अगर आप बिटकॉइन कमाना चाहते है तो इससे बेहतर आपको साइट नहीं मिलेगी? तो बिटकॉइन कमाने के लिए क्लिक करे

Search Your Topic In This Blog : I think I written about that.

2022-03-11

ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज क्या है इन हिंदी - ऑस्टियोपोरोसिस में क्या खाना चाहिए

ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी क्या होता है या  ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी के लक्षण व उपचार क्या है?





हड्डी की सेहत

ऑस्टियोपोरोसिस के लिए बहुत हद तक हमारा
असंतुलित खान-पान और दोषपूर्ण जीवनशैली
जिम्मेदार है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि हम
भोजन में कैल्शियम, विटामिन डी के सेवन के साथ
ही एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें...


कोविड-19 से बचाव के लिए भीड़ से बचने के क्रम
में वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दी गई। इस वजह से
शारीरिक सक्रियता में कमी, एक्सरसाइज न करना, एक
ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहना, कंप्यूटर पर एक
ही पोस्चर में बैठकर लगातार काम करना इत्यादि की
वजह से हड्डियों व मांसपेशियों की तकलीफें बढ़ रही
हैं। हड्डियों से संबंधित तकलीफों को ऑस्टियोपोरोसिस
के रूप में चिन्हित किया जाता है। इसका मुख्य कारण है
दोषपूर्ण जीवनशैली और हड्डियों में विटामिन-डी और
कैल्शियम की कमी का होना। इसकी वजह से हड्डियों
के घनत्व में कमी, हड्डियों के जल्दी खराब होने और
फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है।

ऑस्टियोपोरोसिस को पहचानें

• ज्यादा देर तक खड़े होने में तकलीफ, कमर में दर्द होना और काम करने में असहज होना।
• चिड़चिड़ाहट, काम करने में मन न लगना और खाने में भी रुचि न होना।

क्या न खाएं

• नमक का सेवन नियंत्रित मात्रा में करें।
• शराब से दूरी बनाएं।
• कैफीन, अधिक मात्रा में विटामिन ए न लें।

क्या खाएं

• कीवी, अनानास, पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे,
दूध और अलसी का नियमित सेवन करें जिससे

प्रोटीन के साथ कैल्शियम भी मिल सके।
सूर्य की किरणों से हमे विटामिन डी का मिलता है और सूर्य इसका मुख्य स्रोत है।

एक्सरसाइज के फायदे

• ऑस्टियोपोरोसिस में वजन संबंधी
एक्सरसाइजेज बेहद लाभकारी हैं।
जॉगिंग, पैदल चलना, सीढ़ियां चलना हमारी बोन
डेंसिटी को बढ़ाने में काफी मददगार हैं।
• रेजिस्टेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम से युवाओं को काफी
फायदा होता है।
• शरीर का संतुलन और लचीलापन बढ़ाने के लिए
मुफीद एक्सरसाइजेज करें।
जोड़ों व मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाने में स्ट्रेंथ
ट्रेनिंग एक्सरसाइजेज फायदा देती हैं।
• हाई इंपैक्ट एक्टिविटीज से बचें और समय पर
अपना विटामिन डी और कैल्शियम का टेस्ट
डॉक्टर की राय के अनुसार करवाते रहें।
• किसी भी तरह की एक्सरसाइज शुरू करने से
पहले फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह अवश्य लें,
ताकि आपको इस बात की सही जानकारी हो
सके कि कौन सी एक्सरसाइज आपके लिए
मुफीद है।
प्रोटीन के साथ कैल्शियम भी मिल
सके।
• सूर्य की किरणें विटामिन डी का
मुख्य स्रोत होती हैं।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Thanks You Guys
Please Share This Link