हैंड वाश कैसे करते है या कोरोना हैंड वाशिंग का तरीका
कोरोना वायरस के मामले में हैंड
वॉशिंग को बहुत महत्व दिया जा रहा
है।वजह है कि इसका संक्रमण हाथों के
जरिए ही सबसे अधिक फैलता है। कुछ
लोग पूछते हैं कि बार-बार हाथ धोने
से क्या होगा? आइए जानते हैं कि हाथ
नहीं धोने से क्या-क्या हो सकता है...
चिकित्सा विज्ञान मानता है कि संक्रामक
बीमारी से बचने के लिए हाथ धोने की
प्रक्रिमा महत्वपूर्ण है। इससे हाथों में लगा
संक्रमण निकल जाता है। एक अध्ययन
के अनुसार हमारे देश में 40 प्रतिशत लोग
खाना खाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं। इसी
अध्ययन के मुताबिक यदि हाथ धोने की
प्रक्रिया पूरी ईमानदारी से निभा लें तो हर
साल लाखों लोगों की जान बच सकती है।
एक से दूसरे तक पहुंचते हैं रोगाणु : बात
केवल कोरोना तक ही सीमित नहीं है। हाथ
संक्रमित हों और उन्हें धोकर साफ न किया
जाए तो कई संक्रामक रोगाणु परिजनों और
मित्रों तक पहुंच सकता है। दरवाजे का
हैंडल, टॉयलेट या बाथरूम के दरवाजे का
हैंडल, नल की टोंटी, रेलिंग, लिफ्ट के बटन
और ऐसे ही अनेक स्थान है, जो आमजन
के साथ-साथ आपके इस्तेमाल में भी आते
हैं और संक्रमित करते हैं।
पकड़ लेगी गंभीर बीमारी: रोगाणु संपर्क के
जरिए शरीर में आसानी से पहुंच जाते हैं।
यदि आपको मुंह, नाक और आंखों तक
बार-बार हाथ पहुंचाने की आदत है तो
अनजाने में ही आपके हाथों का संक्रमण
मुंह और आंखों को प्रभावित करेगा। इन
संक्रमणों की वजह से आप गंभीर रूप से
बीमार पड़ सकते हैं।
ऐसे धोए हाथ : याद रखें कि सेनिटाइजर
से अधिक प्रभावशाली होता है साबुन से
हाथ धोना। हाथों में साबुन लगाकर देर
तक रगड़ें, झाग निकलने का इंतजार करें,
हथेलियों और पिछले हिस्से सहित अंगुलियों
को भी रगड़कर साफ करें। अधिक पानी से
पूरा झाग निकालें।
हो सकता है पेट का संक्रमण : कोरोना
वायरस के बाद सबसे अधिक तकलीफदह
है पेट का संक्रमण। यह रोगाणु दूषित पानी
एवं संक्रमित हाथों से शरीर में पहुंचते हैं,
जिसके कारण टायफाइड व कॉलरा जैसे
घातक रोगों का संक्रमण पैदा होता है।
डायरिया के 10 में से 4 मामलों को सही
तरीके से हाथ धोकर रोग की चपेट में आने
से बचाया जा सकता है।
आखों के संक्रमण को रखें दूरः हैंड वॉशिंग
का एक और महत्वपूर्ण फायदा यह है कि
इससे आंखों को होने वाले संक्रमण से
बचाया जा सकता है। संक्रमित हाथों के
जरिए ही कंजेक्टिवाइटिस तथा ट्रेकोमा जैसे
आंखों के संक्रामक रोग फैलते हैं। ट्रेकोमा
एक ऐसा बैक्टीरियल संक्रमण है, जो दुनिया
भर में अंधत्व का कारण है।
बचाए त्वचा के संक्रमण से: स्टेफिलोक्कॉकस, ऐसा बैक्टीरिया है जो शरीर की त्वचा और नथुनों में पाया जाता
है। यदि ये रोगाणु खुले घावों तक पहुंच जाएं
तो त्वचा का संक्रमण हो जाता है। त्वचा के
अंदरसॉपट टिश्यू तक उतरकर ये बैक्टीरिया
शरीर के जोड़ों और हड्डियों तक पहुंचता
है। हैंड वॉशिंग से इससे संक्रमण से काफी
हद तक बचा जा सकता है।
सावधानी ही बचाव
•खाना बनाने और खाने से पहले
हाथ जरूर धोएं।
• टॉयलेट से होकर आने के बाद
साबुन से हाथ जरूरधो ले।
•साबुन और गुनगुने पानी से हाथ
धोना सेनिटाइजर से बेहतर माना
जाता है। हैड सेनिटाइजर यदि 60
प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा वाला
है तो ठीक अन्यथा साबुन-पानी से
ही हाथ धोएं।
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