अगर आप बिटकॉइन कमाना चाहते है तो इससे बेहतर आपको साइट नहीं मिलेगी? तो बिटकॉइन कमाने के लिए क्लिक करे

Search Your Topic In This Blog : I think I written about that.

2021-03-25

spinal surgery in hindi

 ओपेन सर्जरी के मुकाबले अधिक कारगर है सेफ स्पाइनल सर्जरी। इसमें समय लगता है कम और नहीं रहना पड़ता है बेड रेस्ट पर...

spinal surgery

spinal surgery cost

spinal surgery cost in india

spinal surgery in hindi

spinal surgery definition


ठंड का मौसम आते ही चिकित्सकों के

पास गर्दन या कमर दर्द की समस्या से जूझ

रहे मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। इन

मरीजों को दवाइयों और व्यायाम से कुछ राहत

तो मिल जाती है, लेकिन पूरी तरह आराम

मिल जाए, यह संभावना कम ही रहती है।

लंबे समय तक दर्द के प्रति लापरवाही और

अनियमित जीवनशैली लोगों को अर्थराइटिस

की समस्या का शिकार बना रही है। तकनीकी

संसाधनों के प्रयोग और लंबे समय तक काम

करने की आदत ने स्पाइनल अर्थराइटिस को

गंभीर समस्या बना दिया है, लेकिन प्रचलित

मान्यताओं के विपरीत यह बीमारी लाइलाज

नहीं है। ट्रिपल एस (सेफ स्पाइनल सर्जरी)

तकनीक ऐसे मरीजों को राहत दे रही है।

क्या है ट्रिपल एस तकनीक : रोगियों में इस

स्पाइनल सर्जरी को लेकर कई तरह की भ्रांतियां

हैं। लोग यह मान बैठते हैं कि स्पाइनल सर्जरी

बेहद जटिल होती है और इसमें सफलता भी

बेहद कम मिलती है। जबकि चिकित्सा विज्ञान


की प्रगति ने इस सर्जरी को बहुत आसान बनाया

है। ट्रिपल एस यानी कि सेफ स्पाइन सर्जरी वह

तकनीक है, जिसमें ओपेन सर्जरी जैसा कुछ

नहीं किया जाता, बल्कि एक बारीक छेद की

मदद से पूरा ऑपरेशन किया जाता है। ऑपरेशन

के दौरान इंट्रा ऑपरेटिव, पोलोरोस्कोपी और

सीटी स्कैन की मदद से बेहद सटीक तरीके से

इस सर्जरी को अंजाम दिया जाता है। इतना ही

नहीं, सर्जरी में लेजर का इस्तेमाल किया जाता

है ताकि नॉर्मल हड्डी और डिस्क को किसी

प्रकार की क्षति न पहुंचे। ऐसे में हड्डी का मूल

ढांचा बरकरार रहता है और उसका प्राकृतिक

लचीलापन भी बना रहता है।






स्पाइनल अर्थराइटिस के कारण


• अनियमित जीवनशैली।

• लंबे समय तक डेस्क वर्क।

•काम के कारण अत्यधिक तनाव।

• खानपान में अनियमितता।

• शरीर का अत्यधिक वजन।

• लंबे समय तक सफर करना, गाड़ी

चलाना।

• टीवी देखना, कंप्यूटर या लैपटॉप पर

काम करना।

• गलत मुद्रा में बैठने की आदत।


प्रमुख लक्षण


• हाथ-पैरों का सुन्न होना।

• हाथ-पैरों में झनझनाहट।

• थोडा भी काम करने में थकावट लगना।

• हमेशा कमजोरी महसूस करना।

• गर्दन में अकडन होना।

• कमर का लचीलापन कम होना।


0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Thanks You Guys
Please Share This Link