अच्छी जिंदगी कैसे जिए या जिंदगी में कैसे आगे बढ़ना चाहिए
जिंदगी में कभी हार नहीं मानना या जिंदगी में कभी हार मत मानो जिंदगी में मिली एक हार आपकी पूरी जिंदगी की रूपरेखा नहीं बदल सकती। हार को खुद पर हावी न होने दें बल्कि उससे सीख लें और आगे की जिंदगी को बेहतर बनाएं, बता रही हैं
जिंदगी में हमें क्या करना चाहिए ?
हार और जीत जीवन का अहम हिस्सा होती हैं। लेकिन अक्सर हम जीवन में मिलने वाली हार से इतने अधिक निराश हो जाते हैं कि अपनी काबिलियत पर शक करने लगते हैं और फिर से प्रयास करना ही छोड़ देते हैं। दरसअल ऐसा इसलिए होता है क्योंकि डर, आशंका व असुरक्षा की भावना हमारे दिल और दिमाग पर इतनी अधिक हावी हो जाती है कि वर्तमान जीवन को पूरी तरह नियंत्रित कर लेती है। इस वजह से आत्मविश्वास में आई कमी के कारण आपको करियर व व्यवहारिक जीवन में बार-बार असफलता का सामना करना पड़ता है।
असफलताओ का करें मूल्यांकन
असफलता के डर से बाहर निकलने का एक व्यावहारिक व तार्किक उपाय है अपनी गलतियों के मूल कारण का पता लगाएं। कहीं ऐसा तो नहीं अपनी ही कुछ गलत आदतों, सोच या व्यवहार के कारण आपको बार-बार हार का सामना करना पड़ रहा है? क्योंकि यदि आप सही तरीके से काम कर रही हैं और फिर भी असफलता ही मिल रही है तो इसका एक कारण आपके मन में छिपा हार का डर भी हो सकता है।
दरअसल जब हमें किसी प्रयास में हार मिलती है तो हम अपनी तुलना आसपास
के उन लोगों से करने लगते हैं जो उस
सुख से संपन्न हैं और अंत में खुद को
नाकाबिल, बदकिस्मत आदि मानकर
थककर बैठ जाते हैं। ऐसे में आप
अपने आप से तीन सवाल पूछे: पहला
सवाल- मैंने क्या किया था? दूसरा
सवाल-मुझसे गलती कहां हुई?
तीसरा सवाल- मुझे उस स्थिति में
सुधार के लिए क्या करना चाहिए
था? जब आप खुद से इन सवालों
का जवाब मांगेंगी, तब आपको
खुद-ब-खुद समस्या का
समाधान मिल जाएगा और आप असफलता के डर
से बाहर आ जाएंगी।
पिछली गलतियों से सीख लें
जीवन में हुई गलतियां व हार आपके लिए
एक बड़ी सीख होती है, ताकि आप वही
गलती फिर से न दोहराएं। अगर आप डर से
बाहर निकलकर आगे बढ़ना चाहती हैं तो
सबसे पहले अपने वर्तमान जीवन को पिछली
गलतियों व असफलताओं से प्रभावित न
होने दें। इसका अर्थ है कि जीवन में हुई
गलतियों को पकड़ कर न बैठें बल्कि उनसे
सीखलेकरजीवन में निरंतर आगे
बढ़ते रहें।
चयन करने की शक्ति का प्रयोग
आपके जीवन का पूरा नियंत्रण आपकी खुद की सोच पर ही निर्भर
करता है। इसलिए अपने जीवन के साथ क्या करना है, आने वाली
चुनौतियों का सामना कैसे करना है यह भी सिर्फ आपका ही निर्णय
होना चाहिए। अपने निर्णय लेने की क्षमता को अनुभव के साथ और
अधिक सटीक व मजबूत बनाएं। किसी विशेष परिस्थिति में आपको
जो निर्णय ठीक लगे वही लें। संभवतः ऐसा हो सकता है कि आपने
जो निर्णय लिया है, कुछ समय बाद वह निर्णय गलत साबित हो।
ऐसी स्थिति में बजाय अपनी बात को सही साबित करने के, तुरंत
मौके की नजाकत को समझकर अपने निर्णय में परिवर्तन करें।
ज्यादातर लोग इस उम्मीद में अपने निर्णय पर कायम रहते हैं कि
शायद स्थिति ठीक हो जाए और वे सही साबित हो जाएं। लेकिन
ऐसा नहीं होता। इसलिए आपको
समझना होगा कि आपकी निर्णय
लेने की क्षमता, जीवन के उतार-
चढ़ाव में मजबूती से खड़े रहने का
हथियारहै। गलतियां तो भविष्य में भी
होती रहेंगी, बस आपको उन गलतियों
को अपने वर्तमान व भविष्य पर हावी
नहीं होने देना है।
सबसे बुरा होगा क्या
जीवन एक ऐसी गुत्थी है जिसमें आप
भले ही कितने भी सही व सुनियोजित
निर्णय लेने की कोशिश करें फिर भी कहीं
न कहीं गलती होने की आशंका हमेशा
बनी रहती है। कई बार इसके परिणाम गंभीर
भी हो सकते हैं। इसलिए यदि आपके किसी निर्णय से कोई समस्या
उत्पन्न हो गई है तो उस समस्या के गंभीरतम परिणाम के बारे में सोचें।
अपने आप से यह चार सवाल करें:
इस स्थिति में सबसे बुरा क्या हो सकता है? क्या इस समस्या का
सामना करना संभव है? यदि यह समस्या आती है तो इससे कैसे
निपटा जाएगा? यदि आप अपने इस लक्ष्य को छोड़ देती हैं तो क्या
जिंदगी बेहतर होगी? जब आप इन सवालों का जवाब तलाशने में
कामयाब हो जाएंगी तो उस परिस्थिति से सफलतापूर्वक बाहर
निकलने की योजना बनाने में भी कामयाब हो जाएंगी।
समझे हार के पीछे का विज्ञान
हार के पीछे के विज्ञान का मतलब है कि हमारे आंतरिक मन में जो
कुछचलता है, दरअसल वही हमारे जीवन की दिशा निर्धारित करता
है। अगर आप बहुत असुरक्षित, असहजय अंजाना डर महसूस
करती है, तो वही डर, असुरक्षा, असहजता आपकी असफलता
काकारण बनती है। इसलिए सबसे पहले अपनी समस्या के मूल
को सम। बहुत संभावना है कि आपकी बार-बार होने वाली
हारकी वजह आपकी पिछली किसी गलती के कारण पैदा हुआ
रही तो सबसे पहले उसडको खत्म करने के लिए उस गलती
को अंतर्मन से स्वीकार करें और आगे बढ़ने का निश्चय करें।
डरे नही बदलाव से
अपनी गलती को स्वीकार करने के लिए आपको मानसिक रूप से
बहुत मजबूत बनने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत होगी। साहस
व परिस्थिति में डालने की क्षमता ही आपको जीवन में आने वाली
चुनौतियों को पार करके जीवन में आगे बढ़ने की ताकत देंगे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks You Guys
Please Share This Link