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2020-03-10

Board Paper Ke Samay Taiyari (Presentation) Kaise Kare Janakri Hindi Mein

बोर्ड पेपर की तैयारी मे शारीरिक और मानसिक रुप से कैसे फिट रहे ??


बोर्ड के  परीक्षा की तारीखों की घोषणा हो चुका हैं, इस समय किशोरों के सामने अब अपने आपको शारीरिक और मानसिक रुप से फिट रखने की चुनौती और जरूरत है। अच्छे नंबर के लिए  ऐसा प्रदर्शन करना बहुत जरूरी है। अगर फिट होंगे और फ्रेशमूड में परीक्षा देंगे तो जरूरहिट होंगे...

बोर्ड के  परीक्षा मे एनर्जी फूल कैसे रहे....

परीक्षाओं में सबसे जरूरी यह है कि आपका एनजी लेवल हाई रहे। इसके लिए आपको खानेपीने के अलावा कई सारी बातों का ध्यान रखना होगा। हर विद्यार्थी को कम-से-कम आठ घंटे की नींद है,इसमें कोई कोल्ड ड्रिंक या मीठा पानी न हो। दो या इससे कम का स्क्रीन टाइम है, एक घंटा फिजिकल एक्टिविटी का है, चाहे आप कोई भी गेम खेलें। पांच बार फल व सब्जी खाना है। अगर आपके फूड मे  जीरा भी है तो उससे कोई नुकसान नहीं है,दो से तीन लीटर पानी का इनटेक है। जीरो है शुगरी फूड। क्योंकि हमारे शरीर में शुगर अपने आप बनती है।जो टीवी, गैजेट्स, कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन की स्क्रीन पर गुजरता है।



बोर्ड के  परीक्षा मे योग करे सुबह के टाइम...


अभी नंबरों की बिल्कल परवाह मत कीजिए। परीक्षा से पहले योग ही रिजल्ट को लेकर तनाव मत पालिए। मन लगा कर पढे, तो उसे आप  एब्जॉर्ब करेंगे। लेकिन यह तब होगा, जब आप तन-मन से पूरी तरह फिट होंगे। इसके लिए योग आपको लिए  शारीरिक और मानसिक सुदृढता देगा। यंगर  योग के अभ्यास से पुरे दिन मस्तिष्क को तरोताजा रख सकते हैं, यह बड़ा सवाल है की सुबह जल्दी उठना, अगर जल्दी उठ सकें, तो बहुत ही अच्छा, व्यायाम करना, रनिंग, वॉकिंग या फिर कोई जॉर्ब किया गया हो तो बहुत अच्छा रहता है। 

बोर्ड के  परीक्षा मे घर से बाहर शाम के समय खेलने के लिए जाए....


खुश रहेंगे तो  पढ़ाई को भी एंजॉय करेंगे।लेकिन खुश कैसे रह सकते हैं, यह  बड़ा सवाल है। सुबह जल्दी उठना, व्यायाम करना, रनिंग, वॉकिंग या फिर कोई आउटडोर गेम खेलना आपके भीतर खुशी के हारमोन को बढ़ा देगा। आप चाहें तो एक्सरसाइज के रूप में फुटबॉल, कस्केटबाल जैसे गेम खेल सकते हैं। स्वीमिंग से  शरीर को फिट रख सकते हैं। साइक्लिंग, एथलेटिक, खो-खो, कुश्ती जैसे खेल और आउटडोर एक्टिविटी आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छी साबित हो सकती है। शोध कहते हैं कि आउटडोर खेल और गतिविधियों से बच्चे प्रायोगिक ढंग से सीखते हैं और उनके मस्तिष्क का अधिक इस्तेमाल भी होता है। बच्चे जब घर में ही बंद रहते हैं, तो उनकी रोग-प्रतिरोधक प्रणाली का विकास भी कम होता है।


बोर्ड के  परीक्षा मे डाइट प्लान कैसे करे या क्या खाये...


दोस्तो, आपका डाइट प्लान तो बेशक पैरेंट्स बनाएंगे, लेकिन इसे फॉलो तो आप ही करेंगे ना तन और मन को हल्का रखने के लिए हल्का खाएं। जंक से दूरी बना लें। यह तय करना बहुत मुश्किल नहीं है कि आप क्या खाएं और क्या नहीं, जिससे कि आपको भारीपन न लगे, आलस नहीं आए और आपकी एनर्जी का लेवल हाई बना रहे। बस थोड़ा-सा सजग रहना होगा। चिप्स, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक, पिज्जा जैसे जंक फूड तो बिल्कुल न खाएं। डायटिशियन सुपरवाइजर बताती या बताते हैं कि परीक्षाओं में एंटीऑक्सीडेंट चीजें खाना बेहतर है। ये आंखों के लिए भी अच्छे हैं और इन्फेक्शंस रोकते हैं। इनके लिए विटामिन-ए और बीटा कैरोटिन चाहिए।  विटामिन-ए अंडे, डेयरी प्रोडक्ट, गाजर और पालक में मिलेगा। कैरोटिन पीली-लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली, पपीता, मटर, गोभी जैसे फल-सब्जियों में पाया जाता है। लाल, पीले और गहरे रंग के फल व सब्जियां बीटा कैरोटिन के सोर्स हैं। मेमोरी के लिए ओमेगा फ्री फैटी एसिड फूड जैसे-अलसी, अखरोट और नॉनवेज खाते हैं, तो फिश ले सकते हैं। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी भी जरूर चाहिए। इससे दिमाग तर रहता है। न्यूट्रिशनिस्ट कहते हैं की नींबू पानी, फ्रेश जूस और नारियल पानी ले सकते हैं। यह पाव हाउस ऑफ मिनरल्स' होते हैं।


बोर्ड के  परीक्षा मे अपने मोबाइल, गैजेट्स से दूर ही रहे...

परीक्षा की तैयारा के दौरान आप अपने फ्रेंड्स और टीचर्स से फोन के जरिए जुड़े होते हैं। वाट्सएप पर आपके कई ग्रुप भी बनते हैं, लेकिन आपको इनमें ज्यादा इनवॉल्व नहीं होना चाहिए। आपकी क्लास का कोई बच्चा अगर स्टेटस डालेगा कि उसने रिवीजन कंप्लीट कर लिया है तो आप बेकार ही प्रेशर में आ जाएंगे। दूसरी तरफ स्क्रीन पर ज्यादा देर तक रहना आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकता है और आंखों को थका सकता है, इसलिए इन दिनों स्मार्टफोन से दूरी ही बेहतर है। कैलिफोर्निया में एक शोध में पाया गया कि जो किशोर दिन में अपना ज्यादा समय सोशल मीडिया पर लगाते हैं, उनमें एडीएचडी (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) नामक मानसिक विकार का खतरा अधिक रहता है। इसमें किशोर किसी विषय या वस्तु पर ध्यान लगाने में परेशानी महसूस करते हैं। उनका ध्यान बार-बार भंटकने लगता है। 

बोर्ड के  परीक्षा मे कितने देर तक नींद ले.....


कम नींद लेने वाले किशोरों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, जुकाम व फ्लू का रिस्क अधिक होता है। चाइल्ड काउंसलर  कहते हैं कि मेंटल और फिजिकल फिटनेस के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। इससे पढ़ने की एनर्जी मिलती है। तनावमुक्त रहने के लिए रात में ही लिख लें कि कल क्या पढ़ना है और आराम से सो जाएं। परीक्षाओं के बीच शाम को सोसायटी या मोहल्ले के बच्चों के साथ वॉक कर लें।

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