तितली आसन के लाभ और उनसे होने वाले बेनिफिट्स या तितली आसन के फायदे
बच्चे शारीरिक और
मानसिक रुपसे
स्वस्थ रहें, तो
जरूरी है कि वे
शारीरिक
गतिविधियों से
जुड़े। अलग-अलग
योगासन से आप
उनको स्वस्थ रख
सकती हैं।
एक शोध में यह बात सामने आई है कि बच्चों में न सिर्फ
मोटापा बढ़ रहा है, बल्कि वे तनाव की चपेट में भी आ
रहे हैं। दरअसल, स्कूल से आने के बाद बच्चे अक्सर
टीवी से चिपक जाते हैं। कभी मोबाइल पर गेम, तो कभी
टीवी पर कार्टून। उनकी जिंदगी में शारीरिक गतिविधियां
न के बराबर हैं। जिसका असर उनके शारीरिक और
मानसिक विकास पर पड़ रहा है। नतीजा, मानसिक तनाव
और अन्य बीमारियां। क्या आप चाहती हैं कि आपका
बच्चा ऐसी जिंदगी जिएं। उनको सही ढंग से बढ़ता देखना
चाहती हैं, तो उन्हें शारीरिक गतिविधियों के लिए
प्रेरित करें।
योग क्यों जरूरी है
योग एक्सपर्ट राममनोहर स्तोगी का कहना है, 'बच्चे के
विकास के लिए तीन चीजें बेहद जरूरी हैं- पहला
व्यवस्थित जीवनशैली, दूसरा खान-पान और तीसरा
संस्कार। सबसे पहले बच्चे में सोने और जागने का समय
निश्चित करना चाहिए, ताकि वह सारे दिन सक्रिय रहें।
इसका उसके संपूर्ण स्वास्थ्य पर अच्छा असर होता है।
साथ ही यह भी ध्यान दें कि सोने से पहले बच्चे को टीवी
नहीं देखने दें। इसके साथ उनको योग के लिए प्रेरित करें।
बच्चों के लिए कुछ खास तरह के आसन हैं, जो जिसको
करने से उनका स्वास्थ्य ठीक रहता है। प्राणायाम से
श्वास प्रणाली ठीक होती है और ध्यान से बच्चे का मन
एकाग्र होता है। इससे पढ़ाई में भी मन लगता है।'
तीन आसन्न जरूर करें बच्चे
सबसे पहले बच्चों को तड़ासन करना चाहिए, क्योंकि
इससे बच्चों की लंबाई बढ़ती है। दूसरा सबसे महत्वपूर्ण
आसन है पदमासन। इस आसन को करने से 90
प्रतिशत बीमारी कम हो जाती है। तीसरा है सूर्य नमस्कार।
इस आसन को करने से पहले यह हमेशा ध्यान रखना
चाहिए कि बिना गाइड के इस आसन को नहीं करना
चाहिए। प्राणायाम में भी सबसे महत्वपूर्ण है अनुलोम-
विलोम, कपालभाति और भ्रामरी प्राणायाम। भ्रामरी
प्राणायाम करने से बच्चे की स्मरण शक्ति बढ़ती है और
साथ ही मन की एकाग्रता भी बढ़ती है। इसके अलावा
ध्यान भी करना चाहिए। ताड़ासन, पदमासन और सूर्य
नमस्कार को हमेशा किसी योग एक्स्पर्ट की देख-रेख में
ही करवाएं।
अगर बच्चे को भूख नहीं लगती, तो तितली या खरगोश
आसान करवाएं। तितली आसान करने के लिए सबसे
पहले जमीन पर बैठ जाएं। पीठ को एकदम सीधा रखें
और पैरों के तलवों को इस प्रकार रखें कि वह एक-दूसरे
के आमने-सामने हो। अब अपने हाथों से पंजों को पकड़े
और जांघों को जितना उठा सकते हैं, उतना उठाएं। इस
आसन को करने से भूख तो बढ़ती ही है, साथ-साथ ही
शरीर में लचीलापन भी आता है।
खरगोश आसान के लिए सबसे पहले जमीन पर बैठ
जाएं। अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर पीछे की ओर
हिप्स के नीचे रखें और एड़ियों पर बैठ जाएं। इसके बाद
सांस लेते हुए दोनों हाथ को ऊपर करें। अब सांस छोड़ते
हुए हाथों को भी नीचे की ओर लेकर आएं। इस आसन
को करने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।
रखें उम्र का ध्यान: छोटे बच्चे को योग नहीं करना
चाहिए। इसे करने के लिए कम से कम बच्चे का उम्र
आठ साल का जरूर होना चाहिए। इसके अलावा योग
हमेशा सुलभ ढंग से करनी चाहिए। कभी भी जबर्दस्ती
नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे नसें खिंचने का डर
रहता है।
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