घुटने का दर्द दूर कैसे करें, इलाज व उपचार के बारे में
घुटनों के विकारग्रस्त होने पर होती है दर्द और चलने- फिरने की समस्या । जानते हैं इसके कारण और निवारण के बारे में...
निष्क्रिय जीवनशैली, जंक फूड व फास्ट फूड का सेवन, बिगड़ी दिनचर्या, अनिद्रा और मोटापे के कारण बुजुर्ग ही नहीं, युवाओं में भी जोड़ों के दर्द की समस्या हो रही है। शरीर के अन्य जोड़ों की तुलना में घुटने के जोड़ों से जुड़ी समस्याओं के मामले अधिक होते हैं। एक तो इनका प्रयोग बहुत अधिक होता है, दूसरा यह पूरे शरीर का भार भी सहते हैं। इसके अतिरिक्त मौसम का प्रभाव भी घुटनों की सेहत पर पड़ता है।
अस्थिरोग विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में घुटनों के दर्द से ग्रसित लोगों की संख्या में 15 से 20 फीसद तक की बढ़ोतरी हो जाती है। घुटनों में लिगामेंट्स, टेंडन, मांसपेशियां और हड्डियां होती हैं। इनमें विकार होने पर दर्द होने
लगता है। जो लोग घुटनों के दर्द से जूझ रहे हैं, सर्दियों का मौसम उनकी समस्या को बढ़ा देता है। इसका कारण है कि सर्दियों में जोड़ की रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं और इससे रक्त संचार प्रभावित होता है। इससे घुटने के जोड़ कड़े हो जाते हैं और दर्द होता है। सर्दियों में टेंडन, मांसपेशियों और ऊतकों में सूजन बढ़ जाती है। ये भी शरीर के विभिन्न जोड़ों में होने वाले दर्द का कारण है।
लक्षण
लगता है। जो लोग घुटनों के दर्द से जूझ रहे हैं, सर्दियों का मौसम उनकी समस्या को बढ़ा देता है। इसका कारण है कि सर्दियों में जोड़ की रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं और इससे रक्त संचार प्रभावित होता है। इससे घुटने के जोड़ कड़े हो जाते हैं और दर्द होता है। सर्दियों में टेंडन, मांसपेशियों और ऊतकों में सूजन बढ़ जाती है। ये भी शरीर के विभिन्न जोड़ों में होने वाले दर्द का कारण है।
लक्षण
- घुटनों में तेज दर्द होना।
- दर्द का लगातार बना रहना।
- घुटनों को मोड़कर या सीधा न रख पाना।
- चलने में लचक आना।
- सूजन और लालिमा रहना।
- उठने-बैठने में कमजोरी महसूस होना।
- दर्द के साथ उठने-बैठने में हड्डियों के चटकने की आवाज आना।
- कभी-कभी दर्द के साथ बुखार आना।
प्रारंभिक उपचारः
यदि घुटने के दर्द की शुरुआती अवस्था है तो निम्न उपायों से राहत पाई जा सकती है।
कंप्रेसः अपने घुटनों को इलास्टिक बैंडेज से बांध लें, इससे सूजन कम होगी। ध्यान रखें कि बैंडेज
अधिक टाइट न हो।
हीट थेरेपी: यदि घुटनों में कड़ापन आ गया है तो हीटिंग पैड्स लगाएं या गर्म पानी से सिकाई करें। इससे ऊष्मा से जोड़ों की ओर रक्त का संचार बढ़ेगा और दर्द में आराम मिलेगा।
मसाजः घुटनों में तेल या मेडीकेटेड क्रीम से मसाज करना भी फायदेमंद रहता है। इससे जोड़ लचीले रहते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि मसाज हल्के हाथों से तीन या चार मिनट तक ही करें।
चिकित्सकीय परामर्श लें:
घुटनों में असहनीय दर्द की परेशानी होने पर लोग खुद से किसी भी दवा का सेवन करते हैं या तरह-तरह के नुस्खे प्रयोग करते हैं। कई बार इससे समस्या बढ़ जाती है। इसलिए चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। समस्या के हिसाब से यह चिकित्सक सुनिश्चित करेंगे कि आपको दवा, इंजेक्शन या सर्जरी की जरूरत है।
इन बातों का रखें ध्यान
इन बातों का रखें ध्यान
- ताजीहरी सब्जियों व फलों का सेवन करें।
- मेवे, दूध व दूध से बने उत्पादों को भोजन में शामिल करें।
- फलियों व अंकुरित अनाज का सेवन करें।
- सर्दियां हैं तो घरपरहीथोड़ा समय व्यायाम के लिए अवश्य निकालें।
- धूप जरूर लें, इससे शरीर में विटामिन-डीकी पूर्ति होती है।
- शरीरको अच्छी तरह ढककर रखें, जिससे
- जोड़ों में गरमाहट बनी रहे।
- वजन नियंत्रित रखें।
- यदि घुटनों से जुड़ी समस्या है तो कठिन
- योगासनों व व्यायाम कीजगह वाक करें।
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