वास्तु शास्त्र के अनुसार पर्दे कैसे लगाए या पर्दे लगाने का तरीका विधि
पर्दे घर को सजाते भी हैं और भीतर के हालात को छुपाते भी हैं । लेकिन विशेष रंग और डिजाइन के पर्दे आपकी समृद्धि, यश और लाभ भी दिला सकते हैं?
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर आप दिशाओं के
अनुरूप परदों के रंग और डिजाइन का चयन करें, तो
न केवल आपका घर खूबसूरत लगेगा, बल्कि सुकून
के साथ कमरों में सकारात्मक ऊर्जा भी बनी रहेगी।
पूरब से आएगी समृद्धि
यदि आपका घर पूर्वमुखी है और आप
इस दिशा की खिड़कियों और दरवाजों
पर परदे लगाने का मन बना रहे हैं तो
घर में सौहार्दपूर्ण वातावरण के विकास
एवं मान-सम्मान में वृद्धि के लिए
अंडाकार डिजाइन या फूलों के पैटर्न,
स्ट्रिप्स या इससे मिलते-जुलते पैटर्न के परदे
लगाना शुभ होगा। पूर्व दिशा में अंडाकार डिजाइन
जीवन में तरक्की के नए-नए मार्गों को प्रशस्त करता
है। सात्विक और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाले
रंग, जैसे- केसरिया, पीला, हरा, गुलाबी, हल्का नारंगी
का इस्तेमाल समृद्धि को बढ़ाता है।
उत्तर से होगी धन प्राप्ति
उत्तर दिशा की तरफ बने कमरों में लहरदार या जल के
गुण से मिलते-जुलते डिजाइन के परदे लगाकर आप अपने
जीवन में स्पष्टता और उन्नति के नए अवसरों को आमंत्रित
कर सकते हैं। जल की दिशा उत्तर में हल्के पीले, हरे,
आसमानी और नीले रंगों के परदे लगाना बहुत शुभ माना
गया है। इस दिशा में इन रंगों का प्रयोग करने से आपको
धन आगमन के नए-नए अवसर प्राप्त हो सकते
हैं। करियर में सफलता मिलेगी। पूर्व,
पूर्वोत्तर और उत्तर दिशा में वजन में हल्के
परदे लगाना अच्छा विकल्प है।
दक्षिण में है यश
अग्नि तत्व की दक्षिण-पूर्व (आग्नेय)
दिशा के कमरे में त्रिकोण (जिसका
नुकीला भाग ऊपर हो) या इससे मिलते-जुलते
डिजाइन के परदे लगाए जा सकते हैं। इसी प्रकार दक्षिण
दिशा के कमरों में खूबसूरत आयताकार पैटर्न के परदे
लगाना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस दिशा में
परदों के रंगों का चयन करते समय लाल, नारंगी, गुलाबी,
बैंगनी रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पश्चिम से मिलेगा लाभ
पश्चिम दिशा में सुनहरे एवं सफेद रंगों के इस्तेमाल के
साथ गोलाकार डिजाइन के परदे लगाना अच्छा है। सफेद
और सुनहरे रंगों के साथ स्लेटी, पीला, भूरा, हल्का
जैसे रंगों का प्रयोग भी कर सकते हैं। पंचकोण वाले
सुंदर पैटर्न के परदे भी लगाए जा सकते हैं। इस दिशा में
आप इस प्रकार के परदे लगाकर अपने जीवन में लाभ
को आमंत्रित कर सकते हैं।
काला रंग न हो तो बेहतर
● घर में सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए
दिशानुसार हल्के और सात्विक रंगों का
प्रयोग शुभ परिणामों में वृद्धि करेगा।
● घर की सजावट में काले रंग की
अवहेलना करनी चाहिए, क्योंकि इससे
नकारात्मकता आती है, तनावपूर्ण और
निराशाजनक माहौल रह सकता है।
● यदि परदा कहीं से कट-फट गया
हो तो उसे तुरंत बदल दें, क्योंकि ऐसे
परदे दरिद्रता के प्रतीक माने जाते हैं।
● समय-समय पर परदों को धोना या
ड्राईक्लीन कराते रहना चाहिए। धूल-
मिट्टी से भरे गदे परदे नकारात्मक
ऊर्जा फैलाते हैं।
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