Nakaratmak Vichar (Negative Thoughts)
नकारात्मक विचारों को सबसे पहले पहचानें। कई लोग सोचते हैं कि मेरे साथ तो हमेशा बुरा होता है, मैं असफल व्यक्ति हूं। विचारों को पहचानने के बाद ये जानने की कोशिश करें कि कहीं ये विचार आपके अंदर छिपी नकारात्मकता के कारण तो नहीं आ रहे हैं। फिर उस विचार को चुनौती दें,सवाल करें, ताकि आपकी सोच बदल जाए। इस बात पर ध्यान दें कि जब तक आपके विचारों में बदलाव न आ जाए, वह आपके व्यवहार पर लागू न हो पाए। आपको कहीं जाने से डर लग रहा है फिर भी आप वहां जाते हैं, तो नकारात्मकता जीवन पर हावी नहीं होगी।
कहां से आते हैं नकारात्मक विचार?
क्यों आते हैं ऐसे विचार कि काम शुरु करने से पहले इंसान हार मान लेता है। जिंदगी में जीत के लिए इन नकारात्मक विचारों को जानना और समझना बहुत जरूरी है। अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया है कि हमारे मस्तिष्क में आमतौर पर एक दिन में लगभग 50 हजार विचार आते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें से 70 से 80 प्रतिशत विचार नकारात्मक होते हैं। आखिर कैसे इन नकारात्मक विचारों से छुटकारा पाया जाए?
समस्या को समझें : नकारात्मक विचारों से आपका मन-मस्तिष्क क्यों घिरा रहता है, पहले इसे समझने की कोशिश करें। आपके मन में जो भी बातें चल रही हैं, उसे स्वीकार करने में हिचके नहीं। पहले इस समस्या को खुद हल करें। आप खुद इतने सक्षम हैं, कि इन नकारात्मक ख्यालों से पीछा छुड़ा सकते हैं। बावजूद इसके समस्या बनी रहती है, तो दूसरों से मदद लें।
दिन की शुरुआत : सुबह जल्दी उठें। दिन की शुरुआत प्रसन्नचित्त मन से करें। पार्क में जाकर घांस पर नंगे पैर चलते हुए जीवन के सुखद पलों को याद करें। योग, प्राणायाम और ध्यान में कुछ पल बिताएं। प्रतिदिन व्यायाम करें। गाना गाएं। डांस करें। खुलकर हंसे। प्राणायाम और ध्यान नकारात्मक विचारों को दिमाग से बाहर निकालने का सबसे बेहतर तरीका है। ये दिमाग को तुरंत ही राहत और शांति प्रदान करते हैं। व्यायाम और योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही फायदेमंद होते हैं, बल्कि इन्हें प्रतिदिन करने से मानसिक विकास और संतोष भी होता है। नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा और विचारों से आप भरते हैं। मिजाज भी खुश रहता है।
नकारात्मक विचारों से मिलाएं हाथ : Experets के अनुसार, आप जितना नकारात्मक विचारों से लड़ने की कोशिश करेंगे, इनसे पीछा छुड़ाना चाहेंगे, उतना ही ज्यादा ये आपको परेशान करेंगे। ऐसे में नकारात्मक ख्यालों से हाथ मिला लें। दोस्ती कर लें। उनसे कहें, 'यहां आओ, मेरे साथ बैठो। मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं। तुम्हें नहीं जाने दूंगा। जैसे ही आप इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, आप पाएंगे कि सभी ने नकारात्मक विचार तुरंत गायब होने । लगे हैं। आपके विचार आपसे डरने लगे हैं। जैसे ही आप उनसे हाथ मिला लेंगे, न वे खुद ब खुद मन-मस्तिष्क से गायब होने लगेंगे।
व्यस्त रहें: जब भी मन में बुरे ख्याल आएं या नकारात्मक विचारों से खुद को ही घिरा हुआ पाएं, तो जितना हो सके खुद ना को व्यस्त रखने की कोशिश करें। यूं ही खाली बैठे रहेंगे, तो मन-मस्तिष्क में नकारात्मक ख्याल आते ही रहेंगे। कोई पसंदीदा कार्य करें। परिवार के साथ वक्त बिताएं। खुश रहने की कोशिश करें। मन ने हमेशा जीतता रहेगा।
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