Diagnostic Laboratories And Radiology Career
डायग्नोस्टिशियन रेडियोलॉजी Medical Ke Kshetra Me Career Kaise Banaye?
मेडिकल क्षेत्र में अवसर है भरपूर
भारत में
अभी भी हेल्थ मार्केट करीब 100 बिलियन डॉलर का है। जिसके 2020 के अंत तक 280 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है............................
जब
मेडिकल के क्षेत्र में नौकरी से जुड़े अवसरों की बात आती है, तो डायग्नोस्टिक सेक्टर इसमें प्रमुख स्थान रखता
है। यह मेडिकल के सबसे बड़े सेक्टरों में से एक है्। अगर आप सफलता की ऊंचाइयों के
ख्वाब देख रहे हैं तो यह क्षेत्र आपके लिए उपयुक्त है। यह इंडस्ट्री अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब, मेडिकल पर्यटन और मेडिकल
से जुड़े अलग-अलग उपकरणों की सेवाओं से संबंधित है। कुछ सालों से डायग्नोस्टिक के
क्षेत्र में भी तेजी देखी जा रही है। समय के साथ इसे और बेहतर करने पर फोकस किया
जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट सेक्टर्स के आने से इस क्षेत्र में आने वाले
5 वर्षों में 25% की भारी वृद्धि होने की उम्मीद है। यह क्षेत्र
आपके भविष्य के लक्ष्यों को भी पूरा करने में मदद करेगा।
संभावना से भरा क्षेत्र
इसमें
पहला विकल्प पैथोलॉजी की सेवाओं का है। यह एक प्रकार की नैदानिक सेवाएं हैं जो
आपको एक डायग्नोस्टिशियन एक इन्वेस्टिगेटर बनने का विकल्प प्रदान करती हैं। दूसरा
बेहतर क्षेत्र रेडियोलॉजी का है। इस क्षेत्र में बीमारी की जांच और इलाज इमेजिंग
मेडिकल तकनीक के जरिए किया जाता है। रेडियोलॉजिस्ट की बढ़ती डिमांड के चलते यह
क्षेत्र एक बेहतर करियर ऑप्शन बन चुका है और किसी भी दूसरे क्षेत्र की तुलना में
यह सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भविष्य में इस क्षेत्र के और बढ़ने की उम्मीद
है।
रेडियोलॉजी टेक्निशियन के पास अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्निशियन, एमआरआई टेक्निशियन, सीटी टेक्निशियन और मेडिकल प्रोफेशनल के रूप में काम करने जैसे कई विकल्प मौजूद हैं। आज जिस तरह से रेडियोलॉजिस्ट की मांग बढ़ रही है, अस्पतालों, क्लीनिकों और फिजीशीयन ऑफिस में रेडियोलॉजिस्ट की तत्काल जरूरत है। भविष्य में रेडियोलॉजी के क्षेत्र में किसी भी क्षेत्र की तुलना में सबसे ज्यादा नौकरियां के होने की उम्मीदें हैं। इसे एक स्मार्ट करियर के रूप में देखा जाता है। रेडियोलॉजिकल टेक्नोलॉजी क्षेत्रो के पढ़ने के लिए एक बहुत ही दिलचस्प विषय है। इसके तहत आपकी निवास क्षेत्र में ही काम करने का अवसर मिलता है।
जो लोग नौकरी का लक्ष्य बना चुके हैं, खासकर रेडियोलॉजी के क्षेत्र में उनके लिए जनरल मेडिकल और सर्जिकल अस्पतालों में काम करने के विकल्प खुले हैं। इस क्षेत्र में नौकरियों के अवसरों की कोई कमी नहीं है। रेडियोलॉजी टेक्निशियन प्राइवेट ऑफिस, क्लिनिक, तत्काल केयर और उपकरणों की सेल में भी काम कर सकते हैं।
रेडियोलॉजी टेक्निशियन के पास अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्निशियन, एमआरआई टेक्निशियन, सीटी टेक्निशियन और मेडिकल प्रोफेशनल के रूप में काम करने जैसे कई विकल्प मौजूद हैं। आज जिस तरह से रेडियोलॉजिस्ट की मांग बढ़ रही है, अस्पतालों, क्लीनिकों और फिजीशीयन ऑफिस में रेडियोलॉजिस्ट की तत्काल जरूरत है। भविष्य में रेडियोलॉजी के क्षेत्र में किसी भी क्षेत्र की तुलना में सबसे ज्यादा नौकरियां के होने की उम्मीदें हैं। इसे एक स्मार्ट करियर के रूप में देखा जाता है। रेडियोलॉजिकल टेक्नोलॉजी क्षेत्रो के पढ़ने के लिए एक बहुत ही दिलचस्प विषय है। इसके तहत आपकी निवास क्षेत्र में ही काम करने का अवसर मिलता है।
जो लोग नौकरी का लक्ष्य बना चुके हैं, खासकर रेडियोलॉजी के क्षेत्र में उनके लिए जनरल मेडिकल और सर्जिकल अस्पतालों में काम करने के विकल्प खुले हैं। इस क्षेत्र में नौकरियों के अवसरों की कोई कमी नहीं है। रेडियोलॉजी टेक्निशियन प्राइवेट ऑफिस, क्लिनिक, तत्काल केयर और उपकरणों की सेल में भी काम कर सकते हैं।
विस्तार
इंडियन ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (आईबीईएफ) के अनुसार, देश में हेल्प मार्केट करीब 100 बिलीयन डॉलर है और 2020 तक के अंतर 280 बिलियन डालर तक पहुंचने की उम्मीद है। डायग्नोनोस्टिक मैनेजमेंट के क्षेत्र में, आने वाले वर्षों में रोजगार में भारी उछाल देखने को मिलेगा।
अनुभव से मिलेगा लाभ
यह इंडस्ट्री पहले से ज्यादा संगठित, प्रोफेशनल और बेहतर हो गई है। रोजगार के अवसरो की बात करें तो, क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स को क्लीनिक, अस्पतालों, एनजीओ, आईटी कंपनीयो जैसे डेल, एक्सचेंजर आदि में सॉफ्टवेयर और इमेजिंग उपकरण शामिल करने की जरूरत होती है। एक फ्रेशर के मामले में जिसके पास फील्ड में होने के कारण कोई अनुभव नहीं होता है, उनको टेक्नीशियन के काम पर रखा जाता है और जल्द ही उन्हें अनुभव के साथ नई ऊंचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं।
योग्य लोगों की है मांग
डायग्नोस्टिक सेक्टर को रिसर्च के लिए कुशल स्टाफ और प्रोफेशनल की जरूरत है, जो पूरी तरह से कस्टमर पर ध्यान दे सकें। परंतु अभी भी इस क्षेत्र में टैलेंट की खासी कमी है। आज के युवा, टैलेंट को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए क्वालिटी पर ध्यान देते हैं। बाजार में नई इंडस्ट्री खोलने से युवा टैलेंट को बेहतर तरीके से सीखने का मौका मिलेगा और समय के साथ भविष्य की इन विशेषज्ञों को तैयार किया जा सकेगा।
प्रमुख संस्थान
- द ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस, न्यू दिल्ली
- www.aiims.edu
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, न्यू दिल्ली
- www.mamc.ac.in
- किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- www.kgmu.org
- मद्रास मेडिकल कॉलेज चेन्नई
- www.mmc.ac.in
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