हैंडबैग को कैसे मैनेज करे
महिलाएं अपना हैंडबैग लेना कभी नही भूलती। लेकिन बैग में कौन-सी चीज कहाँ रखी है, इसे अक्सर भूल जाती है। तो इसका उपाय क्या है?
क्या आपको मालूम है कि लगभग 35 प्रतिशत महिलाएं अपनी जिंदगी के 80 दिन हैंडबैग, पर्स में रखी चीजें ढूंढने में बिता देती हैं?
हाल ही में हुए एक ऑस्ट्रेलियाई सर्वे में यह बात लिए मुश्किल भरा काम है। सर्वे में 1500 ऑस्ट्रेलियाई
महिलाओं से जानने की कोशिश की गई कि वे हैंडबैग
में रखी हुई चीजों को ढूंढने में कितना समय बिताती हैं?
शोध के नतीजे बताते हैं कि जो महिलाएं इस काम में
प्रति दिन दस मिनट लगाती हैं, वे अपनी जिंदगी के 162
दिन बर्बाद कर देती हैं, जबकि 3.7 फीसदी महिलाओं
ने कहा कि वे अच्छी तरह से जानती हैं कि चीजें कहां
रखी हैं? ऑस्ट्रेलिया की फैशन डिजाइनर बेला कॉर्क
कहती हैं, 'इसकी वजह है आज के स्टाइलिश डिजाइनर
बैग, जिसे हम सही ढंग से मैनेज नहीं कर पाते हैं। अगर
आप भी हैंडबैग में रखी चीजों को भूल जाती हैं या उन्हें ढूंढने में वक्त लगता है, तो पर्स मैनेजमेंट की थ्योरी को
भी भली-भांति जान लें।
आपका प्रोफेशन क्या है?
हैंडबैग या पर्स चुनने से पहले देखें कि आपका प्रोफेशन
क्या है? किस उद्देश्य के लिए आपको हैंडबैग चाहिए?
इन तमाम बातों पर गौर करने के बाद अपनी पर्सनैलिटी
अनुसार सही हैंडबैग का चुनाव करें। ऑफिस के लिए
बैग चाहिए, तो बैग के साइज के साथ-साथ उसमें मौजूद
पॉकेट्स और खाने का भी ध्यान रखें। सिक्के, घर
अथवा गाड़ी की चाबी या छोटी-छोटी चीजों को रखने
के लिए बैग में छोटी-छोटी चेन वाले पॉकेट्स जरूरी
होते हैं। मगर बैग में पैकेट्स भी जरूरत से ज्यादा नहीं
होने चाहिए। जरूरत से ज्यादा पैकेट्स भी कन्फ्यूज
करते हैं, इसलिए ऐसे बैग लेने से बचें।
पर्सनैलिटी के हिसाब से
हैंडबैग न केवल आपकी जरूरत की चीजों को साथ ले
जाने का माध्यम भर है, बल्कि यह आपके व्यक्तित्व
को भी अलग अंदाज देता है। इसलिए अपने लिए वही
बैग लें, जिसमें आपकी पर्सनैलिटी उभरे और आपका
सारा सामान भी आ जाए। अगर आप मोटी हैं और लंबाई
कम है, तो भारी बैग की बजाय अपने लिए छोटे हैंडबैग
लें। लंबी और दुबली-पतली हैं, तो मध्यम आकार के या
थोड़े बड़े साइज के बैग, जो राउंड शेप में हों, आपके
लिए परफेक्ट हैं।
अगर आपके शरीर की बनावट ऐसी है, जिसमें आपके
कंधे आपकी कमर और हिप्स से कम हैं, तो आपको
अपने लिए झोलानुमा बैग का चयन करना चाहिए।
इसके स्ट्रिप्स इतने लंबे होने चाहिए कि टांगने के बाद
बैग की लंबाई आपकी हिप्स और कमर के बीच तक
हो। शरीर की बनावट रेक्टंगल है, तो आपके लिए होबो
बैग उपयुक्त है। स्मार्ट लुक के लिए जरूरी है कि
आपके हैंडबैग की स्ट्रिप्स लंबी हो और यह आपके
हिप्स से थोड़ी नीचे तक आए।
इसे आप किसी भी परिधान के
साथ कैरी कर सकती हैं। बैग
लेते समय अपने स्टाइल का भी
ध्यान रखें। अगर आप आमतौर
पर कैजुअल कपड़े पहनती हैं,
तो अपने लिए फॉर्मल हैंडबैग
लेने की बजाय स्टाइलिश
हैंडबैग, जो आपकी पर्सनैलिटी
से मैच करें, वही लें। मसलन
ईवनिंग गाउन के साथ होवो बैग
की बजाय क्लच ज्यादा अच्छा
लगेगा।
किस मौके पर कैसा पर्स?
माना ऑफिस के लिए होबो बैग सही होते हैं। इसे ऑफिस
आने-जाने के लिए या फिर कहीं बाहर जाने के लिए
इस्तेमाल कर सकती हैं, क्योंकि इसका साइज बड़ा होता है,
इसलिए इसमें तमाम चीजों को रखकर चला जा सकता है।
लेकिन इसे आप पार्टी में नहीं ले जा सकती। यानी अवसर
के हिसाब से भी हैंडबैग का सही होना जरूरी है। पार्टी के
लिए स्लिंग या क्लच बैग अथवा पोटलीनुमा स्टाइलिश पर्स
सबसे ज्यादा मुफीद होते हैं। वैसे स्लिंग बैग का इस्तेमाल
आप रोजमर्रा के जीवन में कहीं भी आने जाने के लिए कर
सकती हैं। यह हर तरह के परिधान के साथ अच्छे लगते हैं।
शाम की पार्टी के लिए भूरे या काले रंग के चिक बैग भी
अच्छे होते हैं। आर्ट की तरफ झुकाव रखने वाले लोगों को
इस तरह के बैग ज्यादा पसंद आते हैं। इसे आप पार्टीज के
अलावा कहीं भी ले जा सकती हैं। काले रंग का टोटे बैग
आप किसी खास अवसर पर अपनी पर्सनैलिटी को खास
लुक देने के लिए कर सकती हैं। इसे कैरी करना बहुत ही
आसान और आरामदायक होता है।
संभालने की कला
पसंद के बैग में सामान को करीने से सजाना भी जरूरी है।
कई बार बैग में जरूरत से ज्यादा सामान होने पर भी सामान
खो जाते हैं। अगर आप भी पर्स या हैंडबैग में जरूरत से
ज्यादा सामान रखती हैं, तो अपनी इस आदत पर अंकुश
लगाएं। अपने पर्स को सही तरीके से व्यवस्थित करके रखें,
ताकि जरूरत का सामान बिना समय बर्बाद किए ही मिल
जाए। फैशन डिजाइनर पूजा गोयल कहती हैं, 'बैग को सही
तरीके से अरेंज करने के लिए सबसे पहले आपको जरूरी
और गैरजरूरी चीजों की एक सूची बनानी चाहिए। इसके
बाद जरूरी सामानों को प्राथमिकता के अनुसार हैंडबैग में
करीने से सजाएं, मसलन, जिस चीज की जरूरत आपको
हर समय पड़ती है, उसे बैग के ऊपरी वाले खंदे में रखें।
क्रमानुसार चीजों को बैग में व्यवस्थित करें। सफर के दौरान
जरूरी कागजात, टिकट आदि के लिए अलग से ट्रैवल पर्स
लें। इसमें पहचान पत्र और टिकट वगैरह सब ढंग से फिट
हो जाते हैं। इस पर्स को आप हैंडबैग के किसी खाने में रख
सकती हैं। अगर आप ऐसा कर पाती हैं, तो बैग से सामान
ढूंढने में मुश्किल नहीं होगी।
फैब्रिक पर फोकस
रंग, आकार और डिजाइन, इन सब पर गौर करने के बाद
हैंडबैग की क्वालिटी पर भी गौर करें। यहां क्वालिटी का
मतलब बैग के फैब्रिक से है। बाजार में जूट, लेदर, नियॉन
या अन्य फैब्रिक के बैग हैं, लेकिन लेदर के बैग ज्यादा
आकर्षक लगते हैं। अगर इनकी क्वालिटी बेहतर हो, तो ये
ज्यादा दिन चलते भी हैं। बजट को ध्यान में रखते हुए आप
सही फैब्रिक का चुनाव कर सकती हैं।
मैटीरियल के साथ बैग के स्ट्रेप्स पर
ध्यान रखें। बहुत ज्यादा पतली स्ट्रेप्स
वाले हैंडबैग का चयन न करें। सिलाई
और चेन आदि अच्छी तरह से चेक
कर लें। बैग में उतनी ही पकिट्स हों,
जितने कि आपको जरूरत हो।
बैग बहुत ज्यादा भारी भी न
हो। यूएएसडीए ने अपने
एक सर्वेक्षण में बताया
कि महिलाओं के
हैंडबैग का वजन 2.2
पौंड
(लगभग
997.903 ग्राम) से
ज्यादा नहीं होना
चाहिए, लेकिन
अधिकांश औरतों
के हैंडबैग का
वजन 5.2 पौंड
के करीब होता है,
जिसकी वजह से उनके
कंधों और गर्दन में
दर्द की शिकायत
रहती है।
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