प्रतिष्ठित स्कूल कॅरियर काउंसलर को भी विशेष तौर पर हायर करने लगे है, ताकि वे छात्रों की सामाजिक- आर्थिक शैक्षिक व्यवहारिक और उनकी प्रतिभा को परख कर उन्हे सही गाइडेंस दे सके और उन्हे सही सलाह दे सकें कि किस क्षेत्र में कॅरियर बनांए।
Salary Package
वैसे तो कॅरियर
काउंसलिंग फ्रिलांस जाब है जिसमे आप किसी क्षेत्र विशेष के आधार पर अपनी फीस तय
करते है। काउंसलिंग के लिए अमूमन 500 रुपये से 2000 रुपये प्रति सेशन चार्ज किए जाते है। फ्रिलांस काउंसलिंग में आपके अनुभव
के साथ-2 कमाई भी बढती है। इसमें आप 70,000 से एक लाख रुपये प्रतिमाह भी कमा सकते है। इसके बलावा यदि कॅरियर की
शुरुआत में किसी स्कुल में काउंसलिंग से जुडते है तो यहाॅ आपको 25 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगें लेकिन स्कूल से
जुडना आपकी कॅरियर प्रोफाइल को मजबूत बनाएगा, जिससे बाद में
फ्रिलांस काउंसलिंग में अपने पैर जमाने में मदद मिलेगी। आप इस क्षेत्र में
ब्लाॅगिग और बेबसाइट के जरिये भी आनलाइन काउसलिंग कर सकते है। इंटरनेट के इस
प्लेटफार्म पर भी कमाई के अवसर मौजूद है।
Success Tips
कॅरियर काउंसलिंग
में कॅरियर बनाने के इच्छुक है, तो इसमें आपको
खूब पढने की आदत डालनी होगी। इस क्षेत्र में खुद को अपडेट रखना होता है। आए दिन
नए-2 कोर्स और फील्ड में छात्रों की रुचि बढ रही है। छात्र
और उनके अभिभावक काउंसलिंग के दौरान आपसे संबंधित फील्ड के बारे में सब कुछ जानने
के इच्छुक रहते है। किसी की गाइड करने से पहले खुद को जानकरी होना जरुरी है। इसलिए
आपको कॅरियर से जुडे सभी प्रोफेशन और उनके एडमिशन प्रक्रिया की पर्याप्त जानकारी
होना चाहिए। इसके अलावा छात्रों की रुचि और प्रतिभा के अलावा उनके एप्टिट्यूट
टेस्ट पारिवारिक वित्तिय स्थिति ,व्यक्तिगत क्षमता,फोकस आदि को परख कर उसे सही सलाह देनी चाहिए। इसलिए इस फील्ड में
साइकोलाॅजी की डिमांड है, ताकि आप सामने वाले को अच्छे से
जान कर सके.
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