पानी अधिक (ज्यादा) पीने के फायदे या पानी (वॉटर) के महत्व की जानकारी व लाभ (बेनेफिट्स) के बारे मे
पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक तत्व
है और यह शरीर के कुल भार का लगभग
60 फीसद होता है। शरीर के प्रत्येक तंत्र की
कार्यप्रणाली पानी पर निर्भर रहती है। कान,
नाक और गले के ऊतकों को पर्याप्त नमी पानी
से ही मिलती है। पानी शारीरिक तापमान और
क्रियाओं को संतुलित रखने के साथ शरीर से
हानिकारक तत्वों को बाहर निकालकर पोषक
तत्व व ऑक्सीजन प्रदान करने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाता है।
ऊर्जा के स्तर को बनाए रखनाः
कोशिकाओं के अंदर और बाहर पानी का प्रवाह ऊर्जा
उत्पन्न करता है। यह ऊर्जा के दूसरे रासायनिक
स्रोतों के साथ शरीर में एकत्र हो जाती है। यदि
शरीर में पानी की कमी होगी तो ऊतक सूखने
लगेंगे और शरीर की वास्तविक रासायनिक
गतिविधियां घट जाएंगी। इससे वसा को
जलाने और शारीरिक कार्य करने के लिए
ऊर्जा नहीं मिलेगी।
उत्पन्न करता है। यह ऊर्जा के दूसरे रासायनिक
स्रोतों के साथ शरीर में एकत्र हो जाती है। यदि
शरीर में पानी की कमी होगी तो ऊतक सूखने
लगेंगे और शरीर की वास्तविक रासायनिक
गतिविधियां घट जाएंगी। इससे वसा को
जलाने और शारीरिक कार्य करने के लिए
ऊर्जा नहीं मिलेगी।
विषैले पदार्थों को निकालता है:
पानी शरीर के सिस्टम को साफ करने का काम
करता है। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना
शरीर के लिए लाभदायक रहता है। शरीर से
व्यर्थ पदार्थ पसीने और मल-मूत्र के द्वारा बाहर
निकलते हैं, लेकिन इसके लिए शरीर में पर्याप्त
मात्रा में पानी होना चाहिए। पानी की कमी से
किडनी प्रभावशाली ढंग से अपना कार्य नहीं
कर पाती हैं। शरीर में विषैले पदार्थ एकत्र होने
पर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनते हैं।
पाचन तंत्र रहे स्वस्थः
करता है। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना
शरीर के लिए लाभदायक रहता है। शरीर से
व्यर्थ पदार्थ पसीने और मल-मूत्र के द्वारा बाहर
निकलते हैं, लेकिन इसके लिए शरीर में पर्याप्त
मात्रा में पानी होना चाहिए। पानी की कमी से
किडनी प्रभावशाली ढंग से अपना कार्य नहीं
कर पाती हैं। शरीर में विषैले पदार्थ एकत्र होने
पर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनते हैं।
पाचन तंत्र रहे स्वस्थः
पर्याप्त मात्रा में पानी
पीते रहने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
इसके द्वारा पाचन मार्ग में भोजन का प्रवाह
बिना किसी रुकावट के होता है और कब्ज की
समस्या नहीं होती है। जब शरीर को पर्याप्त
मात्रा में पानी नहीं मिलता है तो बड़ी आंत
में पानी का स्तर कम हो जाता है और पाचन
संबंधी समस्याएं हो जाती हैं।
शरीर का तापमान रखे नियंत्रित :
पीते रहने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
इसके द्वारा पाचन मार्ग में भोजन का प्रवाह
बिना किसी रुकावट के होता है और कब्ज की
समस्या नहीं होती है। जब शरीर को पर्याप्त
मात्रा में पानी नहीं मिलता है तो बड़ी आंत
में पानी का स्तर कम हो जाता है और पाचन
संबंधी समस्याएं हो जाती हैं।
शरीर का तापमान रखे नियंत्रित :
पानी शरीर
के तापमान को नियंत्रित रखता है और ठंडक
प्रदान करता है। यदि पसीना नहीं निकलेगा तो
शरीर का तापमान बढ़ जाएगा साथ ही थकान
भी महसूस होगी। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने
से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। वैसे तो
छाछ, नारियल पानी, दूध आदि शरीर में जल के
स्तरको बनाए रखते हैं, लेकिन पानी सर्वश्रेष्ठ
है, क्योंकि इसमें कैलोरी नहीं होती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं को प्रतिदिन
करीब 2.5-3 लीटर और पुरुषों को 3-3.5
लीटर पानी पीना चाहिए।हालांकि उम्र, सेहत
और वजन के अनुसारहर व्यक्ति के लिए
पानी की अलग-अलग आवश्यकता होती है।
निश्चित तौर पर उत्तम स्वास्थ्य के लिए पानी
बहुत आवश्यक है। जब भी घर से बाहरजाएं
पानी की बोतल साथ लेकरजाएं। दूषित पानी
कई तरह की बीमारियों का कारण है।
के तापमान को नियंत्रित रखता है और ठंडक
प्रदान करता है। यदि पसीना नहीं निकलेगा तो
शरीर का तापमान बढ़ जाएगा साथ ही थकान
भी महसूस होगी। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने
से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। वैसे तो
छाछ, नारियल पानी, दूध आदि शरीर में जल के
स्तरको बनाए रखते हैं, लेकिन पानी सर्वश्रेष्ठ
है, क्योंकि इसमें कैलोरी नहीं होती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं को प्रतिदिन
करीब 2.5-3 लीटर और पुरुषों को 3-3.5
लीटर पानी पीना चाहिए।हालांकि उम्र, सेहत
और वजन के अनुसारहर व्यक्ति के लिए
पानी की अलग-अलग आवश्यकता होती है।
निश्चित तौर पर उत्तम स्वास्थ्य के लिए पानी
बहुत आवश्यक है। जब भी घर से बाहरजाएं
पानी की बोतल साथ लेकरजाएं। दूषित पानी
कई तरह की बीमारियों का कारण है।
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