नशे की लत कैसे छुड़ाये तरीके या नशे की लत कैसे लगती है।
किशोर उम्र के बच्चे दूसरों को देखकर अच्छी चीजें सीखते हैं, तो कभी-कभी बुरी आदतें भी। नशे की लत भी कुछ ऐसी ही है, लेकिन इनमें आपकी भूमिका बड़ी है।
आज के तकनीकी युग में बच्चे जहां आईपैड, वीडियो
गेम, कंप्यूटर और स्मार्टफोन चलाना सीख गए हैं, वहीं
उनमें कुछ बुरी आदतों की आशंका भी बढ़ गई है। नशे
की लत भी इन्हीं में से एक है। सवाल यह है कि
अभिभावक बच्चे के इस लत की ओर बढ़ते कदमों को
पहचाने कैसे? ऐसे में उनमें कुछ मनोवैज्ञानिक और
शारीरिक बदलाव से समझा जा सकता है।
आज के बच्चे हैं स्मार्ट
बच्चों से बातों-बातों में उनकी आदतों के संबंध में
जानकारी लें। आज के बच्चे इंटरनेट के जानकार हैं और
समझदार हैं, इसलिए वे किसी चीज या लत के बारे में
नहीं जानते। बस खुद को उनके सामने एक भरोसेमंद
मार्गदर्शक के तौर पर प्रस्तुत करें। सही समय पर सही
उम्र से ही बच्चों को नशे के खतरे के बारे में बताया जाए,
तो वे पहले से ही इसके प्रति सजग रहेंगे। अभिभावको
को चाहिए कि अपने बच्चे से खुलकर बात करें। नौकरी
पेशा लोग बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे सकते, तो
उनके साथ क्वालिटी समय जरूर बिताएं। उनके दोस्तों
पर जरूर नजर रखें और उनसे दोस्ताना व्यवहार
बनाकर रखें।
कुछ उदाहरण, कुछ अनुभव
अपने आस-पास के नशे की लत वाले लोगों के अंजाम
के बारे में उन्हें बताएं। सेमिनार या कार्यक्रम में ले जाएं,
जहां नशे की लत से उभरे लोगों के अनुभव वे सुन
सकें। इसका गहरा प्रभाव उन पर पड़ेगा। बच्चा बहुत
ज्यादा टॉफी या च्युइंगम जैसी चीजें अधिक खाने लगे,
तो हो सकता है कि वह इन चीजों के जरिये अपनी
स्मोकिंग की स्मेल को छुपाने की कोशिश कर रहा हो।
अगर बाहर से आने पर उसके मुंह से रोज टॉफी आदि
की सुगंध आती है, तो होशियार हो जाएं।
रखें बदलाव पर नजर
कोई भी नशा व्यक्ति के शरीर और व्यवहार में बदलाव
लाता है। इस बदलाव को अगर अभिभावक समय रहते
समझ लें, तो बहुत से बच्चों को इस लत से बचाना
आसान हो जाएगा। नशा करने वाले बच्चों की आंखों की
पलकें झुकी झुकी रहेंगी, उनकी आंखें लाल होंगी,
उनकी आंखों में एक तरह की चमक आ जाएगी, उनका
खाना कम हो जाएगा या भोजन की मात्रा बढ़ जाएगी, वे
ज्यादा ऊंघने या सोने लगेंगे। साथ ही बच्चों का वजन
तेजी से कम होना नशे का कारण हो सकता है। उनमें
चिड़चिड़ापन, अकेलापन या छिपकर बैठना, सामाजिक
कार्यक्रमों में भाग न लेना, स्कूल में उनका प्रदर्शन खराब
होना, पैसों की अत्यधिक मांग करने लगना, खर्च
करना जैसी आदतें आ जाएंगी।
अपने बच्चों के लिए समय निकालें
कई बार फिल्मों में दिखाए पात्र की तरह नजर आने के
लिए बच्चे उनकी नकल उतारते हैं। इसके लिए जरूरी
है कि बच्चे के व्यवहार पर आपकी नजर रहे और कम
से कम एक समय का खाना, तो साथ ही खाएं इससे
जहां बच्चे को साथ मिलेगा, वहीं पैरेंट्स को बच्चे में आ
रहे बदलावों की जानकारी भी मिलती रहेगी।
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