What Is Cartoon Caricature Artist ? Sketch Or Cartoon Caricature Me Career Kaise Banaye?
प्रिट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक,
कार्टून कैरिकेचर का इस्तेमाल हर माध्यम में होने लगा है। जाहिर है, ऐसे लोगों की
मांग भी होगी, जो कैरिकेचर बनाने में माहिर हों।
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5.आंकडे बोलते है
10 टॉप के क्रिएटिव कोर्स में से एक है 20000 रूपये
से शुरू हो जाती है, सैलरी
आजकल कई मीडिया हाउस
कैरिकेचर की मदद से प्रैंक वीडियो बना रहे है। लोगों को कैरिकेचर देखना पसंद आ रहा
है।
कहते है, एक फोटो दस
हजार शब्दों के बराबर होती है1 ऐसे ही एक कैरिकेचर आर्टिस्ट द्वारा बनाया गया चित्र
भी हजार शब्दों के बराबर होता है। भाषा के इस माध्यम को लोग भलीभांति समझते भी है।
शायद यही वजह है कि आजकल कई पब्लिशिंग हाउस और प्रिंट मीडिया साधारण फोटो की बजाय कैरिकेचर
का इस्तेमाल करने लगे है। अगर आपको ड्रॉइंग करना अच्छा लगता है, आप अपनी क्रिएटिविटी
से कुछ अलग करना चाहते है, तो आपके लिए कैरिकेचर कोर्स एक बेहतर विकल्प है। कैरिकेचर
आर्टिस्ट, इलेस्ट्रेटर और कार्टूनिस्ट से अलग होता है। कैरिकेचर मुख्यत: उस चीज पर
बनाया जाता है, जिसमें या तो कटाक्ष करना हो या फिर उस चित्र के जरिए कई लोगों को एक
साथ मैसेज देना हो। भारत में अक्सर राजनीति और सिनेमा जगत से जुडे लोगों पर ही कैरिकेचर
बनाया जाता है। सिनेमा जगत में किसी सेलिब्रिटी के ऊपर बना कैरिकेचर मजाक संबंधित होता
है, तो किसी नेता के ऊपर बना कैरिकेचर एक सोशल मैसेज या कटाक्ष करने वाला होता है।
वैसे अब तो पेंसिल लेकर स्केल बनाने के अलावा, इलेक्ट्रॉनिक पैड के जरिए भी स्केचिंग
होने लगी है। इलेक्ट्रॉनिक पैड से बनाने का फायदा यह होता है कि आप उसे तकनीकी तौर
पर ठीक कर सकते है। मसलन आपको किसी सेलिब्रिटी का चेहरा बनाना हे, तो इंटरनेट की मदद
से आप उसके चेहरे का स्केच आसानी से खीच सकते है। कैरिकेचर में मुख्य रूप से चेहरे
के साथ क्रिएटिविटी की जाती है। उदाहरण के तौर पर जैसे किसी व्यक्ति की नाक थोडी टेढी
है, तो कैरिकेचर आर्टिस्ट उस नाक के साथ अपनी क्रिएटिविटी करेगा। वह उस नाक को और
भी टेढा कर सकता है, लेकिन वह चित्र हर किसी के समझ में आना चाहिए। बतौर कैरिकेचर आर्टिस्ट
आप किसी भी न्यूज चैनल, अखबार, मैग्जीन, वेबसाइट्स, विज्ञापन एजेंसी या पब्लिकेशन
हाउस में काम कर सकते है। इसके अलावा फ्रीलांस काम करने में भी खूब पैसे मिलते है,
क्योकि कई कंपनियां खुद को क्रिएटिव दिखाने के लिए कैरिकेचर आर्टिस्ट की मदद लेती
है।
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Main Institute Of Educational
फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट्स,
यूनिवर्सिटी ऑफ वडोदरा, गुजरात
www.msubaroda.ac.in
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी,
बनारस
www.bhu.ac.in
कॉलेज ऑफ आर्ट, दिल्ली
यूनिवर्सिटी, दिल्ली
www.du.ac.in
सर जेजे इंस्टीट्यूट
ऑफ अप्लाइड आर्ट, मुंबई
jjiaa.org
फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट्स,
जामिया,दिल्ली
jmi.ac.in
भारतीय कला महाविद्याल,
पुणे
cofa.bharatividyapeeth.edu
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फाइन आट् र्स का हिस्सा है!!!!!!
कैरिकेचर आर्टिस्ट बनने के लिए वैसे तो कोई स्पेशल
कोर्स नहीं होता, लेकिन फाइन आट् र्स में पढाई करके इसे आसानी से सीखा जा सकता है।
फाइन आट् र्स का कोर्स करने के बाद कई विकल्प खुलते है, जिसमें से एक कैरिकेचर भी
होता है। फाइन आट् र्स का कोर्स करने के बाद छात्र अपना करियर कैरिकेचर, इलेस्ट्रेटर,
कार्टूनिस्ट, डिजाइनर जैसी क्रिएटिव फील्ड में बना सकता है। बशर्ते उसे चित्रों के
साथ खेलना आता हो। फाइन आट् र्स की पढाई करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है। देश
में कई यूनिवर्सिटी और प्राइवेट इंस्टीट्यूट है, जो फाइल आट् र्स में ग्रेजुएशन, पोस्ट
ग्रेजुएशन और सर्टिफिकेट कोर्स कराते है। पर असली कैरिकेचर आर्टिस्ट वही बन पाता है,
जो अच्छे से स्केचिंग कर पाता है। जिन लोगों को अच्छा स्केच बनाना नहीं आता, उन
लोगों के लिए के लिए यह कोर्स करना बेकार है।
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