mobile wallet ko safety kaise rakhe ya how to use mobile wallet payments secure kaise use kare jankari hindi mein
मोबाइल वॉलेट के बढ़ते चलन के साथ ही इनमें
धोखाधड़ी का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में
आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपका
मोबाइल वॉलेट सर्टिफाइड है या नहीं?
आरबीआई के मुताबिक, देश में तीन अलग-अलग तरह के मोबाइल वॉलेट हैं।
इनमें
1. क्लोज्ड वॉलेट
2. सेमी-क्लोज्ड वॉलेट
3. ओपन वॉलेट
शामिल हैं। अधिकतर मोबाइल वॉलेट ऑनलाइन
पेमेंट करने पर कैशबैक ऑफर भी देते हैं। मगर इन वॉलेट्स का प्रयोग करते समय कुछ सावधानी बरतना भी जरूरी है। सबसे
पहले जानें कि आप जिस मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं,
उस वॉलेट ने पेमेंट कार्ड इंडस्ट्री डाटा सिक्योरिटी स्टैंडर्ड
सर्टिफिकेशन (PCI DSS) ले रखा है या नहीं। इस स्टैंडर्ड को कार्ड होल्डर्स के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है,
जो भी कंपनी आपके कार्ड के डाटा को स्टोर, ट्रांसमिट और प्रोसेस
करती है, उनके लिए इस सर्टिफिकेट को लेना जरूरी होता है।
ओटीपी न करें शेयर- ट्रांजैक्शन के लिए आपके फोन पर आने
वाला ओटीपी नंबर किसी से भी शेयर न करें। मोबाइल वॉलेट
कपनियां भी अपने यूजर्स को इस बारे में समय-समय पर सूचित
करती रहती हैं।
ऐप लॉक का इस्तेमाल- अगर आप अपने स्मार्टफोन में लॉक
नहीं लगाते हैं, तो कम से कम ऐप लॉक का प्रयोग अवश्य करें,
जिससे फोन लॉक न होने पर आपके वॉलेट का किसी दूसरे व्यक्ति
के द्वारा इस्तेमाल होने की संभावना न के बराबर रह जाती है।
अकाउंट रखें लॉगआउट- ज्यादातर लोग हमेशा अपने स्मार्टफोन
में मोबाइल वॉलेट ऐप को लॉगइन ही रहते हैं। ऐसे में अगर आपने
आपके फोन में पासवर्ड नहीं लगाया है, तो कोई भी उसका गलत
इस्तेमाल कर सकता है।
कैश एड करते समय न करें रिफ्रेश या बैक-कभी-कभी वॉलेट
में अकाउंट से कैश एड करते समय नेटवर्क स्लो होने की वजह
से थोड़ा समय लग जाता है। ऐसे में यूजर को तब-तक वॉलेट को
रिफ्रेश या बैक करने से बचना चाहिए, जब तक आपका ट्रांजैक्शन
फल या सक्सेससफुल होने का नोटिफिकेशन न मिल जाए।
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