Epidemiologist Career
एपिडेमियोलॉजिस्ट में कैरियर कैसे बनाये?
आजकल कोविड-19 भारत सहित पूरी दुनिया के लिए वास्तविक ख़तरा बना हुआ है। इसलिए, आप भारत मे एक एपिडेमियोलॉजिस्ट बनकर ऐसी किसी घातक महामारी के दौरान लोगो और राष्ट्र की सेवा कर सकते है।
एपिडेमियोलॉजिस्ट क्या है?
यह पब्लिक हेल्थ की एक ऐसी ब्रांच है जिसमे किसी भी देश या क्षेत्र की आबादी में तेज़ी से फैल रही किसी भी बीमारी या रोग के बारे में समय रहते पता लगाकर उसकी रोकथाम के पूरे इन्तजाम किये जाते है। इस फिल्ड में किसी भी एपिडेमिक के तेजी से होने वाले फ़ैलाव का अनुमान लगाने के लिए मैथ्स के प्रोबेबिलिटी और स्टैटिस्टीक्स का इस्तेमाल किया जाता है।
एपिडेमियोलॉजिस्ट का पेशा और जॉब्स प्रोफाइल
ये पेशा का सम्बंध एरिया या देश मे रहने वाले विशाल जन-समूह के सभी हेल्थ इश्युज को सुधारने के लिए जरूरी काम करते है और अपने एरिया में रहने वाले लोगो के बीच किसी भी बीमारी की पहचान, फ़ैलाव और रोकथाम के लिए जरूरी सभी संभव उपाय और रिसर्च वर्क करते है, ताकि जल्दी से जल्दी किसी भी बीमारी को महामारी बनने से रोका जा सके। इन पेशेवरों के काम को दो वर्गों में बाटा गया है 1. रिसर्च फील्ड 2. क्लीनिकल फील्ड में बांटा जाता है। ये पेशेवर संक्रमण रोगों, पुरानी बीमारी, एनवॉयरन्मेंटल हेल्थ, जेनेटिक डिजीज, बायो-टेररिज़्म, नेचुरल डिजास्टर की स्थिति में लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देते है। इस फील्ड में अपना कॅरिअर शुरू करने के लिए इन पेशेवरों के पास एपिडेमियोलॉजी या संबंधित स्ट्रीम में मास्टर डिग्री जरूर होनी चाहिए।
प्रमुख जॉब प्रोफ़ाइल
देश मे एपिडेमियोलॉजी की फील्ड में पेशेवर डिजास्टर एपिडेमियोलॉजिस्ट, इंफेक्शन कंट्रोल एपिडेमियोलॉजिस्ट, मॉलिक्यूलर एपिडेमियोलॉजिस्ट, फार्मास्युटिकल एपिडेमियोलॉजिस्ट, सुपरवाइजर एपिडेमियोलॉजिस्ट, वेटरनरी एपिडेमियोलॉजिस्ट के जॉब प्रोफ़ाइल के लिए खुद को तैयार कर सकते है। इसके अलावा, कम्युनिटी हेल्थ वर्कर्स, सर्वे रिसर्चर्स, स्टेटिस्टिशियन, एकेडमिक एक्सपटर्स की भी जॉब प्रोफाइल होती है।
भारत मे एपिडेमियोलॉजी की फील्ड से संबंधित विभिन्न एजुकेशन कोर्सेज और एलिजिबिलिटी
हमारे देश में साइंस (फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी) के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास स्टूडेंट्स बीएससी और अन्य संबंधित अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन ले सकते है। इसी तरह, एपिडेमियोलॉजी की फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज के लिए स्टूडेंट्स ने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 55 फीसदी मार्क्स के साथ साइंस या संबंधित स्ट्रीम में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो और एमफिल तथा पीएचडी के लिए स्टूडेंट्स के पास अच्छे मार्क्स सहित पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
एपिडेमियोलॉजी फील्ड से जुड़े प्रमुख कोर्स
● बैचलर - पब्लिक हेल्थ
● मास्टर - पब्लिक हेल्थ
● बैचलर ऑफ साइंस(बीएससी)
● मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) - एपिडेमियोलॉजी
● एमबीएससी - वेटरनरी पब्लिक हेल्थ एंड एपिडेमियोलॉजी
● पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा - एपिडेमियोलॉजी
● पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा - एपिडेमियोलॉजी एंड हेल्थ मैनेजमेंट
● पीएचडी - एपिडेमियोलॉजी
● पीएचडी - पब्लिक हेल्थ
महत्वपूर्ण संस्थान
● एनआईपी, चेन्नई
● बीआईटीएस, पिलानी
● आई आई टी, गांधी नगर
● जे एन यू, नई दिल्ली
● होमी भाभा नेशनल इंस्टीट्यूट, मुंबई
● आर एम आर आई एम एस, पटना
● ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ, कोलकाता
यहाँ कर सकते है अप्लाई
भारत मे ये पेशेवर निम्नलिखित रिक्रूटिंग इंस्टिट्यूटशन्स में अपने लिए उपयुक्त जॉब्स तलाश कर सकते है:-
● फार्मास्युटिकल कंपनीया
● मेडिकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
● साइंटिफिक रिसर्च लैब्स
● कॉलेज और यूनिवर्सिटीज
● सरकारी रिसर्च केंद्र
● सेंटर्स फ़ॉर डिजीज कंट्रोल
● विश्व स्वास्थ्य संगठन
● भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद
● स्टेट एंड्स कंट्रोल सोसायटीज
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