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2022-05-10

full stack development kya hai | Course | Career | Jobs | Salary

फुल स्टैक डेवलपमेंट में करियर कैसे बनाये या फुल स्टैक डेवलपमेंट में जॉब्स कैसे पाए?


कोरोनाकाल में जब मंदी जैसे हालात थे तब एक क्षेत्र ऐसा था जिसमें पेशेवरों की मांगवढ़ रही थी। वह सेक्टर था फुल स्टेक डेवलपमेंट का, इस समय देश में करीब 20 हजार ऐसे डेवलपर्स की आवश्यकता है। आइये जानें कैसे आप भी इस सेक्टर में बढ़ते अवसर का लाभ उठा सकते है........




फुल स्टैक डेवलपर क्या होता है ?

स्टैक डेवलपर क्या होता है जिसे फ्रंट एंड, बैक एंड, डाटा मैनेजमेंट से लेकर नेटवर्क सिक्योरिटी सभी की जानकारी होती है। इन्हें आप 'कंप्यूटर लैंग्वेज का वालमार्ट' कह सकते है, क्योंकि टेक्नोलाजी के क्षेत्र में जिस तरह से हर दिन नये इनोवेशन एवं डेवलपमेंट हो रहे हैं, उसे देखते हुए सभी में दक्षता प्राप्त करना आसान नहीं है। ऐसे
में फ्रंट एंड, बैक एंड, डाटा साइंस आदि तमाम विषयों की जानकारी आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त है।

फ्रंट एंड एवं वैक एंड के विशेषज्ञ :

किसी भी वेबसाइट या वेब एप्लीकेशन का इंटरैक्टिव हिस्सा जो हम देख पाते हैं, जैसे उसका डिजाइन, नेविगेट करने वाले मेन्यू, टेक्स्ट इमेज, वीडियो आदि, उन्हें फ्रंट एंड कहते हैं यानी जिसे यूजर्स (क्लाइंट) देखते हैं और उनके साथ इंटरैक्ट करते हैं। फ्रंट एंड डेवलपर यूजर इंटरफेस विकास के लिए कोडिंग पर विशेष ध्यान देते हैं। उन्हें एचटीएमएल, सीएसएस, जावास्क्रिप्ट की अच्छी नालेज होती है।
वहीं, वेबसाइट एवं वेब एप्लीकेशन के जिस हिस्से के साथ यूजर्स इंटरैक्ट नहीं कर पाते, जो वेबसाइट को चलाने एवं
उसे मेंटेन करने के लिए पीछे से जिम्मेदार होता है, उसे बैक एंड (सर्वर या लाजिक लेयर) डेवलपर कहते है। उनके पास जावा, पाइथन, पीएचपी, रूबी आदि की जानकारी होती है। इस प्रकार, एक फुल स्टैक डेवलपर फ्रंट एंड एवं बैक एंड, दोनों तरह की प्रोग्रामिंग का विशेषज्ञ होता है। यही वेब एप्लीकेशन को तैयार करते हैं।

शैक्षिक योग्यताएं: 

साफ्टवेयर डेवलपमेंट में दस वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले सतीश बताते हैं कि फुल स्टैक डेवलपर बनने के लिए कोडिंग और प्रोग्रामिंग में रुचि होनी आवश्यक है। इसके लिए आफलाइन के साथ आनलाइन (यूडेमी, अपग्रेड, करियरएरा, उडेसिटी) आदि से कोर्स कर सकते हैं। कई विश्वविद्यालयों में इससे संबंधित सर्टिफिकेशन कोर्स चलाए जा रहे हैं। बीएससी (कंप्यूटर साइस) एवं बीटेक के बाद भी स्टूडेंट्स इसमें विशेषज्ञता हासिल कर आगे बढ़ रहे हैं।

करियर संभावनाए : 

विशेषज्ञों की मानें तो भारत के अलावा अमेरिका, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड में फुल स्टैक डेवलपर्स की काफी डिमांड है। इन्हें टेक्नोलाजी इंडस्ट्री का भविष्य कहा जा रहा है। बड़ी आइटी कंपनियों, स्टार्टअप, एमएनसी और बिजनेस हाउसेज में इनके लिए अवसर दिनो दिन बढ़ रहे हैं। यहां शुरुआती सैलरी पांच लाख रुपये के करीब होती है।


प्रमुख संस्थान

डीवाईपाटिल यूनिवर्सिटी, पुणे
https://adypu.edu.in
आइआइटीकानपुर
www.link.ac.in
जिगशा एकेडमी, बेंगलुरु
www.jigsawyacademy.com
-बिट्स पिलानी, राजस्थान
www.bits-pilaniac.in
आइआइटी रुड़की
https://new.itr.ac.in


कुशल डेवलपर्स की बढ़ रही मांग

टेक्नोलाजी दिन प्रतिदिन अपग्रेडहोती रहती है। जो कंपनिया इसे अपनाती हैं, वे आगे बढ़ जाती है। जैसे नोकिया ने खुद को अपग्रेड नहीं किया तो वह मार्केट से ही बाहर हो गई। आज की बात करेंतो कपनियां सेफ्टी पर जोर दे रही हैं। इसलिए कुशलफुल स्टेक डेवलपर्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।

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