money invest kaise kiya jata hai or share market me paise invest kaise kare in hindi
share market me investment kaise kare in hindi?
क्रिकेट के मैदान परखेल रहे बल्लेबाज और निवेशक के बीच ज्यादा अंतर नहीं मानते हैं फाइनेंशियल कोच बता रहे हैं कि निवेश के खेल में भी प्रक्रिया और लक्ष्य पर केंद्रित रहने से आप बना सकते हैं संपत्ति की सेंचुरी............
अक्सर हम सुनते हैं कि फलाना स्टॉक में अगर 25 वर्ष पूर्व 10,000 रुपए डाले होते तो आज 10-12 करोड़ रुपए बन जाते। सुनकर आश्चर्य और इच्छा तो जागती है, लेकिन यहां हम यह भूल जाते हैं कि जिस किसी ने भी
यह निवेश किया होगा वह या तो सिर्फ भाग्य
की वजह से कमा पाया या निवेश करके भूल
गया। इसमें उस व्यक्ति की समझदारी ने क्या
भूमिका निभाई? यह गौर करने की बात है। हमें
ऐसे लोगों को तलाशने की जरूरत है, क्योंकि
यह तो सिर्फ डाटा है। दरअसल, ऐसी कहानियां
सुनने में बड़ी अच्छी लगती हैं और तथाकथित
विशेषज्ञ बार-बार इन्हें बेचना पसंद करते हैं।
यहां निवेशकों को यह जानना जरूरी है कि ऐसे
कई स्टॉक हैं जहां लोगों ने पूरी रकम गवां दी,
लेकिन विशेषज्ञ इनके बारे में नहीं बताते।
बचें गुगली पड़ने से
दरअसल, निवेश अथवा यूं कह लें कि सफल
निवेश में भाग्य का भी योगदान होता है और कई
बार निवेशक उसको अपनी कुशलता समझ
बैठते हैं। हालांकि बतौर निवेशक यह जरूरी
है कि भाग्य के भरोसे न रहकर प्रक्रिया का
पालन किया जाए। इससे न सिर्फ जोखिम का
असर कम होता है, बल्कि रिटर्न कमाने की
निरंतरता के मौके भी बढ़ जाते हैं। निवेशक
को ऐसी बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है
जहां निवेशक को रिटर्न बनाने की संभावनाएं
बढ़ें और अनिश्चितता को कम किया जा सके।
इसके लिए निवेशक यह जान ले कि उससे
गलतियां कहां हो सकती हैं ताकि निवेश करते
समय उनसे बचा जाए। यदि मुझे क्रिकेट का
उदाहरण लेना हो तो मैं कहूंगा कि किसी भी
टीम को ऑल आउट करने के लिए 10 गेंदों
की आवश्यकता होती है और यदि बल्लेबाज
उन गेंदों पर गलतियां कर जाएं तो टीम ऑल
आउट हो जाती है। वे 10 गेंदें कभी गुगली तो
कभी बाउंसर के रूप में आ सकती हैं, उसी
तरह निवेश के मामले में ये गेंदें कोई चमत्कारी
खबर, शोर, जल्दी पैसा कमाने के तरीके, कुछ
लोगों की रातोंरात सफल होने की कहानियों के
तौर पर आ सकती हैं। जिस तरह बल्लेबाज
को चाहिए कि ऐसी खतरनाक गेंदों को या तो
छोड़ दे या सुरक्षात्मक रूप से खेले, उसी प्रकार
निवेशक को भी चाहिए कि वह इन भ्रामक गेंदों
को नजरअंदाज कर दे। इससे बल्लेबाज रूपी
निवेशक का न सिर्फ विकेट बचेगा बल्कि
उसके शतक बनाने के मौके भी बढ़ेंगे अर्थात
धन संरक्षण के साथ धन का सृजन भी होगा।
गलतियों से लें सबक
क्रिकेट की एक बहुत गौर करने वाली बात यह
है कि हर सफल बल्लेबाज ने खेलने के बजाय
अधिकतर गेंदें छोड़ी हैं। इसका मतलब यह
हुआ कि बाजार में कितना भी शोर-शराबा हो
परंतु अपनी मेहनत की कमाई के साथ छेड़छाड़
न करें और निवेश के उद्देश्यों पर केंद्रित रहें।
हालांकि यह जितना आसान लगता है उतना है
नहीं, मसलन मंझे हुए बल्लेबाज भी कई बार
ज्यादा जोखिम ले लेते हैं और विकेट गंवा बैठते
हैं। वैसे ही अक्सर मंझे निवेशक भी शोर-शराबे
का शिकार हो गलत निर्णय ले बैठते हैं जो कि
बहुत स्वाभाविक है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है
कि इन गलतियों को दोहराने से बचें।
न भटकें लक्ष्य से
याद रखें, रोमांच देने वाले बल्लेबाज आमतौर
पर लंबी रेस के घोड़े नहीं होते, क्योंकि
वे गलतियों से सबक नहीं सीखते। इसलिए
भाग्य के भरोसे न रहें और निवेश में धैर्य व
अनुशासन का पालन करें। यह सीख बहुत
उबाऊ प्रतीत होती है, परंतु जो प्रक्रिया से होगा
वह कहीं ज्यादा सुदृढ़ और टिकाऊ होगा।
इसे ऐसे समझें कि- 'यद्यपि अवनि अनेक हैं,
कूपवंत सरिताल/ रहीमन मानसरोवरहिं, मनसा
करत मराल।' अर्थात- तमाम नदी, तालाब और
कूप के बाद भी हंस का मन तो मानसरोवर
में ही रमता है। तो निवेशक को समय-समय
पर आने वाले प्रलोभनों में पड़कर निवेश के
उद्देश्य से भटकने के बजाय लक्ष्य पर केंद्रित
रहते हुए उसी मार्ग पर अग्रसर होना चाहिए।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks You Guys
Please Share This Link