balo ko poshan dene ka tarika or balo ko poshan dene ke upay
लंबी बीमारियों का बालों की सेहत पर भी असर पड़ता है। गंभीर रूप से कोविड से परेशान रहे लोगों, या फिर जिन्हें जुकाम,
टायफाइड, टीबी व थायरॉएड की समस्यारहती है, उनमें बालों से जुड़ी कई समस्याएं
देखने को मिलती हैं। ऐसे में सही आहार
पर ध्यान देना भी जरूरी होता है।
विटामिनए: यह कोशिकाग्रंथि के
विकास व सीबम के निर्माण
में मदद करता है। इससे
बालों को नमी
मिलती है। गाजर,
शकरकंद, पालक,
कद्दू, दूध, अंडा, दही,
मछली के तेल आदि में यह
प्रचुर मात्रा में होता है।
विटामिन बीः बायोटीन यानी बी-7
खासतौर पर लाल रक्त कोशिकाओं व
स्कैल्प को पोषण देता है। अनाज, बादाम,
मीट, फिश, सी फूड, हरेपत्ते वाली सब्जियों
में विटामिन बी प्रचुरता में होता है।
विटामिन-सी: यह मजबूत एंटी-ऑक्सीडेंट
है और कोलेजन नामक प्रोटीन का निर्माण
करता है। यह बालों के बढ़ने और उन्हें
मजबूती देने के लिए जरूरी होता है।
स्ट्रॉबेरी, काली मिर्च, खट्टे फलों में यह
पाया जाता है।
विटामिन-ई: यह तनाव कम करने में
मदद करता है और त्वचा के लिए
फायदेमंद होता है। इससे बाल
कम टूटते हैं और तेजी से
बढ़ते हैं। सूरजमुखी
के बीज, बादाम,
पालक आदि खाएं।
कॉपरः इसकी कमी से
एनीमिया हो सकता है, जो बाल
टूटने का मुख्य कारण है। यह
सूरजमुखी के बीज, तिल, बादाम,
खुबानी, डार्क चॉकलेट, किशमिश,
काजू, मशरूम, हरी पत्तेदार सब्जियों
और अनाज में प्रचुरता में पाया जाता है।
आयरनः लाल रक्त कोशिकाओंका निर्माण
करता है, जो स्कैल्प तक ऑक्सीजन
पहुंचाने का काम करती हैं। इसकी
कमी बालों की गुणवत्ता पर असर
डालती है। यह लाल मीट, अंडा, हरी
सब्जियों और तिल में मिलता है।
जिंकः यह तत्व ऊतकों की वृद्धि के
अलावा, स्कैल्प की तेल ग्रंथियों को भी
स्वस्थ बनाता है। यह मीट, पालक,
गेहूं, अंकुरित अनाज, कद्दू के बीज,
तिल में पाया जाता है।
सिलेनियमः ये एंटी-ऑक्सीडेंट थायरॉएड
ग्रंथि की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप
से चलाने में मददगार होता है। यह
बालों और नाखून दोनों की सेहत के
लिए जरूरी है। ब्राजील नट, मछली,
चिकन, अंडा, पालक आदि खाएं।
प्रोटीनः हमारे बाल प्रोटीन से बने हैं। ऐसे
में रोज के आहार में दुग्ध उत्पाद, दालें,
राजमा, छोला आदि को शामिल करें।
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