हेल्थकेयर सेक्टर में कैरियर कैसे बनाये
एक फरवरी को पेश किये गये केंद्रीय आम बजट में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 137 फीसद की बढ़ोतरी से हेल्थकेयर सेक्टर में काफी उत्साह है।
इसके तहत अगले छह साल में आम आदमी की सेहत का ख्याल रखने के लिए देशभर में 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर,सभी जिलों में जांच केंद्र और क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल खुलेंगे।
इससे टियर-2 औरटियर-3 शहरों केहेल्थकेयर सर्विसेज में बड़ी संख्या में पैरामेडिक्स जॉब्स की उम्मीद की जा रही है...
आम बजट में 'पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना' के जरिये 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, सभी जिलों में जांच केंद्र, 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल, 17 नये पब्लिक हेल्थ यूनिट, 9 बायो लैब तथा 4 वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट खोले जाने की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पैरामेडिकल फील्ड में बड़ी संख्या में नौकरियां सामने आएंगी। पैरामेडिकल यानी वे प्रोफेशनल्स जो रोगियों की सेवा करने से लेकर रोगों का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट, एक्सरे, एमआरआइ, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी जैसे विभिन्न चिकित्सकीय जांच करते हैं, मरीजों के बेहतर इलाज में डॉक्टरों की मदद करते हैं। इन्हें ही पैरामेडिक्स भी कहते हैं। कोविड के अलावा बदलती जीवनशैली के चलते दिनोंदिन बढ़ रही नई-नई बीमारियों को देखते हुए आसान और प्रभावी तरीके से हर किसी तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में इनकी अहम भूमिका देखी जा रही है।
आम बजट में 'पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना' के जरिये 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, सभी जिलों में जांच केंद्र, 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल, 17 नये पब्लिक हेल्थ यूनिट, 9 बायो लैब तथा 4 वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट खोले जाने की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पैरामेडिकल फील्ड में बड़ी संख्या में नौकरियां सामने आएंगी। पैरामेडिकल यानी वे प्रोफेशनल्स जो रोगियों की सेवा करने से लेकर रोगों का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट, एक्सरे, एमआरआइ, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी जैसे विभिन्न चिकित्सकीय जांच करते हैं, मरीजों के बेहतर इलाज में डॉक्टरों की मदद करते हैं। इन्हें ही पैरामेडिक्स भी कहते हैं। कोविड के अलावा बदलती जीवनशैली के चलते दिनोंदिन बढ़ रही नई-नई बीमारियों को देखते हुए आसान और प्रभावी तरीके से हर किसी तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में इनकी अहम भूमिका देखी जा रही है।
यही वजह है कि सरकारी और निजी अस्पतालों से लेकर तमाम नर्सिंग होम्स और प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स पर नर्स, नर्सिंग असिस्टेंट, लैब टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट, फार्मासिस्ट जैसे पैरामेडिकल प्रोफेशनल्स की काफी जरूरत महसूस की जा रही है। आइए जानते हैं, बारहवीं के बाद पैरामेडिकल में किस-किस तरह के कोर्स ऑफर हो रहे हैं...
नर्सिंगः देश में इस समय लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले कर्मचारियों की कुल संख्या में नसिंग स्टाफ का अनुपात 75 फीसद से अधिक है। नर्सिंग स्टॉफ इनदिनों स्वास्थ्य देखभाल के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चिकित्सा सेवा में इसे सबसे ज्यादा सेवाभावी पेशा माना जाता है। देश में तकरीबन हर अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक, पब्लिक हेल्थ सेंटर्स में इनकी आवश्यकता होती है। नर्सिंग क्षेत्र में डिप्लोमा, अंडर ग्रेजुएट एवं सर्टिफिकेट आदि कई तरह के कोर्स ऑफर हो रहे हैं, जिसे पीसीबी विषयों से 12वीं के बाद किया जा सकता है, जबकि एनएम या हेल्थ वर्कर के लिए 10वीं पास होना चाहिए।
health care career institute
इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइडहेल्थ साइंसेज, कोलकाता
www.iahs.co.in
• महर्षि मर्केडेश्वरयूनिवर्सिटी, अंबाला, हरियाणा
www.mmumullana.org
• इंडियन मेडिकल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, जालंधर, पंजाब
www.iminursing.in
• दिल्ली पैरामेडिकल ऐंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
www.dpmiindia.com
नर्सिंग सहायकः मेडिकल फील्ड में नर्सिंग सहायक को जनरल ड्यूटी असिस्टेंट भी कहते हैं। आज हेल्थकेयर सेक्टर में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां इनकी जरूरत नहीं है। नर्सिंग सहायक का कोर्स करने के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं होनी चाहिए।
लैब/रेडियोलॉजी टेक्नीशियनः लैब टेक्नीशियन कई तरह की जांचों के जरिये रोग की सही पहचान करने में डॉक्टरों की मदद करते हैं। देश के कई संस्थानों में क्लीनिकल/मेडिकल लैब टेक्नीशियन के लिए डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स संचालित हो रहे हैं। डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स के लिए पीसीबी से 12वीं पास होना जरूरी है।
अन्य लोकप्रिय विकल्प: फार्मेसी और फिजियोथेरेपी पेशे की लोकप्रियता भी लगातार बढ़ रही है। इसे भी 12वीं के बाद किया जा सकता है।
हेल्थकेयर वर्कर के लिए अवसर
75 हजार नये हेल्थ सेंटर्स खुलने की घोषणा के दादग्रामीण हेल्थ केयरवर्कर्स या मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर्स के लिए सबसे अधिक अवसर सामने आने की उम्मीद की जा रही है। ग्रामीण हेल्य केयर वर्कर भी आजकल बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल तथा इनके स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। देश के दूरदराज गांवों में किसीभी आपातकालीन स्थिति में बेसिक स्वास्थ्य सेवा देने में ये लोग काफी कुशल होते हैं। इसके अलावा, ग्रामीण समुदाय के साथ मिलकर गांव-गांव जाकर उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं। ग्रामीण हेत्य केयर वर्कर बनने के लिए सेवा भावी जज्बा होना जरूरी है। किसी भी संकाय से 12वीं के बाद रूरल हेल्य केयर में डिप्लोमा करके इस फील्ड में करियर बनाया जा सकता है।
हेल्थकेयर व हेल्थकेयर ट्रेनिंग में तेजी से बढ़ेंगे मौके
स्वास्थय का बजट बढ़ने से आने वाले दिनों में हेल्थकेयर सेक्टर में रोजगारतेजी से बढ़ सकता है।जो प्रशिक्षण केंद्र है, उन्हें भी इससे बूस्ट मिलेगा। इससे भी ज्यादा रोजगार उत्पत्र होगा। आज के युवा स्किल डेवलपमेंट की ओरजा रहे है हेल्थकेयरइंडस्ट्री आज एक तेजी से बढ़ता सेक्टर है। अन्य इडस्ट्रीज में मंदी भी आजाती है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं है। अच्छे स्वास्थ्य की जरूरत हर किसी को है अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है इस बारकेद्रीयबजट से लैब टेक्नीशियन नर्सिंग असिस्टेट, मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर्स, अशा वर्कर्सया एंबुलेंस में सेवा देने वाले प्रोफेशनल्स के लिए ज्यादा स्कोप सामने आएंगे।
हेल्थकेयर वर्कर के लिए अवसर
75 हजार नये हेल्थ सेंटर्स खुलने की घोषणा के दादग्रामीण हेल्थ केयरवर्कर्स या मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर्स के लिए सबसे अधिक अवसर सामने आने की उम्मीद की जा रही है। ग्रामीण हेल्य केयर वर्कर भी आजकल बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल तथा इनके स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। देश के दूरदराज गांवों में किसीभी आपातकालीन स्थिति में बेसिक स्वास्थ्य सेवा देने में ये लोग काफी कुशल होते हैं। इसके अलावा, ग्रामीण समुदाय के साथ मिलकर गांव-गांव जाकर उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं। ग्रामीण हेत्य केयर वर्कर बनने के लिए सेवा भावी जज्बा होना जरूरी है। किसी भी संकाय से 12वीं के बाद रूरल हेल्य केयर में डिप्लोमा करके इस फील्ड में करियर बनाया जा सकता है।
हेल्थकेयर व हेल्थकेयर ट्रेनिंग में तेजी से बढ़ेंगे मौके
स्वास्थय का बजट बढ़ने से आने वाले दिनों में हेल्थकेयर सेक्टर में रोजगारतेजी से बढ़ सकता है।जो प्रशिक्षण केंद्र है, उन्हें भी इससे बूस्ट मिलेगा। इससे भी ज्यादा रोजगार उत्पत्र होगा। आज के युवा स्किल डेवलपमेंट की ओरजा रहे है हेल्थकेयरइंडस्ट्री आज एक तेजी से बढ़ता सेक्टर है। अन्य इडस्ट्रीज में मंदी भी आजाती है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं है। अच्छे स्वास्थ्य की जरूरत हर किसी को है अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है इस बारकेद्रीयबजट से लैब टेक्नीशियन नर्सिंग असिस्टेट, मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर्स, अशा वर्कर्सया एंबुलेंस में सेवा देने वाले प्रोफेशनल्स के लिए ज्यादा स्कोप सामने आएंगे।
Wah Wah Sir Jii. Sarkari Naukri New
जवाब देंहटाएंMain Har Roj Naye Naye Aur Achchhe-Achchhe post dalata hu lekin mujhe jyada reader nahi milate aisa kyu??? aur maine apke site pe visit kiya kafi achchha hai, lekin jo template ap use kar rahe hai. vah apane kharida hai ya free use kar rahe hai?
हटाएं