फैशन डिजाइनिंग में बनाएं करियर(जॉब) इन हिन्दी या इंडिया मे फैशन डिजाइनिंग में कैरियर कैसे बनाए
अलग-अलग डिजाइन और स्टाइल के साथ कपड़ों
की सुंदरतापरखासध्यान
दिये जाने सेहालकेवर्षों
में फैशन डिजाइनिंग और
फैशन प्रबंधन एकचमकीले
करियरविकपके रुप में
उभरकर सामने आयाहै,जहाँ
फैशन डिजाइनरके अलावा
फैशन कम्युनिकेटर,फैशन
प्रबंधक, ब्रांड मर्चेंटडाइजर
के रूप में तमाम आकर्षक
संभावनाएं हैं। आइएजानें,
फैशन डिजाइनिंग में
करियरबनाने की दिशा में
कैसे कदमबढ़ासकते हैं...
एक मशहूर फैशन मैगजीन की मशहूर
एडिटर रही डायना व्रीलेंड के अनुसार,
फैशन रोज की आबोहवा का हिस्सा है जो
उसी की तरह बदलता है। युवा आबादी वाले अपने
देश में तेजी से बढ़ती फैशन इंडस्ट्री को देखकर
यह सही भी प्रतीत होता है। बढ़ती आय और
संपन्नता के बीच आज हर कोई भीड़ से अलग
फैशनेबल अंदाज में दिखना चाहता है। महानगरों
से लेकर छोटे-बड़े शहरों की शादियों-पार्टियों
में लोगों को डिजाइनर वियर, एथनिक वियर या
एक्सेसरीज पहने आसानी से देखा जा सकता है।
भारतीय अपैरल मार्केट इस समय फूड और ग्रोसरी
के बाद दूसरी सबसे बड़ी रिटेल मार्केट है। पिछले
पांच साल में इस इंडस्ट्री ने 115 फीसद की दर से
ग्रोथ किया है, जिसके आगे भी इसी तरह ग्रोथ की
उम्मीद की जा रही है। आइबीईएफ (इंडिया ब्रांड
इक्विटी फाउंडेशन) के मुताबिक, आज इस उद्योग
में प्रत्यक्ष रूप से करीब 6 करोड़ तथा अप्रत्यक्ष
रूप से 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिला
हुआ है।
फैशन डिजाइनिग के विविध आयाम: डिजाइन से
जुड़े फैशन करियर में क्रिएटिविटी, स्टाइलिंग, ड्रेस
मेकिंग, राइटिंग तथा फैशन शो जैसे कई क्षेत्र आते
है। नयी तकनीकों के आने से हाल के वर्षों में
फैशन करियर में प्रोडक्शन, प्लानिंग तथा स्ट्रेटेजी
जैसे नये आयाम भी जुड़ गये हैं। मैनेजमेंट के
नजरिये से देखें तो फैशन में मार्केटिंग, प्रमोशन,
प्रबंधन जैसे कार्य आते हैं। वहीं, एंटरप्रेन्योर या
उद्यमी के रूप में भी इस फील्ड से जुड़कर आप
फैशन के विश्वव्यापी व्यवसाय का हिस्सा भी बन
। सकते हैं या भारत की शिल्प कलाओं को फैशन
- से जोड़कर उसे आधुनिक स्वरूप देकर इस फील्ड
में खुद को आगे बढ़ा सकते हैं। कुल मिलाकर,
फैशन के क्षेत्र में काम करना चाहें, तो चाहे
डिजाइनिंग का फील्ड हो, टेक्नोलॉजी का या फिर
मैनेजमेंट का, सभी चुनौतीपूर्ण होने के साथ-साथ
नित नये अनुभव भी देते हैं।
बेशुमार संभावनाएं : पिछले कुछ दशकों से
सस्टेनेबल प्रोडक्शन तथा प्रोडक्शन में आये
बदलाव ने फैशन के विद्यार्थियों और शिक्षकों के
लिए नये द्वार खोल दिये हैं। निफ्ट जैसे संस्थान
मार्केट की बदलती जरूरतों को समझते हुए
समकालीन फैशन पाठ्यक्रमों पर काफी जोर दे
रहे हैं। ऐसे कोर्स के जरिए आप डिजाइनर या
डिजाइन विशेषज्ञ की भूमिका में किसी भी फैशन
ब्रांड (वस्त्र, परिधान, आभूषण, एक्सेसरीज
इत्यादि बनाने वाली विख्यात कंपनियों एवं
उनके प्रसिद्ध लेबल) से जुड़ सकते हैं। इसके
अलावा, अपना डिजाइनर स्टोर या बुटीक्स
खोलकर फैशन एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं। फैशन
ब्लॉगर या कम्युनिकेटर भी बन सकते हैं। बांडिंग,
स्टाइलिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, फोटोग्राफी,
व्यावसायिक फैशन, यूआइयूएक्स डिजाइन और
ग्राफिक्स जैसे विभिन्न फील्ड में इन दिनों फैशन
कम्युनिकेशन में दक्ष युवाओं के लिए जॉब के
काफी अवसर हैं। फैशन प्रौद्योगिकी में डिग्रीधारी
युवाओं के लिए गारमेंट फैक्ट्रीज में प्रोडक्शन
एग्जीक्यूटिव अथवा प्रोडक्शन मर्चेडाइजर/ ब्रांड
मर्चेडाइजर के रूप में या फिर फैशन बाइंग हाउस
में मर्चेडाइजर या फैशन टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में
करियर शुरू करने के मौके उपलब्ध हैं
पाठ्यक्रम और शैक्षिक योग्यता
केशन मैनेजमेंट आज के समय में सबसे अधिक लोकप्रिय
पाठ्यक्रमों में से एक है। वैसे तो. भारत के विभिन्न कॉलेज,
केशन मवेडाइजिग रिटेल मैनेजमेंट, रिटेल म.डाइजिम आदि
क्षेत्रों में कोर्स कराये जा रहे है लेकिन इन सभी में सबसे प्रमुख
फैशन मैनेजमेंट का कोस है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण सभी
अग्रणी कपनियों के उच्च पदो पर फैशन प्रबधन मे स्किल्डयुवाओं
की उपस्थिति है। राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान निफ्ट) फैशन
मैनेजमेंट कोर्स के अलावा फैशन डिजाइन प्रबधन और प्रौद्योगिकी
से संबंधित स्नातक, स्नातकोत्तरतथा डॉक्टरेट तक के कोर्स सञ्चालित
किये जाते हैं । अडरग्रेजुएट कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है ।यहाँ
फैशन डिजाइनिग के शॉर्टकोर्स प्रोग्राम्स भी सचालित होते हैं।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी,
दिल्ली/मुंबई/बेंगलुरु
http://nift.ac.in
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन,
अहमदाबाद/बेंगलुरु www.nid.edu
सिम्बायसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
http://sid.edu.in
की सुंदरतापरखासध्यान
दिये जाने सेहालकेवर्षों
में फैशन डिजाइनिंग और
फैशन प्रबंधन एकचमकीले
करियरविकपके रुप में
उभरकर सामने आयाहै,जहाँ
फैशन डिजाइनरके अलावा
फैशन कम्युनिकेटर,फैशन
प्रबंधक, ब्रांड मर्चेंटडाइजर
के रूप में तमाम आकर्षक
संभावनाएं हैं। आइएजानें,
फैशन डिजाइनिंग में
करियरबनाने की दिशा में
कैसे कदमबढ़ासकते हैं...
एक मशहूर फैशन मैगजीन की मशहूर
एडिटर रही डायना व्रीलेंड के अनुसार,
फैशन रोज की आबोहवा का हिस्सा है जो
उसी की तरह बदलता है। युवा आबादी वाले अपने
देश में तेजी से बढ़ती फैशन इंडस्ट्री को देखकर
यह सही भी प्रतीत होता है। बढ़ती आय और
संपन्नता के बीच आज हर कोई भीड़ से अलग
फैशनेबल अंदाज में दिखना चाहता है। महानगरों
से लेकर छोटे-बड़े शहरों की शादियों-पार्टियों
में लोगों को डिजाइनर वियर, एथनिक वियर या
एक्सेसरीज पहने आसानी से देखा जा सकता है।
भारतीय अपैरल मार्केट इस समय फूड और ग्रोसरी
के बाद दूसरी सबसे बड़ी रिटेल मार्केट है। पिछले
पांच साल में इस इंडस्ट्री ने 115 फीसद की दर से
ग्रोथ किया है, जिसके आगे भी इसी तरह ग्रोथ की
उम्मीद की जा रही है। आइबीईएफ (इंडिया ब्रांड
इक्विटी फाउंडेशन) के मुताबिक, आज इस उद्योग
में प्रत्यक्ष रूप से करीब 6 करोड़ तथा अप्रत्यक्ष
रूप से 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिला
हुआ है।
फैशन डिजाइनिग के विविध आयाम: डिजाइन से
जुड़े फैशन करियर में क्रिएटिविटी, स्टाइलिंग, ड्रेस
मेकिंग, राइटिंग तथा फैशन शो जैसे कई क्षेत्र आते
है। नयी तकनीकों के आने से हाल के वर्षों में
फैशन करियर में प्रोडक्शन, प्लानिंग तथा स्ट्रेटेजी
जैसे नये आयाम भी जुड़ गये हैं। मैनेजमेंट के
नजरिये से देखें तो फैशन में मार्केटिंग, प्रमोशन,
प्रबंधन जैसे कार्य आते हैं। वहीं, एंटरप्रेन्योर या
उद्यमी के रूप में भी इस फील्ड से जुड़कर आप
फैशन के विश्वव्यापी व्यवसाय का हिस्सा भी बन
। सकते हैं या भारत की शिल्प कलाओं को फैशन
- से जोड़कर उसे आधुनिक स्वरूप देकर इस फील्ड
में खुद को आगे बढ़ा सकते हैं। कुल मिलाकर,
फैशन के क्षेत्र में काम करना चाहें, तो चाहे
डिजाइनिंग का फील्ड हो, टेक्नोलॉजी का या फिर
मैनेजमेंट का, सभी चुनौतीपूर्ण होने के साथ-साथ
नित नये अनुभव भी देते हैं।
बेशुमार संभावनाएं : पिछले कुछ दशकों से
सस्टेनेबल प्रोडक्शन तथा प्रोडक्शन में आये
बदलाव ने फैशन के विद्यार्थियों और शिक्षकों के
लिए नये द्वार खोल दिये हैं। निफ्ट जैसे संस्थान
मार्केट की बदलती जरूरतों को समझते हुए
समकालीन फैशन पाठ्यक्रमों पर काफी जोर दे
रहे हैं। ऐसे कोर्स के जरिए आप डिजाइनर या
डिजाइन विशेषज्ञ की भूमिका में किसी भी फैशन
ब्रांड (वस्त्र, परिधान, आभूषण, एक्सेसरीज
इत्यादि बनाने वाली विख्यात कंपनियों एवं
उनके प्रसिद्ध लेबल) से जुड़ सकते हैं। इसके
अलावा, अपना डिजाइनर स्टोर या बुटीक्स
खोलकर फैशन एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं। फैशन
ब्लॉगर या कम्युनिकेटर भी बन सकते हैं। बांडिंग,
स्टाइलिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, फोटोग्राफी,
व्यावसायिक फैशन, यूआइयूएक्स डिजाइन और
ग्राफिक्स जैसे विभिन्न फील्ड में इन दिनों फैशन
कम्युनिकेशन में दक्ष युवाओं के लिए जॉब के
काफी अवसर हैं। फैशन प्रौद्योगिकी में डिग्रीधारी
युवाओं के लिए गारमेंट फैक्ट्रीज में प्रोडक्शन
एग्जीक्यूटिव अथवा प्रोडक्शन मर्चेडाइजर/ ब्रांड
मर्चेडाइजर के रूप में या फिर फैशन बाइंग हाउस
में मर्चेडाइजर या फैशन टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में
करियर शुरू करने के मौके उपलब्ध हैं
पाठ्यक्रम और शैक्षिक योग्यता
केशन मैनेजमेंट आज के समय में सबसे अधिक लोकप्रिय
पाठ्यक्रमों में से एक है। वैसे तो. भारत के विभिन्न कॉलेज,
केशन मवेडाइजिग रिटेल मैनेजमेंट, रिटेल म.डाइजिम आदि
क्षेत्रों में कोर्स कराये जा रहे है लेकिन इन सभी में सबसे प्रमुख
फैशन मैनेजमेंट का कोस है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण सभी
अग्रणी कपनियों के उच्च पदो पर फैशन प्रबधन मे स्किल्डयुवाओं
की उपस्थिति है। राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान निफ्ट) फैशन
मैनेजमेंट कोर्स के अलावा फैशन डिजाइन प्रबधन और प्रौद्योगिकी
से संबंधित स्नातक, स्नातकोत्तरतथा डॉक्टरेट तक के कोर्स सञ्चालित
किये जाते हैं । अडरग्रेजुएट कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है ।यहाँ
फैशन डिजाइनिग के शॉर्टकोर्स प्रोग्राम्स भी सचालित होते हैं।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी,
दिल्ली/मुंबई/बेंगलुरु
http://nift.ac.in
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन,
अहमदाबाद/बेंगलुरु www.nid.edu
सिम्बायसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
http://sid.edu.in
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