भारतीय सरकारी एप्प कौन से है या भारतीय सरकारी विभाग के लिस्ट और उनके यूज कैसे करे ?
पहले सरकारी विभागोंसे
जुड़े रोजमर्रा के कार्यों को
पूरा करने में काफी समय
जाया होजाताथा,लेकिन
अबस्थितिबेहतर होगई है,
क्योंकिसरकार डिजिटल
इंडिया अभियानकेतहत
लगातार अलग-अलग
विभागों से जुड़े एप्सलॉन्च
कररही है, जिससेरोजमर्रा
केकामकाफी आसान हो
गए हैं। अच्छी बातयह है कि
ये कार्य मोबाइल केजरिए
भी किएजासकते हैं...
अगर सरकारी विभागों से जुड़ा कोई कार्य हो,
तो अब जरूरी नहीं है कि विभागों के चक्कर
ही लगाए जाएं, क्योंकि अब अलग-अलग
सरकारी विभागों से जुड़े एप्स भी लॉन्च हो गए हैं, जिनकी
मदद से बहुत सारे कार्य घर बैठे भी किए जा सकते हैं, जैसे-
आपको पासपोर्ट के लिए अप्लाई करना हो या फिर इमरजेंसी
के दौरान कोई सहायता चाहिए या फिर खेती-किसानी से
संबंधित कोई टिप्स।
112 इंडियाः अगर आप किसी
मुश्किल परिस्थिति में फंस जाते हैं
और उस समय किसी की मदद की
जरूरत महसूस हो, तो फिर यह एप
आपके काम आ सकता है। भारत
सरकार द्वारा इस एप को इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम
(ईआरएसएस) के तहत डेवलप किया गया है। यह देश
के अधिकतर राज्यों में कार्य करता है। इसमें इमरजेंसी के
दौरान एलर्ट भेजने की साथ यूजर की डिटेल्स (नाम, आयु,
इमरजेंसी कॉन्टैक्ट्स) और लोकेशन के अलावा 112 पर
स्टेट इमरजेंसी कंट्रोल रूम को कॉल की सुविधा भी दी
गई है। इतना ही नहीं, यह इमरजेंसी के दौरान आसपास के
स्थानीय वॉलंटियर को भी एलर्ट भेजता है। इसका इस्तेमाल
वूमन सेफ्टी के लिए भी किया जा सकता है। यह एंड्रॉयड
और आइओएस के लिए उपलब्ध है।
योग लोकेटर: अपनी हेल्थ को लेकर
जागरूक हैं, तो फिर इस एप को ट्राई
कर सकते हैं। इसे भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा पेश किया
गया है। इसकी मदद से यूजर अपने
आसपास योग ट्रेनर्स और सेंटर्स को सर्च कर सकते हैं।
साथ ही, दुनिया में कहीं भी होने वाले योग इवेंट्स के बारे में
जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके फीचर की बात
करें, तो यहां पर अपने शहर में योग ट्रेनर, इवेंट्स और सेंटर
के बारे में पता कर सकते हैं। साथ ही, योग ट्रेनर्स के लिए
रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी दी गई है। इसे गूगल प्ले स्टोर से
डाउनलोड किया जा सकता है।
इंडियन पुलिस एड योर कॉल एप:
अगर अपने करेंट लोकेशन के
आसपास के पुलिस स्टेशन की
जानकारी चाहिए, तो फिर यह आपके
लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
इससे इमरजेंसी के दौरान पुलिस स्टेशन तक पहुंचना आसान
हो जाएगा। इसमें जीआइएस मैप बेस्ड इंटरफेस है। यहां पर
सिटीजन की करेंट लोकेशन, जगह के नाम, सड़क और
मुख्य लैंडमार्ग को देखा जा सकता है। यह ऑटोमैटिकली
करेंट लोकेशन के आसपास के पुलिस स्टेशन की जानकारी
देता है। इतना ही नहीं, इसमें किसी भी आसपास के पुलिस
स्टेशन को टैप कर वहां जाने वाली सड़क और रूट की
जानकारी भी हासिल की जा सकती है। इसके अलावा,
पुलिस स्टेशन, डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम और पुलिस सुपरिटेंडेंट
ऑफिस का कॉन्टैक्ट नंबर भी हासिल कर सकते हैं। अगर
यूजर चाहें, तो एप के जरिए ही इन नंबरों पर कॉल भी कर
सकते हैं। यह एंड्रॉयड और आइओएस के लिए उपलब्ध है।
खेलो इंडिया: स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ
इंडिया ने इस एप को डेवलप किया है। इसे
खेलो इंडिया स्कीम के तहत जारी किया
गया है। इस पर अलग-अलग खेल की जानकारी के साथ
उसे कैसे खेला जा सकता है, इसकी जानकारी दी गई है।
साथ ही, आसपास मौजूद स्पोर्ट्स फैसिलिटी के बारे में
भी बताया गया है। इसे एंड्रॉयड और आइओएस के लिए
डाऊनलोड किया जा सकता है।
कंज्यूमर एपः इसे डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स द्वारा
डेवलप किया गया है। यहां पर कंज्यूमर न सिर्फ अपना
सजेशन दे सकते हैं, बल्कि यहां पर अपनी शिकायत भी
दर्ज करा सकते हैं। आपकी शिकायत पर किस तरह की
कार्यवाही हो रही है, उसे ट्रैक करने का विकल्प भी दिया
गया है। अगर यूजर चाहें, तो यहां पर डॉक्यूमेंट्स को भी
अपलोड कर सकते हैं। इसे एंड्रॉयड और आइओएस के लिए
डाउनलोड किया जा सकता है।
नेशनल स्कॉलरशिप : सरकार द्वारा दी जानी वाली
स्कॉलरशिप की जानकारी चाहिए, तो
फिर इसे ट्राई किया जा सकता है। यहां पर
स्टडी स्कीम, क्वालिफिकेशन, स्टूडेंट
रजिस्ट्रेशन, स्कीम सलेक्शन, डॉक्यूमेंट
अपलोड, एप्लीकेशन सबमिशन आदि
जैसी सुविधाएं दी गई हैं। यहां पर एप्लीकेशन के स्टेटस
को भी ट्रैक किया जा सकता है। यह गूगल प्ले स्टोर पर
उपलब्ध है।
एमपरिवहन : इसे नेशनल इंफॉर्मेटिक
सेंटर ने डेवलप किया है। यह्य पर पूरे
देश में आरटीओ व्हीकल रजिस्ट्रेशन
नंबर को सर्च किया जा सकता है।
इसकी मदद से ऑनर का नाम,
रजिस्ट्रेशन डेट, संबंधित अथॉरिटी, मॉडल, व्हीकल
एज, व्हीकल क्लास, फिटनेस वैलिडिटी आदि को
सर्च किया जा सकता है। इसका फायदा यह भी है कि
अगर आप पुरानी गाड़ी खरीद रहे हैं, तो फ्रॉड से बच
सकते हैं। इसके अलावा, कार रजिस्ट्रेशन डिटेल को
वेरिफाई भी कर सकते हैं। आप चाहें, तो गाड़ी के
नंबर से उसके मालिक का नाम-पता आसानी से जान
सकते हैं। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
एमपासपोर्ट सेवाः अगर आपको
पासपोर्ट के लिए अप्लाई करना
है, तो । एमपासपोर्ट सेवा एप के
जरिए यह आसान हो गया है।
है। इस
एप के जरिए देश में कहीं से भी
पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया जा सकता है। यह एप
एंड्रॉयड, आइओएस और विंडोज फोन के लिए उपलब्ध
है। इस एप के जरिए पीसीसी फॉर्म, एप्लीकेशन फॉर्म
के लिए ऑनलाइन पेमेंट, अपॉइंटमेंट शेड्यूल/रीशेड्यूल
या फिर कैंसिलेशन जैसे कार्य किए जा सकते हैं। इसके
अलावा, नागरिक पासपोर्ट की वैलिडिटी खत्म होने, खोने
या खराब होने पर नये पासपोर्ट के लिए आवेदन भी कर
सकते हैं।
किसान सुविधा : इस एप को किसानों
को ध्यान में रखकर
डेवलप किया गया है। यहां पर वे
खेती से संबंधित जानकारियों को
तेजी से हासिल कर सकते हैं। मौसम
से संबंधित जानकारी, डीलर्स, मार्केट
प्राइस, प्लांट प्रोटेक्शन, आइपीएम प्रैक्टिस आदि की
जानकारी दी गई है। इसमें बेहद खराब मौसम से संबंधित
एलर्ट भी हासिल किए जा सकते हैं। साथ ही, आसपास
एरिया में चीजों की कीमत क्या है और राज्य व देश में उसकी
कीमत क्या है, यह जानकारी भी दी गई है।
आयकर सेतु : यह इनकम टैक्स
डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया एप
है। इसकी खासियत है कि आप न
सिर्फ ऑनलाइन टैक्स जमा कर
सकते हैं, बल्कि इनकम टैक्स
से संबंधित सवालों के जवाब भी
हासिल कर सकते हैं। साथ ही, आप पैन कार्ड के लिए भी
अक्यूट ऑनलाइन अप्लाई कर पाएंगे।
डिजिलॉकर
निजी और महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स की कॉपी अपने
पास रखना कभी-कभी नुकसानदेह भी हो सकता है,
क्योंकि इनके खो जाने का डर हमेशालगा रहता है।
इसी समस्या का समाधान करते हुए भारत सरकार
ने डिजिलॉकर एप डेवलप किया है। यहां यूजर्स अपने
सभी निजी और महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स की कॉपी सेव कर रख सकते हैं। यह
एक आधार आधारित प्लेटफॉर्म है। इससे यूजर्स को अपने पास फिजिकल
डॉक्यूमेंट्स रखने की जरूरत नहीं पड़ती। इसे गूगलप्ले स्टोर से डाउनलोड कर
सकते हैं।यात्री ड्राइविंग के दौरान अपने डिजिलॉकर में डॉक्यूमेंट्स को सेव रख
सकते हैं। ध्यान दे कि यात्री के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है, क्योंकि यह एप
आपके आधार नंबर से ही ओपन होगा।
उमंग
इस एप को मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स, इंफॉर्मेशन
टेक्नोलॉजी और नेशनल ई-गवर्नेस डिवीजन ने विकसित
किया है। इस एप को डाउनलोड करने के बाद प्रॉविडेंट
फंड, नेशनल पेंशन सिस्टम की डिटेल्स जानने, गैस
सिलेंडर की बुकिंग कराने, नया पैन कार्ड बनवाने या पानी
और बिजली का बिल जमा करने के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं है।
ये कार्य घर बैठे किए जा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि इसके जरिए 100
से ज्यादा अलग-अलग सरकारी सेवाओं तक पहुंच बना सकते हैं। इतना
ही नहीं, इस की मदद से यूजर्स फीस कैलकुलेट करने, पासपोर्ट सेंटर का
पता लगाने, जरूरी दस्तावेजों के बारे में जानने के लिए इसका
इस्तेमाल कर सकते हैं। इस एप को एंड्रॉयड और आइओएस
केलिए डाउनलोड किया जा सकता है।
ई-पाठशाला
एनसीईआरटी और एमएचआरडी
( मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स
डेवलपमेंट) ने मिलकर
पाठशाला
ई-पाठशाला एप को डेवलप
किया है। यहां पर टेक्स्ट बुक,
ऑडियो, वीडियो, पीरियाडिकल्स के अलावा, दूसरे प्रिंट और
नॉन-प्रिंट कंटेंट उपलब्ध हैं, जो स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी
हो सकते हैं। यहां एनसीईआरटी की किताबों को मुफ्त में
डाउनलोड किया जा सकता है। किताबों को पीडीएफ फार्मेट
में डाउनलोड करने की सुविधा है।डाउनलोड कर ऑफलाइन
(बिना इंटरनेट कनेक्शन) भी पढ़ा जा सकता है।
ई-पाठशाला एप एंड्रॉयड व आइओएस के लिए उपलब्ध है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks You Guys
Please Share This Link