चावल का मांड पीने से क्या होता है या चावल का मांड पीने से क्या फायदा है
चावल का मांड पीने के लाभ, चावल के मांड के फायदे बताइए
खाने में चावल खास है। और उससे भी खास है उसका पानी यानी मांड। सेहत के लिए भी, सौंदर्य के लिए भी। यह आपको डिहाइड्रेशन से भी बचाता है।
नहाने में चावल का पानी जापान, चीन और अन्य दक्षिण- पूर्व एशियन देशों की महिला किसान चावल धोने के बाद पानी को नहीं फेंकती, बल्कि उस पानी का इस्तेमाल नहाने में करती हैं। इससे त्वचा मुलायम रहती है।
चावल का पानी यानी मांड को अक्सर महिलाएं स्टार्च के चक्कर में फेंक देती हैं। वैसे गांव- घरों में आज भी लोग मांड में नमक या चीनी मिलाकर पीते हैं। यह अलग बात है कि उनको इससे होने वाले फायदों की जानकारी कम हो। चावल में विटामिन ए, बी कॉप्लैक्स समेत कुछ मिनरल्स भी होते हैं। ऐसे में जब हम चावल को पकाते हैं या पानी में भिगोते हैं, तो उसके कुछ विटामिन्स और मिनरल्स पानी में मिक्स हो जाते हैं। इसी गुण के कारण मांड भी सेहतमंद हो जाता है। पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में तो लोग चावल को एक से दो दिन के लिए पानी में भिगोकर फर्मेंटेशन करते हैं। फिर इस पानी को छानकर फ्रिज में रख देते हैं। इसे माइल्ड एनर्जी ड्रिंक के रूप में सेवन करते हैं। इससे कूलिंग इफेक्ट मिलता है। यानी कार्बोहाइड्रेट युक्त चावल का पानी तुरंत एनर्जी देने वाला होता है। इसको पीने से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है।
शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के साथ यह डिहाइड्रेशन की समस्या से भी बचाता है। इसलिए गांवों
में लोग बुखार में मांड पीते हैं। एक तो यह आपको इंफेक्शन से बचाता है और साथ ही शरीर के तापमान को
नियंत्रित करता है। गर्मियों में लू से बचाव के लिए भी लोग मांड का सेवन करते हैं। जिन लोगों को पेट से संबंधित
समस्या रहती है, विशेषकर कब्ज या गैस की समस्या, उन्हें चावल का मांड अवश्य लेना चाहिए। पेट को ठंडक
देने के साथ यह खाना पचाने में भी मदद करता है।
अक्सर सोडियम कम होने के कारण यह हाई ब्लडप्रेशर
और हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों के लिए भी अच्छा
आहार माना जाता है। जो महिलाएं सफेद पानी की
समस्या से परेशान हैं, उन्हें चावल का मांड दिन में दो
बार लेना चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है।
चावल के मांड के चेहरे पर कैसे लगाएं
चेहरे पर चमक पाने के लिए भी चावल के पानी का
इस्तेमाल कर सकती हैं। कॉटन में चावल के पानी लेकर
चेहरे पर 15-20 मिनट तक रखें और फिर धो लें। इस
उपाय को दिन में दो बार करें। इससे कील-मुंहासे भी
ठीक होते हैं। चावल में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे
विटामिन सी, ए, फिनॉलिक और फ्लेवेनॉयड तत्व होते
हैं, जो न सिर्फ झुर्रियों की समस्या को कम करते हैं,
बल्कि प्रदूषण से भी त्वचा को बचाते हैं।
चावल के पानी या मांड से नियमित रूप से चेहरे को धोने
से त्वचा पर निखार आता है।
कहीं-कहीं महिलाएं बालों को लंबा करने और चमक
बढ़ाने के लिए फर्मेटेड राइस वाटर का इस्तेमाल करती
हैं। वहीं जापान में भी इसका इस्तेमाल बालों को मजबूत
करने के लिए किया जाता है। पतले बालों की समस्या से
परेशान हैं, तो चावल के पानी को अपने बालों में लगाकर
20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर किसी अच्छे शैंपू से
बालों को धो लें। इससे बालों की चमक भी बढ़ती है।
इससे बाल मजबूत भी होते हैं। बालों को ज्यादा पोषण
देने के लिए इसमें रोजमैरी, लैवेंडर या टी ट्री जैसे
असेंशियल ऑयल्स मिलाएं।
रूसी से निजात पाने के लिए मांड में शिकाकाई पाउडर
मिला लें। इसे बालों में कुछ देर रखने के बाद साफ पानी
से बालों को धो लें।
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